पोलार्ड की तरह सुनील नारायण ने भी 2011 में त्रिनिदाद एंड टोबैगो के लिए खेलने के बाद आइपीएल में कोलकाता नाईट राइडर्स के लिए 2012 में प्रवेश किया। पहले ही सत्र में उन्होंने सफलता प्राप्त करते हुए 24 विकेट चटकाए, इसमें उनकी इकोनोमी रेट 5 से थोड़ा ऊपर रही। वे मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट भी रहे। इसके अलावा वे कभी-कभी बल्लेबाजी में भी छक्के जड़ते हुए दिखे हैं। हाल ही में उन्हें गेंदबाजी एक्शन में बदलाव के लिए आईसीसी ने बैन किया था। डेल स्टेन पिछले दो सत्रों में 7 मैच खेलकर 3 विकेट झटकने के बावजूद स्टेन ऑल टाइम आईपीएल में सबसे अधिक विकेट लेने वाले विदेशी खिलाड़ी हैं। पहले तीन सत्रों में वे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का हिस्सा थे और टीम की सफलता में अपना अहम योगदान दिया। इसके बाद उनका करियर चोटों से प्रभावित रहा। पिछले वर्ष गुजरात लायंस ने उन्हें खरीदा था। लसिथ मलिंगा टी20 क्रिकेट के महान गेंदबाज लसिथ मलिंगा ने आईपीएल में मुंबई इंडियंस की ओर से खेलना शुरू किया। 2009 में वे पहली बार इस टूर्नामेंट में आए और अगले वर्ष ही 28 विकेट झटके। मुंबई इंडियंस द्वारा 2013 और 2015 में टूर्नामेंट जीतने के पीछे मलिंगा का बड़ा योगदान था। आईपीएल में सबसे अधिक बोल्ड करने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है। पिछले दो वर्षों में उनकी सफलता में कमी आई है लेकिन वे लगातार सुधार कर खुद को पुनः उस श्रेणी का गेंदबाज बनाने की ओर अग्रसर हैं।