आईपीएल नीलामी में अब एक हफ़्ते से कम का वक़्त बचा है। नीलामी के लिए देश और दुनिया के 578 खिलाड़ी मैदान में हैं। सभी टीम के मालिकों को ऐसे खिलाड़ियों की ज़रूरत है जो उन्हें आईपीएल ख़िताब दिला पाए। आईपीएल के नियम के मुताबिक एक टीम में ज़्यादा से ज़्यादा 25 खिलाड़ी शामिल हो सकते हैं। चूंकि यहां सिर्फ़ 8 टीम खेल रही है तो ज़ाहिर सी बात है कि नीलामी के लिए तैयार दो तिहाई खिलाड़ी नहीं बिक पाएंगे। कई टीम के मालिकों ने अपने इरादे तय कर लिए होंगे। उनकी नज़र कुछ टॉप खिलाड़ियों पर ज़रूर होगी। कुछ ख़रीदारी उम्मीद से परे भी हो सकती है और कुछ खिलाड़ियों को ख़रीदने के लिए खींचतान होनी तय है। इस सब के बीच कुछ ऐसे भी स्टार खिलाड़ी भी हो सकते हैं जो न बिकें। हम यहां उन 5 खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं जिनको शायद कोई भी टीम नहीं ख़रीदेगी।
#1 डेल स्टेन
टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ही नहीं आईपीएल में भी डेल स्टेन का रिकॉर्ड शानदार रहा है। फिर भी आईपीएल नीलामी में उनका बिक पाना नामुमकिन सा लग रहा है। उनकी फ़िटनेट ही इसकी असली वजह है। हांलाकि डेल स्टेन अभी भी उपयोगी साबित हो सकते हैं। वो भारत के ख़िलाफ़ पहले टेस्ट में चोटिल हो गए थे। उम्मीद है कि वो आईपीएल 2018 की शुरुआत से कुछ हफ़्ते पहले फ़िटनेस हासिल कर लेंगे। जैसा की नीलामी के दौरान माहौल होता है उस हिसाब से हर कोई एक सुरक्षित खिलाड़ी का ही चुनाव करना चाहता है। चूंकि स्टेन की बेस प्राइस 1 करोड़ रुपये है। ऐसे में कोई भी टीम का मालिक एक चोट से उबरे खिलाड़ी को ख़रीदने से कतराएगा, क्योंकि ये मुमकिन है कि वो दोबारा चोटिल हो जाएं। मज़बूत टीम तैयार करने के लिए हर टीम का मालिक फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। डेल स्टेन ने 90 आईपीएल मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 92 विकेट लिए हैं, उनका इकॉनमी रेट 6.7 रहा है, चोटिल होने के मामले में पिछले कुछ सालों में डेल स्टेन का रिकॉर्ड काफ़ी बुरा रहा है। ख़रीदारों के पास कई विकल्प मौजूद हैं, ऐसे में स्टेन का बिकना मुश्किल लग रहा है।
#2 स्टीवन फ़िन
एक और गेंदबाज़ जो अपनी चोट से परेशान है, वो है स्टीवन फ़िन। उनकी बेस प्राइस ज़्यादा होने की वजह से उनका ख़रीदा जाना मुश्किल लग रहा है। लंबे कद के इस तेज़ गेंदबाज़ के घुटने की सर्जरी हुई है और वो अभी भी उबर रहे हैं। 28 साल के ये गेंदबाज़ इंग्लैंड की वनडे और टेस्ट टीम के मुख्य सदस्य रहे हैं लेकिन उन्होंने पिछले 2 सालों में एक भी टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। उनका टी-20 में जो भी रिकॉर्ड रहा है वो इतना आकर्षक नहीं रहा है। ऐसे में कोई भी टीम के मालिक फ़िन को लेकर इतना बड़ा ख़तरा नहीं उठा पाएगी। स्टीवन फ़िन की बेस प्राइस 1.5 करोड़ रखी गई है, उनहें ख़रीदना किसी के लिए जुए खेलने से कम नहीं होगा। नीलामी की टेबल पर फिन के कई विकल्प मौजूद हैं, ऐसे में उनका बिक पाना मुश्किल लग रहा है।
