IPL 2018: 5 भारतीय खिलाड़ी जो इस नीलामी में कम क़ीमत में उपयोगी साबित हो सकते हैं

ऐसे में जहाँ एक ओर कॉलिन मुनरो और बेन स्टोक्स जैसे नामों के लिये आईपीएल की नीलामी में बड़ी बोली लगना लगभग तय है, यह भी तय है सभी फ्रेंचाइजी के विशेषज्ञ अपनी टीमों के लिए सबसे अच्छा संयोजन बनाने के लिए बोली लगायेंगे। ऐसे में प्रत्येक खिलाड़ी के आधार मूल्य पर इस वक्त सभी फ़्रैंचाइज़ियों की नज़र है, चाहे वो बड़ा हो या छोटा, कम बेस पर प्राइज़ पर एक बढ़िया प्रदर्शन करने वाला खिलाड़ी आईपीएल टीमों में स्थान हासिल करता तो है, साथ ही वे कम दाम में बढ़िया प्रदर्शन दे टीम का संयोजन भी सही करते हैं। यहाँ हम ऐसे ही पांच भारतीय खिलाड़ियो पर नज़र डाल रहे हैं जो नीलामी में अच्छा सौदा बन सकते हैं:

2008 में 16 वर्षीय दीपक चहर को राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के तत्कालीन निदेशक ग्रेग चैपल ने खारिज कर दिया था। 10 साल बाद राजस्थान के लिए खेलने वाले चहर ऐसे अनकैप्ड खिलाड़ी हैं जिनकी आगामी आईपीएल नीलामी में मांग रहने की उम्मीद है।
हाल ही में उन्होंने क्षेत्रीय टी -20 टूर्नामेंट में बंगाल की बल्लेबाज़ी लाइन-अप के विरुद्ध 15 रन देकर 5 विकेट लिये थे। प्रथम श्रेणी क्रिकेट के पदार्पण मैच में भी 10 रन देकर 5 विकेट ले अपने करियर की एक शानदार शुरुआत करने के बाद चहर को 2011 में राजस्थान रॉयल्स के साथ 'यूथ कॉन्ट्रैक्ट' दिया गया और बिना कोई मैच खेले 2015 तक उनके साथ रहे।
2016 में उन्हें राइजिंग पुणे सुपरजायंट द्वारा चुना गया था लेकिन दो साल में पांच मैचों में केवल एक विकेट के आंकड़े से वो ज्यादा प्रभाव नहीं बना पाए।

विराट सिंह (20 लाख रु)

एक आक्रमक बाएं हाथ के बल्लेबाज 20 वर्षीय विराट सिंह ने अपनी किशोरावस्था में ही भविष्य की संभावना के रूप में अपनी पहचान बना ली है। उन्होंने 14 साल की उम्र में झारखंड के लिए अंडर-19 की शुरुआत की। उन्होंने 2014 में अपने रणजी ट्रॉफी करियर की शुरुआत की और तब से 21 प्रथम श्रेणी के मैच खेल चुके है। झारखण्ड में जन्मा यह बल्लेबाज कुमार संगकारा को अपना प्रेणनास्त्रोत मानता है, एक साक्षात्कार में विराट ने कहा था कि वह महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी के तहत चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलना पसंद करेंगे, जिनका वे बेहद सम्मान करते हैं। वह हाल ही में बेहतरीन फॉर्म में रहे हैं और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के सुपर लीग में मुंबई के खिलाफ 48 गेंद में 81 रन बनाए थे। पिछले साल नीलामी में बिना बिके रहा यह खिलाड़ी अपने ही नाम वाले विराट की तरह भारतीय क्रिकेट की पहचान बनना चाहेगा।

शुबमन गिल (20 लाख रु)

