इंडियन प्रीमियर लीग बिना किसी संदेह के दुनिया में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली टी20 क्रिकेट लीग है। आईपीएल की शुरुआत से ही कई मुख्य भारतीय खिलाड़ियों को उनकी होमटाउन टीम के साथ खेलते हुए देखा गया है। इनमें सचिन तेंदुलकर (मुंबई इंडियंस), सौरव गांगुली (कोलकाता नाइट राइडर्स), वीरेंदर सहवाग (दिल्ली डेयरडेविल्स), राहुल द्रविड़ (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर) और युवराज सिंह (किंग्स इलेवन पंजाब) शामिल हैं। हालांकि आईपीएल के एक दशक बीत जाने के बाद भी कुछ ऐसे स्टार भारतीय खिलाड़ी भी रहे हैं जिन्हें अभी तक अपने होमटाउन टीम के साथ खेलने का मौका नहीं मिल पाया है। आइए जानते हैं ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में...
# 7 मुरली कार्तिक
मैच: 56, विकेट: 31, इकॉनमी रेट: 7.24, स्ट्राइक रेट: 37.06
टीमों के लिए खेला: कोलकाता नाइट राइडर्स, पुणे वॉरियर्स इंडिया, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, किंग्स-XI पंजाब
चेन्नई में पैदा हुए मुरली कार्तिक ने कभी भी क्रिकेट के मैदान में अपने होमटाउन या होमस्टेट का प्रतिनिधित्व नहीं किया है। बाएं हाथ के स्पिनर ने दिल्ली जूनियर सिस्टम से शुरुआत की। उन्होंने 18 साल के रणजी ट्रॉफी करियर में रेलवे का प्रतिनिधित्व किया है। आईपीएल में भी दिनेश कार्तिक अपनी होमटाउन टीम चेन्नई सुपर किंग्स के लिए कभी नहीं खेल पाए। उन्होंने आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ शुरुआत की। तीन सालों के बाद वह पुणे वॉरियर्स इंडिया में चले गए। 2013 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने उन्हें खरीदा। इसके बाद आखिर में कार्तिक को 2014 में किंग्स इलेवन पंजाब ने खरीदा था। अब कार्तिक आईपीएल को अलविदा कह चुके हैं।
# 6 पार्थिव पटेल
मैच: 120, रन: 2375, औसत: 21.99, स्ट्राइक रेट: 117.45, अर्धशतक: 11, कैच: 60
टीमों के लिए खेला: चेन्नई सुपर किंग्स, कोच्चि टस्कर्स केरल, डेक्कन चार्जर्स, सनराइजर्स हैदराबाद, मुंबई इंडियंस, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर.
पार्थिव पटेल ने आईपीएल में सबसे ज्यादा टीमों का प्रतिनिधित्व किया है। वह आईपीएल इतिहास के ग्यारह सालों के दौरान पहले ही 6 टीमों का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। 2008 में पहली नीलामी में चेन्नई सुपर किंग्स ने विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर उन्हें खरीदा। तीन सत्रों के बाद एक साल के लिए वह कोच्चि टस्कर्स केरल से जुड़ गए। फिर 2012 की नीलामी में उन्हें डेक्कन चार्जर्स द्वारा खरीदा गया। इसके अगले साल फिर वो नीलामी में शामिल हुए और सनराइजर्स हैदराबाद से जुड़े। एक सीजन बाद में उन्होंने फिर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का रुख किया। पटेल ने पांच सालों में पांच टीमें बदली और फिर वे 2015 में मुंबई इंडियंस में चले गए थे। पार्थिव ने मुंबई इंडियंस के साथ आईपीएल में कई सफल पारियां खेली और टीम को मजबूत शुरुआत प्रदान करने में भूमिका अदा की। पार्थिव पटेल का मुंबई इंडियंस के साथ कार्यकाल काफी सफल रहा और उन्होंने मुंबई इंडियंस की टीम में सलामी बल्लेबाज के तौर पर भी सेवाएं दी। साल 2016 और 2017 में राजस्थान रॉयल्स पर बैन लगने के बाद गुजरात लायंस को आईपीएल में दो साल के लिए मौका मिला। हालांकि पार्थिव गुजरात से ताल्लुक रखते हैं लेकिन वो गुजरात लायंस के लिए खेलने से चूक गए। अब इस सीजन में वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ एक बार फिर वापस जुड़ गए हैं।
#5 इशांत शर्मा
मैच: 76, विकेट: 59, इकॉनमी रेट: 8.17, स्ट्राइक रेट: 27.74
टीमों के लिए खेला: कोलकाता नाइट राइडर्स, डेक्कन चार्जर्स, सनराइजर्स हैदराबाद, राइजिंग पुणे सुपरज्वाइंट्स, किंग्स-XI पंजाब
दिल्ली के ईशांत शर्मा ने 10 साल के आईपीएल करियर में 5 टीमों का प्रतिनिधित्व किया है। हालांकि इसके बावजूद भी वो कभी दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ नहीं खेल पाए हैं। 2008 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें खरीदा। इसके बाद 2011 में डेक्कन चार्जर्स से वो जुड़े। इसके बाद वो सनराइजर्स हैदराबाद के साथ शामिल हो गए। 2016 में राइजिंग पुणे सुपर सुपरज्वाइंट्स और 2017 में ईशांत किंग्स इलेवन पंजाब के साथ जुड़े। हालांकि उनके प्रदर्शन में लगातार गिरावट देखने को मिली, यही वजह रही कि इस साल के आईपीएल सीजन में ईशांत बिना बिके रह गए।
#4 अंबाती रायुडू
मैच: 124, रन: 2839, औसत: 28.67, स्ट्राइक रेट: 129.39, अर्धशतक: 16, कैच: 46
टीमों के लिए खेला: मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स