#3 जेसन होल्डर
जेसन होल्डर भले ही वेस्टइंडीज़ टीम के टेस्ट और वनडे दोनों के कप्तान हैं, फिर भी ऐसा लग रहा है कि लगातार दूसरे साल वो आईपीएल में नहीं बिकेंगे। उनकी बेस प्राइस 1.5 करोड़ रखी गई है, हर टीम के मालिकों को एक मज़बूत टीम और खिलाड़ी की ज़रूरत होती है। होल्डर का टेस्ट क्रिकेट में रिकॉर्ड काफ़ी अच्छा है लेकिन टी-20 में वो कुछ ख़ास कमाल नहीं दिखा पाए हैं। उनका इकॉनमी रेट काफ़ी ज़्यादा है और गेंदबाज़ी औसत भी साधारण है ऐसे में उनके खेल पर भरोसा कर पाना ज़रा मुश्किल लग रहा है। होल्डर की बेस प्राइस ज़्यादा होने की वजह से टीम के मालिक दूसरे खिलाड़ियों की तरफ़ अपना रुख़ कर सकते हैं। ऐसे में ये बेहद मुमकिन है कि होल्डर को लगातार दूसरे साल निराश होना पड़े।
#4 माइकल कलिंगर
ऑस्ट्रेलिया के बिग बैश लीग में अगर पर्थ स्कॉर्चर्स टीम की कामयाबी की दास्तान किसी ने लिखी है तो वो हैं माइकल कलिंगर । 37 साल की उम्र में भी वो शानदार खेल दिखा रहे है। उन्होंने टी-20 में 37 की औसत से क़रीब 5,000 रन बनाए हैं। यही रिकॉर्ड उनकी टी-20 में कामयाबी बयां कर रही है। हांलाकि टी-20 में कलिंगर का रिकॉर्ड शानदार रहा है और उन्होंने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन उनकी बढ़ती उम्र और उनकी बेस प्राइस उनकी मुसीबत की वजह बन सकती है। 37 साल की उम्र में वो किसी भी टीम के लिए लंबे समय का विकल्प नहीं बन सकते हैं। पिछले आईपीएल सीज़न में उनकी बेस प्राइस महज़ 50 लाख थी फिर भी वो नहीं बिक पाए थे। इस साल उनकी बेस प्राइस 1.5 करोड़ रुपये तय की गई है जो चौंकाने वाली बात है। अगर वो इस साल भी नीलामी में न बिक पाएं तो ये कोई ताज्जुब की बात नहीं है।
#5 कैमरन व्हाइट
ऑस्ट्रेलिया के बिग बैश लीग सीज़न 7 में कैमरन व्हाइट की स्ट्राइक रेट 150 के आस-पास रहा है। वो मेलबर्न रेनेगेड्स टीम के अहम सदस्य हैं। अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत ऑस्ट्रेलिया वनडे टीम में उनकी तीन साल बाद वापसी हुई। वो इस वक़्त इंग्लैंड के ख़िलाफ़ कंगारू वनडे टीम का हिस्सा हैं। व्हाइट एक अनुभवी खिलाड़ी रहे हैं, उन्होंने 3 अलग-अलग टीम की तरफ़ से आईपीएल खेला है। इसके बावजूद उनकी बेस प्राइस उनके ख़िलाफ़ जा सकती है। कैमरन व्हाइट का अनुभव मध्य क्रम की बल्लेबाज़ी में काम आ सकता है। अब हर टीम के मालिकों को ये तय करना है कि वो व्हाइट को लेकर बड़ा दाव खेलना चाहते हैं या नहीं। उनकी बेस प्राइस 2 करोड़ रुपये रखी गई है। व्हाइट उन 36 खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हैं जिनकी बेस प्राइस 2 करोड़ रुपये रखी गई है। जब नीलामी की टेबल पर युवा और विस्फोटक मध्य क्रम बल्लेबाज़ों की भरमार है तो ऐसे में कोई भी इतनी ज़्यादा क़ीमत देकर व्हाइट को नहीं ख़रीदना चाहेगा। हांलाकि व्हाइट को लेकर कई साकारात्मक पहलू भी हैं लेकिन वो अब 34 साल के हो चुके हैं और उनकी उम्र भी उनके ख़िलाफ़ जा सकती है। लेखक – श्री हरि अनुवादक – शारिक़ुल होदा