चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के कप्तान एम एस धोनी (MS Dhoni) ने अपनी टीम की डेथ ओवर्स की गेंदबाजी को लेकर बड़ा बयान दिया है। गेंदबाजों ने आरसीबी के खिलाफ मैच में जिस तरह से आखिर के कुछ ओवरों में गेंदबाजी की उससे एम एस धोनी प्रभावित दिखे। उन्होंने कहा कि जब ओस पड़ने लगती है तब गेंदबाजी आसान नहीं होती है लेकिन ड्वेन ब्रावो की अगुवाई में गेंदबाज डेथ ओवर्स में गेंदबाजी के स्किल सीख रहे हैं।
चेन्नई सुपर किंग्स ने बड़े स्कोर वाले मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 8 रन से हरा दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स ने निर्धारित 20 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 226 रनों का विशाल स्कोर बनाया। डेवोन कॉनवे और शिवम दुबे ने धुआंधार पारी खेली। जवाब में आरसीबी की टीम आठ विकेट खोकर 218 रन बना पाई। हालांकि एक समय फाफ डू प्लेसी और ग्लेन मैक्सवेल अपनी जबरदस्त बल्लेबाजी से आरसीबी को जीत की तरफ ले जा रहे थे लेकिन इनके आउट होने के बाद सीएसके ने मैच में वापसी कर ली। फाफ डू प्लेसी ने 33 गेंद पर 5 चौके और 4 छक्के की मदद से 62 रन बनाए और ग्लेन मैक्सवेल ने सिर्फ 36 गेंद पर 3 चौके और 8 छक्के की मदद से 76 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली।
युवा खिलाड़ियों के लिए डेथ ओवर्स में गेंदबाजी आसान नहीं है - एम एस धोनी
चेन्नई सुपर किंग्स के गेंदबाजों ने आखिर के कुछ ओवरों में बेहतरीन गेंदबाजी कर टीम की वापसी करा दी। मैच के बाद कप्तान एम एस धोनी ने कहा,
यंगस्टर्स के लिए डेथ ओवर्स में गेंदबाजी काफी मुश्किल हो जाती है क्योंकि इस समय ओस भी काफी पड़ती है। हालांकि सभी खिलाड़ी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। ड्वेन ब्रावो डेथ ओवर्स स्पेशलिस्ट माने जाते हैं। उनकी कोचिंग में गेंदबाजों का कॉन्फिडेंस बढ़ेगा। ये एक टीम गेम है और कोच, बॉलिंग कोच और सीनियर खिलाड़ी उनको गाइड करेंगे।