आईपीएल 2019 के सभी लीग मैच समाप्त हो चुके हैं। चार टीमें मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स, दिल्ली कैपिटल्स और सनराइजर्स हैदराबाद प्लेऑफ में पहुंच चुकी है। मंगलवार 7 मई को चेन्नई के चेपक स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच पहला क्वालीफायर मुकाबला खेला गया। इस मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने जीत हासिल करके सीधे फाइनल में प्रवेश कर चुकी है।
निचली चार टीमों (कोलकाता नाइटराइडर्स, किंग्स इलेवन पंजाब, राजस्थान रॉयल्स और राजस्थान रॉयल्स) का यह सीजन निराशाजनक रहा है। उनकी टीमों में कुछ न कुछ कमियां जरूर थीं। यह सभी टीमें 2-3 स्टार खिलाड़ियों के ऊपर निर्भर दिख रहीं थी। अगर वही खिलाड़ी फ्लॉप हो जाते तो टीम मैच हार जाती। उम्मीद है अगले सीजन ये टीमें बेहतर प्रदर्शन करके प्लेऑफ में अपनी जगह पक्की कर सकेंगी।
आज हम बात करेंगे 5 ऐसे खिलाड़ियों के बारे में जिन्होंने अपने टीम को अकेले दम पर कई मैच जिताया है।
#5. कगिसो रबाडा:
वर्ष 2012 के बाद दिल्ली कैपिटल्स पहली बार प्लेऑफ में पहुंची है। इसका सर्वाधिक श्रेय दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा को जाता है। रबाडा दिल्ली कैपिटल्स के लिए तुरुप का इक्का थे। रबाडा दिल्ली की ओर से इकलौते ऐसे गेंदबाज थे जिन्होंने सभी मैचों में न्यूनतम 1-2 विकेट जरूर चटकाए हैं। कगिसो रबाडा के शानदार प्रदर्शन के कारण ही ट्रेंट बोल्ट टीम से बाहर रहे और मात्र 2 ही मैचों में हिस्सा ले सके।
कगिसो रबाडा ने इस सीजन 12 मैचों में 25 विकेट चटकाए हैं और इस सीजन का पर्पल कैप उन्हीं के पास है। लेकिन दिल्ली कैपिटल्स के लिए दुःख की बात यह है कि कगिसो रबाडा चोटिल होने के कारण अपने अगले सभी मैचों से बाहर रहेंगे। वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें ज्यादे आराम करने और स्वदेश वापस लौटने को कहा है।
दिल्ली कैपिटल्स की टीम को प्लेऑफ में रबाडा की कमी बहुत खलेगी। हालांकि ट्रेंट बोल्ट भी अच्छे गेंदबाज हैं जिन्होंने पिछले सीजन अच्छी गेंदबाजी की थी।
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#4. डेविड वॉर्नर:
सनराइजर्स हैदराबाद टीम के पूर्व कप्तान एवं सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने अपने दम पर सनराइजर्स को प्लेऑफ तक पहुंचाने में मदद की है। वॉर्नर ने इस साल कुल 12 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने कुल 692 रन बनाए हैं। वॉर्नर के नाम इस सीजन में 1 शतक और 8 अर्धशतक दर्ज हैं।
डेविड वॉर्नर के पास अभी तक इस सीजन का ऑरेंज कैप है जिसे उनसे छीनना अब किसी के बस की बात नहीं है क्योंकि जिन्हें प्लेऑफ में 2 या उससे अधिक मैच खेलना है वो खिलाड़ी (क्विंटन डी कॉक) उनसे 200 रन पीछे हैं।
डेविड वॉर्नर के जाने के बाद सनराइजर्स हैदराबाद टीम एक भी मैच नहीं जीत पाई है। ऐसे में टीम को डेविड वॉर्नर की कमी बहुत ज्यादे खलेगी।
#3. आंद्रे रसेल:
आंद्रे रसेल इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर इसलिए हैं क्योंकि उनके प्रदर्शन के बावजूद उनकी टीम कोलकाता नाइटराइडर्स को लगातार 6 मैचों में हार झेलनी पड़ी। आंद्रे रसेल इस सीजन मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर की सूची में सबसे आगे हैं। कहा जाए तो कोलकाता की टीम एकमात्र आंद्रे रसेल पर निर्भर थी। जिस मैच में वो अच्छा प्रदर्शन करते थे उस मैच में जीत मिलती थी और जिस मैच में वे फ्लॉप रहते उस मैच में हार मिलती थी।
आंद्रे रसेल ने इस सीजन 14 मैचों में 510 रन बनाए हैं और 11 विकेट भी चटकाए हैं। रसेल ने इस सीजन 52 छक्के भी लगाए हैं।
#3.हार्दिक पांड्या:
भारतीय टीम के दिग्गज तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने इस सीजन मुंबई इंडियंस को कई मैच जिताये हैं। उन्होंने न सिर्फ बल्लेबाजी में बल्कि गेंदबाजी में भी शानदार प्रदर्शन किया है।
पांड्या ने इस साल कोलकाता के खिलाफ 34 गेंदों पर 91 रनों की पारी खेलकर सबको चौंका दिया था। हालांकि उस मैच में मुंबई को हार का सामना करना पड़ा था। पांड्या के नाम इस सीजन 14 पारियों में 373 रन और 14 विकेट दर्ज हैं। हार्दिक पांड्या इस सीजन 3 बार मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड पा चुके हैं।
#1.एमएस धोनी:
चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एमएस धोनी अपने टीम के संकटमोचन हैं। उन्होंने कई मैचों में अपने टीम को अकेले दम पर जीत दिलाई है। धोनी ने इस सीजन भी अपने सूझ बूझ की बदौलत टीम को प्लेऑफ तक पहुंचाया है। चेन्नई सुपर किंग्स टीम इस सीजन 10वीं बार प्लेऑफ में पहुंची है।
धोनी ने इस सीजन 9 पारियों में 122.67 की औसत से 368 रन बनाए हैं। इसके अलावा उन्होंने विकेट कीपिंग करते हुए 8 बार कैच और 5 बार स्टंपिंग भी की है।