इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स सफल फ्रैंचाइजियों में से एक रही है। कोलकाता नाइट राइडर्स के नाम आईपीएल के दो खिताब दर्ज हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स ने कई बार अपने खेल के दम पर इंडियन प्रीमियर लीग में प्रशंसकों का दिल जीता है। हालांकि इसके बावजूद कई मौकों पर कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम ने अपने फैन्स को नाराज भी किया है। इंडियन प्रीमियर लीग में खेल से इतर अपने अच्छे व्यवहार के कारण फेयर प्ले अवार्ड का खिताब भी दिया जाता है। इस अवार्ड में खेल भावना को प्राथमिकता दी जाती है। हालांकि अपने गलत व्यवहार और लगातार विवादों में फंसने के कारण कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम आईपीएल फेयर प्ले प्वॉइंट्स टेबल में काफी नीचे रही है। फेयर प्ले को लेकर कोलकाता नाइट राइडर्स का इंडियन प्रीमियर लीग में रिकॉर्ड काफी खराब रहा है। इंडियन प्रीमियर लीग के 10 सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम का कई बार विवादों से आमना-सामना हुआ है। ये विवाद काफी सुर्खियों में भी रहे हैं। आइए जानते हैं कोलकाता नाइट राइडर्स के इंडियन प्रीमियर लीग में हुए विवादों के बारे में।
#1 फेमा के दिशानिर्देशों का उल्लंघन
इंडियन प्रीमियर लीग के 10वें सीजन की शुरुआत से ठीक पहले फेमा (FEMA) से जुड़े निर्देशों की अवमानना के चलते बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान, उनकी पत्नी गौरी और अभिनेत्री जूही चावला को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इस मामले में कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक शाहरुख खान, जूही चावला और उनके पति जय मेहता पर टीम के शेयर ट्रांसफर डील के दौरान अपनी टीम के शेयर की कीमत कम बताकर फेमा निमयों के उल्लंघन करने का आरोप था। इसमें कथित तौर पर 73.6 करोड़ रुपये विदेशी मुद्रा के नुकसान की बात सामने आई थी। यह विवाद काफी सुर्खियों में रहा था और इस विवाद के चलते कोलकाता नाइट राइडर्स को फैंस की काफी नाराजगी का सामना करना पड़ा था।
#2 आईपीएल से बाहर होने की धमकी
इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स के गेंदबाज सुनील नारेन टीम में अहम भूमिका निभाते हैं। गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी सुनील नारेन जरूरत पड़ने पर टीम के लिए काफी उपयोगी साबित होते हैं। हालांकि अपनी गेंदबाजी के दम पर सुनील नारेन ने इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए कई मैच जिताऊ पारियों को भी अंजाम दिया है। सुनील नरेल अपनी गेंदबाजी के दम पर विपक्षी टीमों पर दबाव बनाने में माहिर हैं। हालांकि साल 2014 में आईसीसी ने सुनिल नारेन के एक्शन को अवैध पाकर उन पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिसके बाद आईपीएल को लेकर बीसीसीआई ने सुनील नारेन पर कड़ा रुख अपना लिया। हालांकि आईसीसी ने उनके एक्शन को फिर चेक किया और उन्हें वैध करार दिया था, लेकिन इसके बावजूद बीसीसीआई उनके आईपीएल में खेलने के लिए अड़चनें पैदा करता रहा। इसे देखते हुए आईपीएल के आठवें सीजन से ठीक पहले केकेआर मैनेजमेंट ने सुनील नारेन के एक्शन पर बीसीसीआई के रुख को देखते हुए आईपीएल से बाहर निकलने की धमकी तक दे दी थी। जिसके बाद केकेआर प्रबंधन का बीसीसीआई को धमकी देते हुए कहना था कि अगर बीसीसीआई सुनील नारेन को आईपीएल के लिए अनुमति नहीं देती है तो टीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटाएगी।
#4 लक्स कोज़ी के साथ स्पॉन्सर डील
इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स को साल 2010 में अंडर गारमेंट निर्माता लक्स कोजी के साथ अपने स्पॉन्सर डील के करार को रद्द करने की बात कही गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ब्रांड का मालिक साल 2007 में एक हत्या के मामले में शामिल था। आखिर में लक्स कोजी के साथ कोलकाता के करार को खत्म कर दिया गया। इस करार को खत्म करने के बाद कोलकाता में इसका रिएक्शन भी देखने को मिला। वहीं लोगों ने कोलकाता नाइट राइडर्स के मैचों के बहिष्कार करने का निर्णय लिया।
#4 वानखाड़े से शाहरुख ख़ान पर प्रतिबंध
इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्ड के मालिक और बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान एक अहम स्थान रखते हैं। शाहरुख खान की फैन फोलोविंग भी काफी है, ऐसे में शाहरुख खान का किसी विवाद में पड़ना काफी सुर्खियां बटोरता है। इंडियन प्रीमियर लीग में भी शाहरुख खान के साथ एक विवाद जुड़ गया था, जिसने काफी सुर्खियों बटोरी थी। दरअसल, साल 2012 में कोलकाता नाइट राइडर्स और मुंबई इंडियंस के बीच आईपीएल मैच के बाद शाहरुख खान ने वानखेड़े स्टेडियम के एक सुरक्षाकर्मी और एमसीए के अधिकारियों के साथ कथित तौर पर बदसलूकी की थी। इसके बाद एमसीए के अधिकारियों ने आरोप लगाया कि जब आईपीएल मैच के दौरान शाहरुख खान ने वानखेड़े स्टेडियम के एक सुरक्षाकर्मी के साथ बदसलूकी की थी तो शाहरुख खान शराब के नशे में थे। हालांकि शाहरुख खान ने खुद पर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया। इसके बाद एमसीए मैनेजिंग कमेटी ने वानखेड़े स्टेडियम में शाहरुख खान की एंट्री पर पांच साल तक के लिए बैन लगा दिया। इस घटना के बाद भी कोलकाता नाइट राइडर्स के फैन्स अपनी टीम के इस व्यवहार से काफी नाराज हुए थे। इस मामले पर एमसीए प्रमुख का कहना था कि यह एक सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय था। यह वानखेड़े में खेले गए किसी भी मैच पर लागू होता है चाहे वह मैच घरेलू हो या अंतर्राष्ट्रीय हो। हालांकि 2015 में शाहरुख खान पर लगे इस प्रतिबंध को दो साल पहले ही हटा दिया गया था। लेखक: राज अनुवादक: हिमांशु कोठारी