चेन्नई सुपरकिंग्स आईपीएल की सबसे सफल टीम है। यह टीम अब तक 3 बार आईपीएल का खिताब जीत चुकी है जबकि अब जितने भी संस्करणों में इस टीम ने भाग लिया है सभी में प्लेऑफ तक पहुंची है। इसके अलावा इस टीम ने 2 बार चैंपियंस लीग टी20 का खिताब भी जीत चुकी है। इस टीम की कप्तानी का कार्यभार पहले सीजन से ही महेंद्र सिंह धोनी संभालते हैं।
इसके अलावा ब्रेंडन मैकलम, जॉर्ज बेली, माइकल हसी, एल्बी मॉर्कल, मैथ्यू हेडन, रविंचंद्रन अश्विन, एंड्रू फ्लिंटॉफ जैसे दिग्गज क्रिकेटर इस टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
यूं तो इस टीम में बड़े-बड़े दिग्गजों ने बड़े-बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए लेकिन वहीं कुछ ऐसे भी खिलाड़ी भी हैं जिन्हें इस टीम में मौका न मिल पाने की वजह से निराश होना पड़ा लेकिन जब किसी अन्य टीम का हिस्सा बने तो उनकी किस्मत खुल गई। आज हम ऐसे ही 3 खिलाड़ियों के बारे में बात करने जा रहे हैं जिन्होंने चेन्नई सुपरकिंग्स टीम को छोड़ने के बाद शानदार प्रदर्शन किया।
#3. जॉर्ज बेली:
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जॉर्ज बेली 2009 से 2012 तक चेन्नई सुपरकिंग्स टीम का हिस्सा रहे हैं। लेकिन अधिक मौके न मिल पाने के कारण वे कुछ अच्छा नहीं कर पाए। उन्हें इन 4 सालों में मात्र 4 मैचों में खेलने का मौका मिला जिसमें उन्होंने मात्र 63 रन बनाए।
2014 में में वे किंग्स इलेवन पंजाब के हिस्सा बने, उन्होंने 2015 तक इस टीम का नेतृत्व किया। उन्होंने किंग्स इलेवन पंजाब को 35 में से 18 मैचों में जीत दिलाई जबकि बल्लेबाजी करते हुए 516 रनों का भी योगदान दिया। उनकी कप्तानी में किंग्स इलेवन पंजाब ने 2014 में फाइनल तक का सफर तय किया था।
2016 में वे राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स टीम का हिस्सा बने थे। उन्होंने उस सीजन 6 मैचों में 21.0 की औसत से 84 रन बनाए थे। उसके बाद से वे अब तक कोई भी आईपीएल मैच नहीं खेले हैं।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज स्पोर्टसकीड़ा पर पाएं।
#2. विजय शंकर:
विजय शंकर ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से की थी। चेन्नई ने साल 2014 के ऑक्शन में उन्हें उनकी बेस प्राइस 10 लाख रुपये में खरीदा था। उस सीजन उन्हें मात्र 1 ही मैच खेलने का मौका मिला था जिसमें वे 0 रन पर नाबाद थे जबकि उन्होंने 1 ओवर गेंदबाजी भी की थी जिसमें उन्हें कोई सफलता नहीं मिली थी।
इसके बाद साल 2015 में वे आईपीएल से बाहर रहे। साल 2016 और 2017 में वे सनराइजर्स हैदराबाद के हिस्सा रहे। 2016 में उन्हें कोई मैच खेलने का मौका नहीं मिला जबकि साल 2017 में उन्होंने 4 मैच खेले जिसमें 50.50 की औसत से 101 रन बनाए जिसमें 1 अर्धशतक शामिल था।
इसके बाद साल 2018 में वे दिल्ली कैपिटल्स टीम का हिस्सा बने। इस सीजन उन्होंने 13 मैच में 53 की औसत से 212 रन बनाए जिसमें 1 अर्धशतक शामिल था। इस दौरान वे 7 बार नॉटआउट रहे जबकि उनका स्ट्राइक रेट 143.24 का रहा।
साल 2019 में वे एक बार फिर सनराइजर्स हैदराबाद टीम का हिस्सा बन गए जहां उन्होंने केन विलियमसन की गैरहाजिरी में तीसरे नम्बर पर बल्लेबाजी की जबकि उनके वापस आने पर चौथे नम्बर पर बल्लेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने इस सीजन 9 मैचों में 19.85 की औसत से 139 रन बनाए हैं।
#3. क्रिस मॉरिस:
दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर क्रिस मॉरिस को 2013 के ऑक्शन में चेन्नई सुपरकिंग्स ने 3.3 करोड़ रुपये देकर खरीदा था। उस सीजन उन्होंने चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए शानदार प्रदर्शन भी किया था। क्रिस मॉरिस ने 2013 में 16 मैच खेलते हुए 26.73 की औसत से 15 विकेट चटकाए थे।
इस प्रदर्शन के बावजूद भी उन्हें अगला सीजन बेंच पर बैठकर बिताना पड़ा। चेन्नई सुपरकिंग्स हमेशा से ही ड्वेन ब्रावो और रविंद्र जडेजा जैसे दिग्गज आलराउंडरों से भरी पड़ी थी, ऐसे में क्रिस मॉरिस को जगह मिलना काफी मुश्किल था। इसलिए साल 2015 में उन्हें दिल्ली कैपिटल्स टीम ने 7 करोड़ रुपये की बड़ी कीमत देकर खरीद लिया। क्रिस मॉरिस ने दिल्ली की ओर से अब तक 44 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने बल्लेबाजी करते हुए लगभग 27 की औसत से 503 रन बनाए हैं जबकि गेंदबाजी करते हुए 29.32 की औसत से 43 विकेट चटकाए हैं।