राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के खिलाफ दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के मैच के अंतिम ओवर में नो बॉल को लेकर विवाद हुआ था। दिल्ली के रोवमैन पॉवेल उस समय क्रीज पर थे और तीन छक्के लगातार जड़ने में सफल रहे। छह छक्कों से दिल्ली को जीत मिलनी थी। पॉवेल ने कहा है कि उनको सभी गेंदों पर छक्के जड़ने का भरोसा था।
पॉवेल ने नो बॉल मामले को लेकर कहा कि यह कुछ ऐसा है जिसे हमें पीछे छोड़ना होगा। हमारे पास काफी गेम हैं। पीछे के बारे में सोचने का वक्त हमारे पास नहीं है। आप जानते हैं, हमें हमेशा भविष्य की ओर देखना होता है क्योंकि कुछ महत्वपूर्ण गेम सामने आ रहे हैं। प्रतियोगिता के अगले दौर में क्वालीफाई करने के लिए हमारे लिए महत्वपूर्ण मैच होंगे। हमारे पास बैठने और सोचने का समय नहीं है कि पीछे क्या हुआ था।
आगे पॉवेल ने कहा कि सच कहूं तो मैं काफी आश्वस्त था (एक ओवर में छह छक्के मारने को लेकर)। पहले दो छक्कों के बाद मैंने सोचा कि क्या ऐसा हो सकता है और फिर मुझे अगला मिल गया। मैं बस उम्मीद कर रहा था कि यह नो बॉल हो, लेकिन अंपायर का फैसला अंतिम होता है और हम क्रिकेटर्स के रूप में इसे लेते हैं और आगे बढ़ते हैं।
गौरतलब है कि इस नो बॉल को लेकर काफी विवाद हुआ था। दिल्ली की टीम को जीत की उम्मीद भी थी। पॉवेल के तीन छक्कों से दिल्ली का खेमा आश्वस्त नज़र आ रहा था। हालंकि नो बॉल नहीं देने पर ऋषभ पन्त को काफी गुस्सा आया था। उन्होंने अपने बल्लेबाजों को वापस बुलाने का इशारा कर दिया था। असिस्टेंट कोच प्रवीण आमरे मैदान पर चले गए थे। इसके बाद गेम आगे बढ़ा और मैच में दिल्ली की हार हुई। ऋषभ पन्त के ऊपर मैच फीस का जुर्माना लगाया गया।