चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के दिग्गज खिलाड़ी एमएस धोनी (MS Dhoni) ने कई मौकों पर सफ़ेद गेंद की क्रिकेट में अपनी फिनिशिंग स्किल से सभी को हैरान करते हुए टीम को जीत दिलाई है। कुछ ऐसा ही उन्होंने आईपीएल 2022 (ipl 2022) में मुंबई इंडियंस (MI) के खिलाफ किया, जहाँ उन्होंने 13 गेंदों में नाबाद 28 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम रोल अदा किया। इस दौरान उन्होंने अंतिम ओवर की आखिरी चार गेंदों में 16 रन जड़े।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ब्रैड हॉग ने एमएस धोनी की फिनिशिंग रणनीति को डिकोड किया। अपने यूट्यूब चैनल पर हॉग ने कहा कि धोनी को विश्वास है कि वह मैच के अंतिम ओवर में किसी भी स्कोर का पीछा कर सकते हैं।
धोनी की फिनिशर के तौर पर साख गेंदबाज को दबाव में लाती है - ब्रैड हॉग
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने कहा कि ऐसी स्थिति में धोनी का मैच फिनिशर के तौर पर रिकॉर्ड देखते हुए गेंदबाज काफी दबाव में होता है। हॉग का मानना है कि फिनिशर के तौर पर धोनी की साख विपक्षी गेंदबाज को दबाव में लाती है। उन्होंने कहा कि धोनी मैच को अंतिम ओवर में ले जाना पसंद करते हैं और इसी वजह से पारी के 18वें और 19वें ओवर में वह जोखिम नहीं उठाते।
अपनी बात को समझाते हुए पूर्व ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर ने कहा,
एमएस धोनी उस खास पल को चाहते हैं। वह ऐसा इसलिए चाहते हैं क्योंकि उन्हें खुद पर विश्वास है। कोई लक्ष्य बड़ा नहीं होता। चाहे वह 15 रन प्रति ओवर हो या 30 रन प्रति ओवर, वह अब भी मानते हैं कि वह अपनी टीम को जीत की मंजिल तक पहुंचा सकते हैं। साथ ही साख, वह पहले से ही जानते हैं कि गेंदबाज सोच रहा है कि वह पहले से ही इस भूमिका में अच्छे रहे हैं वह किसी भी स्थिति से जिता सकते हैं।
18वें और 19वें ओवर में उनका स्कोरिंग रेट उतना ऊंचा नहीं है। यह अंतिम ओवर में उनके और गेंदबाज के बीच है और वह पहली दो गेंदों में गेंदबाज पर हमला करने की कोशिश करते हैं। एक बार जब वह ऐसा कर लेते हैं, तो उनकी साख गेंदबाज के दिमाग पर हावी हो जाती है।