1.शिखर धवन की धीमी बल्लेबाजी
दिल्ली कैपिटल्स की तरफ से पृथ्वी शॉ और शिखर धवन सलामी जोड़ी के तौर खेलती है। पृथ्वी शॉ एक छोर से तो ताबड़तोड़ रन बनाते हैं लेकिन दूसरे छोर से धवन उतनी तेजी से रन नहीं बना पाते हैं। जिससे पृथ्वी शॉ के ऊपर ज्यादा दबाव आ जाता है। अगर दोनों छोर से पावरप्ले में तेजी से रन बनाए जाएं तो फिर दिल्ली की टीम को ज्यादा फायदा हो सकता है।
मुंबई इंडियंस के खिलाफ धवन ने पूरे 20 ओवरों तक बल्लेबाजी की और इसके बावजूद वो सिर्फ 52 गेंद पर 69 रन ही बना पाए। उनकी इस पारी में 6 चौके और 1 छक्का शामिल था। निश्चित तौर पर धवन की बैटिंग दिल्ली कैपिटल्स की एक बड़ी कमजोरी है जिस पर उन्हें ध्यान देना चाहिए।
Edited by सावन गुप्ता