IPL 2025 Players Replacement Rules: आईपीएल के 18वें सीजन का अभी तक आगाज नहीं हुआ है, लेकिन कुछ टीमों ने पहले से ही अपने चोटिल खिलाड़ियों के रिप्लेसमेंट का ऐलान कर दिया है। इसमें मुंबई इंडियंस, सनराइजर्स हैदराबाद और केकेआर का नाम शामिल है। कॉर्बिन बॉश को जब मुंबई इंडियंस ने चोटिल खिलाड़ी लिजाड विलियम्स के रिप्लेसमेंट के तौर पर अपने स्क्वाड का हिस्सा बनाया, तो उन्होंने PSL कॉन्ट्रैक्ट को ही ठुकरा दिया। इसकी वजह से पीसीबी ने उनके खिलाफ एक्शन भी लिया है। आखिरकार ये टीमें किस तरह से सीजन के शुरू होने से पहले नए प्लेयर्स को अपने साथ जोड़ रही हैं, इसे लेकर बीसीसीआई का नियम क्या है? आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
IPL 2025 में प्लेयर्स के रिप्लेसमेंट को लेकर नियम
बता दें कि अगर कोई खिलाड़ी सीजन से पहले या फिर बीच में चोटिल होकर टूर्नामेंट से बाहर होता है, तो टीम उसका रिप्लेसमेंट के तौर पर किसी दूसरे खिलाड़ी को अपने साथ जोड़ सकती हैं। हालांकि, इस बार बोर्ड ने नियमों में थोड़ा बदला किया है। अब टीम को अपने 12वें लीग मैच तक रिप्लेसमेंट की अनुमति मिली है, जो पहले सातवें मैच तक होती थी।
वहीं, टीम उसी खिलाड़ी को रिप्लेसमेंट के तौर पर अपने स्क्वाड में शामिल कर सकती है, जिसने मौजूदा सीजन में नाम रजिस्टर कराया है। अगर किसी खिलाड़ी ने ऑक्शन के दौरान अपना बेस प्राइस 1 करोड़ रूपये रखा था और नीलामी में उसे कोई खरीदार नहीं मिला या पूल में उसका नाम नहीं आया, तो फ्रेंचाइजी को उसे रिप्लेसमेंट के तौर पर अपने साथ जोड़ने के लिए कम से कम एक करोड़ रूपये खर्च करने होंगे। साइनिंग के दौरान उसका अमाउंट कम नहीं हो सकता, लेकिन बढ़ाया जरूर जा सकता है।
ऐसा कई बार देखा गया है कि टीमें RAPP लिस्ट में शामिल गेंदबाजों को नेट गेंदबाज के तौर पर अपने साथ रखती हैं। मौजूदा सीजन में अगर कोई टीम उसे रिप्लेसमेंट के तौर पर साइन करना चाहती है, तो दूसरी फ्रेंचाइजी के पास उसे रोकने का अधिकार नहीं होगा। वहीं, रिप्लेसमेंट प्लेयर की सैलरी उस खिलाड़ी की फीस से ज्यादा नहीं हो सकती, जिसकी जगह उसे टीम का हिस्सा बनाया गया है।
इसके अलावा अगर कोई खिलाड़ी सीजन के दौरान चोटिल होता है और बीसीसआई की मेडिकल टीम यह पाती है कि सीजन के अंत तक रिकवर नहीं हो पाएगा, तो उसको रिप्लेस करने की अनुमति होगी। बाद में अगर चोटिल खिलाड़ी फिट हो जाता है, तो भी वो टीम में वापसी नहीं कर पाएगा। सीजन के बीच में वापसी करने वाले खिलाड़ी को लीग फीस के हिसाब से पैसे मिलेंगे।