आईपीएल (IPL) के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर खिलाड़ियों को कड़े प्रतिबंधों से गुजरना पड़ सकता है। बीसीसीआई ने नियमों को तोड़ने वाले लोगों पर कार्रवाई की योजना बनाई है। टीम अधिकारियों पर एक मैच से निलंबित करने से लेकर सात दिनों का क्वारंटीन शामिल है। इसके अलावा खिलाड़ी को टूर्नामेंट से बाहर भी किया जा सकता है। खिलाड़ियों और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा बबल तोड़ने पर और गंभीर प्रतिबंध हो सकते हैं।
यदि कोई टीम जानबूझकर किसी बाहरी व्यक्ति को टीम के बबल में आने देती है, तो उसे पहली चूक के लिए 1 करोड़ रुपये तक की सजा हो सकती है और बाद में चूक होने पर टीम के टैली से एक या दो अंक की कटौती हो सकती है।
क्रिकबज के अनुसार बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि कोविड महामारी लोगों के स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा है और एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने को लेकर किए गए उपायों के लिए इन परिचालन नियमों के अधीन प्रत्येक व्यक्ति द्वारा सहयोग, प्रतिबद्धता और पालन सर्वोपरि है।
खिलाड़ी, अधिकारी या सपोर्ट स्टाफ बबल तोड़ता है तो पहली बार में सात दिन के लिए क्वारंटीन होगा। जितने मैच मिस होते हैं, उनमें पेमेंट नहीं मिलेगा। दूसरी बार गलती करने पर सात दिन के क्वारंटीन के अलावा (बिना वेतन) एक मैच से प्रतिबंधित किया जाएगा। तीसरी बार बबल नियमों का उल्लंघन करने पर खिलाड़ी या अधिकारी को टीम से बाहर किया जाएगा। किसी रिप्लेसमेंट की अनुमति भी नहीं दी जाएगी।
परिवार का सदस्य अगर क्वारंटीन का उल्लंघन करता है तो सात दिन का क्वारंटीन होगा और इसमें पूरा प्रोटोकॉल फॉलो किया जाएगा। दूसरी बार गलती करने पर पूरी तरह से बाहर कर दिया जाएगा और उस सदस्य से सम्बंधित खिलाड़ी को सात दिन के लिए क्वारंटीन किया जाएगा। इसमें तीसरे मौके का कोई प्रावधान ही नहीं है।