क्या है पूरा मामला ? फर्स्ट क्लास और लिस्ट A क्रिकेट में 50 से ज्यादा औसत होने के बावजूद भी चेतेश्वर पुजारा को टेस्ट बल्लेबाज माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि वो बड़े शॉट नहीं खेल सकते हैं, इसलिए वनडे और टी-20 टीम में वो फिट नहीं बैठते। लेकिन पुजारा को उम्मीद है कि इस बार 20 फरवरी को बैंगलुरु में होने वाले आईपीएल की नीलामी में फ्रेंचाइजी उनके नाम पर चर्चा जरुर करेंगी और वो फटाफट फॉर्मेट में वापसी करेंगे। हालांकि 2014 से ही पुजारा ने अब तक आईपीएल का एक भी मैच नहीं खेला है। लेकिन सौराष्ट्र की तरफ से खेलते हुए पुजारा ने फटाफट फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन किया है और डीवाई पाटिल टूर्नामेंट में टी-20 शतक भी लगाया। पुजारा को उम्मीद है कि इस बार की आईपीएल की नीलामी में उनके प्रति धारणा बदलेगी और कोई ना कोई टीम उन्हें जरुर खरीदेगी। पुजारा के मुताबिक ' मुझे इस बार उम्मीद है कि मेरे प्रति धारणा जल्द ही बदलेगी। डीवाई पाटिल टूर्नामेंट में मैने शतक लगाया है। शायद इस बार मैं खुलकर बल्लेबाजी कर रहा हूं, मैंने कुछ और शॉट खेलने शुरु किए हैं। इससे मुझे काफी फायदा हो रहा है। यहां तक कि टेस्ट मैचों में भी मैं खुलकर बल्लेबाजी कर रहा हूं, पिछली कुछ सीरीज से मैं गेंद को अच्छी तरह से हिट कर रहा हूं। मैंने अपना गेम बदल लिया है, जिससे मुझे टी-20 और वनडे मैचों में फायदा हो रहा है। मुझे लगता है कि भविष्य में मेरे लिए सारी चीजें ठीक होंगी। अभी कहां खड़े हैं पुजारा ? 29 साल के पुजारा आईपीएल में अब तक 3 टीमों की तरफ से खेल चुके हैं। ये टीमे हैं कोलकाता नाइट राइडर्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु और किंग्स इलेवन पंजाब। आखिरी बार उन्होंने 2014 में किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से आईपीएल मैच खेला था। तब से लेकर अब तक उन्होंने अब तक खुद को सौराष्ट्र के टी-20 ओपनर के तौर पर स्थापित कर लिया है। हाल ही में संपन्न हुए डीवीआई पाटिल टूर्नामेंट में पुजारा ने इंडियन ऑयल की तरफ से खेलते हुए टी-20 शतक और अर्धशतक भी जमाया। वो टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। डिटेल्स लिस्ट ए करियर में पुजारा का औसत 54 से भी ज्यादा है। अपनी बल्लेबाजी से उन्होंने दिखाया है कि वो सिर्फ टेस्ट बल्लेबाज नहीं हैं, बल्कि उनके अंदर भी बड़े शॉट्स खेलने की क्षमता है। हालांकि पुजारा ने फर्स्ट क्लास मैच टी-20 मैचों से लगभग दोगुना खेला है। फिर भी वो आक्रामक बल्लेबाजी कर सकते हैं। एक चीज जो पुजारा के पक्ष में नहीं जाती है वो ये कि अब तक 3 टीमों की तरफ से 5 आईपीएल पुजारा ने खेले हैं, लेकिन उसमें उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। 30 आईपीएल मैचों में पुजारा का औसत मात्र 20 का है, जबकि उनका स्ट्राइक रेट 100 से भी कम है। पुजारा ने 3 आईपीएल रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु की तरफ से खेला और तभी शायद कहीं ना कहीं टीम मैनेजमेंट को आभास हो गया कि वो इस फॉर्मेट में फिट नहीं बैठते। तब से लेकर अब तक पुजारा के करियर में कई उतार-चढ़ाव आए। हालांकि अगर पुजारा के पूरे अंतर्राष्ट्रीय टी-20 करियर को देखें तो उनका औसत 25 का और स्ट्राइक रेट 105 का है, जो कि बुरा नहीं है। लेकिन ये आंकड़े इतने भी अच्छे नहीं हैं कि जिससे उन्हें ज्यादा नोटिस किए जाए। उनसे ज्यादा आक्रामक सलामी बल्लेबाज होने के कारण पुजारा को हमेशा से ही नजरदांज किया गया है। लेकिन सौराष्ट्र की तरफ से शानदार प्रदर्शन करने और बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मेैच की दूसरी पारी में आतिशी बल्लेबाजी करने के बाद उन्हें उम्मीद है कि इस बार चीजें उनके पक्ष में जाएंगी। अब आगे क्या ? बांग्लादेश के खिलाफ एक मात्र टेस्ट मैच के बाद अब पुजारा को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में हिस्सा लेना है। ये सीरीज 23 फरवरी से शुरु होगी, लेकिन उससे पहले 20 फरवरी को बैंगलुरु में आईपीएल 2017 के सीजन के लिए खिलाड़ियों की नीलामी होगी। स्पोर्ट्सकीड़ा की राय ये बात सच है कि टी-20 बल्लेबाज के तौर पर अब पुजारा परिपक्कव हो गए हैं, लेकिन उनके आंकड़े इतने अच्छे नहीं हैं । वहीं टीमें ऐसे सलामी बल्लेबाज को ढूंढती हैं जो कि टीम को तेज शुरुआत दे सके। दूसरी टीमों के सलामी बल्लेबाजों को अगर देखें तो सभी एक से एक विस्फोटक बल्लेबाज हैं। लेकिन पुजारा के साथ ऐसा नहीं है। जिसे देखकर लगता है कि पिछले सीजन की तरह इस सीजन भी पुजारा को खाली हाथ रहना पड़ सकता है। लेखक-श्रीहरि अनुवादक-सावन गुप्ता