पंजाब से आने वाले शुबमन गिल ने तीन साल की उम्र से खेलना शुरू कर दिया था, क्योंकि उनको देश का प्रतिनिधित्व करने की इच्छा ने उनके मस्तिष्क में प्रवेश कर लिया था। उनकी यह इच्छा दिनों दिन मजबूत होती रही और 18 वर्ष की आयु में ही उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी और लिस्ट-ए करियर की शुरुआत कर ली है और साथ ही भारतीय अंडर -19 टीम के उपकप्तान भी हैं। वह इंग्लैंड में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे और अंतरिम अंडर -19 कोच डब्ल्यू वी रमन ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि "एक बार वह शतक लगा लेते हैं, तो वह बड़ा शतक लगाते हैंं"। वह एक ऐसे बल्लेबाज हैं जो अपने स्ट्रोक खेलने से डरते नहीं हैं, ज्यादातर टीमों के शीर्ष क्रम में फिट हो सकते हैं जो एक युवा खिलाड़ी की तलाश में हैं जो उन्हें जल्दी खरीदना चाहेंगे और ज्यादा खर्च भी नही करना पड़ेगा।

मयंक अग्रवाल (20 लाख रु)

2017 मयंक अग्रवाल के लिए एक लाजवाब वर्ष था, और यह बदलाव कर्नाटक प्रीमीयर लीग के दौरान आया था, जब धीमी शुरुआत के बाद, उन्होंने सात मैचों में 265 रन बनाए। पिछले साल रणजी ट्राफी के दौरान एक महीने में अग्रवाल ने टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बना डाला। उनके बल्ले से 304 *, 176, 23, 90, 133 *, 173 और 104 * के स्कोर के साथ 1000 से अधिक रन आए। जे अरुण कुमार उनकी बड़ी रनों की भूख के प्रशंसक रहे हैं, और एक बार उन्होंने कहा था कि अगर मयंक टी -20 मैच में 16 वें ओवर तक बल्लेबाजी करते हैं, तो वह शतक पूरा कर लेंगे। अग्रवाल आईपीएल के लिए नया नाम नहीं है, 2011 से टूर्नामेंट के हर सीज़न में रहे हैं। पिछले साल वह राइज़िंग पुणे सुपरजांयट के साथ थे, हालांकि उनके खराब फॉर्म के कारण उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले थे। सफल रणजी सीज़न के बाद मयंक इस नीलामी में अच्छे कॉन्ट्रैक्ट की उम्मीद कर सकते हैं।

अंबाती रायुडू (50 लाख रुपये)

आईपीएल के अनुभवी खिलाड़ी अंबाती रायुडू के साथ 2010 के बाद से यह पहली बार होगा जब वह बिना किसी टीम के हैं। जिसने मुंबई इंडियंस के लिए अपने बहुमुखी बल्लेबाजी कौशल का प्रदर्शन किया था। मुंबई के साथ उन्होंने तीन बार खिताब जीता और सौ से ज्यादा मैच खेलें, जिनमे ज्यादातर एक विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में खेले हैं। जब भी रन की जरुरत रही, चाहे जैसी भी स्थिति होती है, उनकी बल्लेबाजी निखर कर सामने आती है। मुंबई के लिए उन्होंने कई महत्वपूर्ण पारियाँ खेलीं और भारतीय टीम में स्थान भी प्राप्त करने में सफल रहे, लेकिन एक स्थापित मध्य क्रम के चलते उन्हें ज्यादा मौके नही मिले। 32 साल की उम्र में भारतीय टीम में जगह पाने की संभावना अब उनके लिए मुश्किल है, लेकिन आईपीएल में वह अभी भी एक अच्छे और उपयोगी विकल्प है। मुख्यतः इसलिए क्योंकि अपने साथ वह काफी अनुभव और दबाव में प्रदर्शन करने की योग्यता लेकर आते हैं। साथ ही, 50 लाख रुपये में वह एक सस्ती कीमत पर कीमती खिलाड़ी हो सकते है। लेखक:आद्या शर्मा अनुवादक: राहुल पांडे