आईपीएल (IPL) 2023 की शुरुआत होने में अब मात्र कुछ ही दिनों का समय बचा हुआ है। इस सीजन का पहला मैच डिफेंडिंग चैंपियन गुजरात टाइटंस और एमएस धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेला जाएगा। दुनिया की इस सबसे बड़ी टी20 लीग में खिलाड़ियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को लेकर बीसीसीआई (BCCI) द्वारा पुख्ता इंतजाम भी किया जा रहा है। इस बीच ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के जरिए यह खुलासा हुआ है कि यदि आईपीएल 2023 के दौरान कोई भी खिलाड़ी कोविड-19 पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे 7 दिनों के लिए आइसोलेशन में रहना होगा। हालांकि, बीसीसीआई की ओर से अब तक इस खबर की पुष्टि नहीं हुई है।
इसका मतलब यह है कि यदि कोई खिलाड़ी कोविड-19 पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे 7 दिनों तक आइसोलेशन में रहना होगा और किसी भी मैच में भाग लेने से पहले उसे 2 नेगेटिव रिपोर्ट भी पेश करने होंगे।
रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद आइसोलेशन में रहने वाला खिलाड़ी 5वें दिन आरटी-पीसीआर टेस्ट करा सकता है। आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने इस सप्ताह सभी फ्रेंचाइजियों को चिकित्सा के दिशानिर्देश बाँटे थे, जिसमें लिखा गया था,
भारत में कोविड-19 मामलों की संख्या में गिरावट आई है, फिर भी हमें उभरते हुए तनावों से सावधान रहना होगा, जो समय-समय पर चिंता का विषय बन रहे हैं। पॉजिटिव मामलों (खिलाड़ियों या सदस्यों) को अधिकतम सात दिनों के लिए आइसोलेट किया जाना चाहिए। आइसोलेशन की अवधि के दौरान पॉजिटिव मामलों को किसी भी मैच या किसी भी प्रकार की गतिविधि/इवेंट में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
पांचवें दिन से वे (पॉजिटिव खिलाड़ी) आरटी-पीसीआर टेस्ट करा सकते हैं, बशर्ते कि वह पिछले 24 घंटे में किसी दवा के संपर्क में ना रहें। एक बार पहला रिजल्ट नेगेटिव आने के बाद दूसरा टेस्ट 24 घंटे के बाद किया जाना चाहिए। पांचवे और छठे दिन 2 नेगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट आने के बाद वे फिर से ग्रुप में शामिल हो सकते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आईपीएल का यह सीजन फिर से होम-अवे फॉर्मेट में शुरू होने जा रहा है। इसीलिए बीसीसीआई यह चाहती है कि सभी खिलाड़ी सख्त दिशा निर्देशों का पालन करें जो साल 2022 में बोर्ड द्वारा निर्धारित किए गए थे।