भारतीय प्रशंसकों को मनोरंजन और रोमांच के साथ साथ आईपीएल भारत के उभरते खिलाड़ियों को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ खेलने का एक प्लेटफॉर्म मुहैया करवाता है। आईपीएल एक युवा भारतीय क्रिकेटर को यह मौका देता है कि वो विश्व के बेहतरीन खिलाड़ियों से बातचीत कर सके, उनसे क्रिकट के गुर सीख सके जो भविष्य में उसके लिए फायेदमंद होगा। आईपीएल से कई युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखने का मिला है और कई युवा खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने में भी कामयाब हुए हैं। विशेष रूप से मुंबई इंडियंस की टीम से कई युवा क्रिकटर ऐसे हैं जो अपने प्रदर्शन से टीम की ख़िताबी जीत के सूत्रधार रहे हैं। आइए जानते हैं 5 ऐसे युवा क्रिकटरों के बारे में जिन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से भारतीय टीम में जगह बनाई है और जो निकट भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।
#1 जसप्रीत बुमराह
हाल के वर्षों में आईपीएल में युवा प्रतिभाओं की खोज का यहाँ तक सवाल है, जसप्रीत बुमराह सबसे कामयाब और प्रतिभाशाली खिलाड़ी बन कर उभरे हैं। मुंबई ने 2013 में उनको अपनी टीम में शामिल किया था, उस समय बुमराह ने एक भी प्रथम श्रेणी मैच नहीं खेला था। उन्होंने आरसीबी के खिलाफ अपने पहले ही मैच में 3 विकट लेकर अपने इरादे ज़ाहिर कर दिए थे और उनका पहला शिकार विराट कोहली थे। समय के साथ और लसिथ मलिंगा के मार्गदर्शन में, बुमराह ने योरकर्स के साथ प्रभावी रूप से गेंदबाजी करने का कौशल विकसित किया, जिससे बल्लेबाज़ों के लिए वे एक सिरदर्द बन गए। आईपीएल के अपने शानदार प्रदर्शन से उन्होंने राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई और आज गुजरात के यह तेज गेंदबाज भारतीय टीम के गेंदबाज़ी आक्रमण का मुख्य आधार बन गए हैं। बढ़िया इकोनॉमी रेट के साथ 37 एकदिवसीय मैचों में 64 और 34 टी 20 मैचों में 41 विकेट, ये आंकड़े उनकी प्रतिभा की गवाही देते हैं। इतना ही नहीं, दक्षिण अफ्रीका दौरे में उन्होंने टेस्ट मैचों में भी अच्छी गेंदबाज़ी कर अपनी परिपक़्वता का परिचय दिया है। जुलाई में भारतीय टीम के इंग्लैंड दौरे में बुमराह अहम भूमिका निभाएंगे।
#2 हार्दिक पांड्या
आईपीएल सीज़न 2015 में मुंबई इंडियंस ने 22 वर्षीय हार्दिक पांड्या को टीम में शामिल किया था, अपने पहले ही आईपीएल में हार्दिक ने बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन कर सभी क्रिकट प्रशंसकों का दिल जीत लिया था। इतना ही नहीं, महान क्रिकटर सचिन तेंदुलकर ने उन्हें फोन करके कहा था कि वे अगले 18 महीनों में भारत के लिए खेलेंगे। निचले मध्य क्रम के इस बल्लेबाज ने अपने ऑल राउंडर प्रदर्शन से भारतीय टीम में लंबे समय से चल रही आलराउंडर की कमी को पूरा कर दिया है। उन्होंने जनवरी 2016 में टी 20 मैच से अपने क्रिकट करियर की शुरुआत की और फिर एशिया कप और आईसीसी टी 20 विश्व कप में भी भारत के गेंदबाज़ी आक्रमण का प्रतिनिधित्व किया। पांड्या अपने शानदार प्रदर्शन से अपने पहले ही मैच में 'मैन ऑफ द मैच' का सम्मान पाने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी बने थे। भारतीय टीम लगातार विदेशी दौरों पर रहती है और कप्तान विराट कोहली एक ऐसी टीम बनाने में जुटे हैं जो पूरी तरह से संतुलित हो, ऐसे में पांड्या टीम के लिए एक ऐसे ऑल राउंडर के रूप में उभरें हैं जो सीम गेंदबाज़ी भी कर सकता है।
#3 अंबाती रायुडू
आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए शानदार प्रदर्शन करने वाले अंबाती रायुडू भारतीय क्रिकेट में कोई नया नाम नहीं हैं। जूनियर क्रिकेट में अपने करियर की सफलतापूर्वक शुरूआत करने वाले रायुडू ने 2004 के U-19 विश्वकप में भारत का नेतृत्व भी किया है। अपने अच्छे प्रदर्शन की वजह से उन्हें भारतीय टीम में भी जगह मिली, हालाँकि वे अपना सर्वश्रेष्ट प्रदर्शन नहीं दोहरा सके। 2010 में उन्हें मुंबई ने अपनी टीम में शामिल किया। आईपीएल 2010 में रायुडू ने 144.71 की स्ट्राइक रेट से 355 रन बनाए और मुंबई को फाइनल में पहुँचाने में अहम भूमिका अदा की। अपने प्रदर्शन को दोहराते हुए उन्होंने आईपीएल 2011 में 395 रन और 2012 में 333 रन बनाए । वे मध्य क्रम के भरोसेमंद खिलाड़ी बन कर उभरे और अपनी टीम की ख़िताबी जीत के सूत्रधार बने। उनके इस प्रदर्शन की वजह से उन्हें 2013 में राष्ट्रीय टीम में चुना गया। 2013-2016 की अवधि में कुल 34 एकदिवसीय मैचों में उन्होंने उन्होंने 50.23 की औसत से 1055 रन बनाए। लेकिन 76.28 की धीमी स्ट्राइक रेट उनके भारतीय टीम से बाहर होने की वजह बनी।
#4 क्रुणाल पांड्या
छोटे भाई हार्दिक की तरह ही क्रुणाल पांड्या भी एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने मुंबई इंडियंस की तरफ से शानदार प्रदर्शन किया और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। क्रुणाल बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज और मध्य क्रम में टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज हैं। रणजी ट्रॉफी में बड़ौदा की तरफ से बढ़िया प्रदर्शन के बाद आईपीएल 2016 में उन्हें मुंबई ने अपनी टीम में शामिल किया और क्रुणाल ने फ्रेंचाइजी द्वारा उन पर दिखाए भरोसे को सही साबित कर दिखाया। अपने हरफ़नमौला प्रदर्शन से उन्होंने सब को प्रभावित किया। उन्होंने मुंबई की तरफ से खेलते हुए 33 मैचों में 153.23 की स्ट्राइक रेट और 32.42 की औसत से कुल 616 रन बनाए हैं। क्रुणाल गेंदबाज़ी में भी प्रभावी रहे हैं और उन्होंने 7.12 अच्छी इकॉनमी रेट से 24 विकेट अपने नाम किये हैं। अब तक चार 'मैन ऑफ द मैच' जीत चुके इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने राष्ट्रीय टीम में जगह के लिए अपनी दावेदारी पेश कर दी है और इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा अगर निकट भविष्य में दोनों पांड्या भाई एक साथ भारतीय टीम के लिए खेलें।
#1 नीतीश राणा
बाएं हाथ के दिल्ली के बल्लेबाज नीतीश राणा एक स्टाइलिश खिलाड़ी हैं जो इस सीजन में केकेआर के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और मध्य क्रम में एक भरोसेमंद खिलाडी बन कर उभरे हैं। उनकी पारी को संभालने और फिर धुआंधार बल्लेबाज़ी करने की क्षमता उन्हें आईपीएल के कुछ बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक बनाती है। हालाँकि दिल्ली के इस बल्लेबाज़ की प्रतिभा खोज का श्रेय मुंबई इंडियंस को जाता है। आईपीएल 2016 में उन्हें मुंबई ने अपनी टीम में शामिल किया था। मुंबई के लिए आईपीएल के दो सत्रों में खेलते हुए, राणा ने 31.21 की औसत और 128.90 की स्ट्राइक रेट से 437 रन बनाए और कई 'मैन ऑफ द मैच' पुरस्कार भी जीते। यह कहना गलत नहीं होगा कि मुंबई ने इस सीजन में उन्हें अपनी टीम में शामिल ना कर बड़ी गलती की है क्योंकि उनका का कोई भी खिलाडी नीतीश राणा की जगह लेने में नाकामयाब रहा है। लेखक : कुशाग्रा अग्रवाल अनुवादक : आशीष कुमार