हैदराबाद के अंबाती रायुडू साल 2010 में मुंबई इंडियंस से जुड़े। मुंबई के साथ अंबाती रायुडू ने एक लंबी पारी खेली। मुंबई के लिए अंबाती रायुडू का कार्यकाल काफी सफल रहा। साल 2013, 2015 और 2017 में मुंबई की खिताबी जीत का भी अंबाती हिस्सा रहे हैं। एक लंबा वक्त मुंबई के साथ बिताने के बाद अंबाती रायुडू को इस साल दो साल के बाद वापसी करने वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने खरीदा। हालांकि इतने साल बीत जाने के बाद भी रायुडू आईपीएल में अपनी होमटाउन टीम डेक्कन चार्जर्स या सनराइजर्स हैदराबाद के लिए कभी भी नहीं खेल पाए हैं।
#3 दिनेश कार्तिक
मैच: 161, रन: 3183, औसत: 25.87, स्ट्राइक रेट: 127.67, अर्धशतक: 14, कैच: 93, स्टंपिंग्स: 28
टीमों के लिए खेला: दिल्ली डेयरडेविल्स, किंग्स इलेवन पंजाब, मुंबई इंडियंस, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, गुजरात लायंस, कोलकाता नाइट राइडर्स
घरेलू क्रिकेट में तमिलनाडु के लिए दिनेश कार्तिक का शानदार रिकॉर्ड है। वह एक दशक से अधिक समय तक घरेलू क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक रहे हैं। हालांकि, विकेटकीपर बल्लेबाज होने के कारण वो चेन्नई सुपर किंग्स के लिए आईपीएल में कभी नहीं खेल पाए क्योंकि चेन्नई की टीम में एमएस धोनी की उपस्थिति पहले से ही विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर मौजूद थी। विकेटकीपिंग में धोनी जैसे आश्वस्त उपस्थिति के कारण चेन्नई ने कभी भी दिनेश कार्तिक को अपने साथ नहीं जोड़ा। अपने आईपीएल करियर में कार्तिक ने दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ शुरुआत की। जहां तीन साल बिताने के बाद 2011 में वो किंग्स इलेवन पंजाब से जुड़े। इसके बाद 2012 मुंबई इंडियंस ने कार्तिक को खरीद लिया। दो साल के बाद दिल्ली डेयरडेविल्स ने साल 2014 के सीजन के लिए कार्तिक पर बोली लगाई तो वहीं रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 2015 में कार्तिक को भारी बोली लगाकर खरीदा लेकिन कार्तिक दिल्ली और बैंगलोर दोनों टीमों के लिए ही नाकाम रहे। इसके बाद 2016 में नई टीम गुजरात लायंस ने उन्हें खरीदा, जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। आईपीएल के 11वें सीजन में कार्तिक पर एक बार फिर बोली लगी और कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें खरीदा है। इसके साथ ही कोलकाता नाइट राइडर्स ने दिनेश कार्तिक को टीम की कप्तानी भी सौंपी है।
#2 हरभजन सिंह
मैच: 144, विकेट: 133, इकॉनमी रेट: 6.95, स्ट्राइक रेट: 22.97, कैच: 42
टीमों के लिए खेला: मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स.
हरभजन सिंह आईपीएल की शुरुआत से ही मुंबई इंडियंस से जुड़ गए थे। आईपीएल के पहले 10 सीजन तक हरभजन सिंह ने मुंबई इंडियंस के लिए काफी अहम योगदान दिया। हरभजन मुंबई इंडियंस की गेंदबाजी की रीढ़ की हड्डी के तौर पर देखे जाते थे। मुंबई इंडियंस ने तीन बार आईपीएल के खिताब पर कब्जा जमाया है और हरभजन सिंह का हर खिताबी जीत में मुंबई के लिए योगदान रहा है। हरभजन सिंह को मुंबई के जरिए साल 2010 और साल 2014 के सीजन में रिटेन कर लिया गया था लेकिन इस बार मुंबई ने विकल्प छोड़ दिया और चेन्नई सुपर किंग्स ने मौके का फायदा उठाते हुए हरभजन सिंह पर बाजी मार ली। आईपीएल के 11वें सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स ने हरभजन सिंह को खरीद लिया। ऐसे में पंजाब से ताल्लुक रखने वाल हरभजन सिंह कभी भी आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए नहीं खेल पाए।
# 1 विराट कोहली
मैच: 158, रन: 4775, औसत: 38.20, हड़ताल दर: 130.25, अर्धशतक: 33, शतक: 4, कैच: 65
टीम के लिए खेला: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर
आज के दौर के रन मशीन बन चुके भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली आईपीएल के शुरुआती सीजन से ही रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं। साल 2008 की नीलामी प्रक्रिया में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर दिल्ली के युवा खिलाड़ी विराट कोहली पर महत्वपूर्ण दांव लगाया था। उस दौरान 19 वर्षीय कोहली ने साल की शुरुआत में मलेशिया में अंडर 19 विश्व कप खिताब जीतने वाली टीम की अगुवाई कर सुर्खियां बटोरी थी। हालांकि आरसीबी को उस वक्त इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि आने वाले वक्त में यह खिलाड़ी विश्व क्रिकेट पर अपनी छाप छोड़ने वाला है। शुरू से ही आईपीएल में आरसीबी के साथ जुड़ने के कारण विराट कोहली दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ नहीं जुड़ पाए। जिसके कारण विराट कोहली कभी भी अपनी होमटाउन टीम के लिए प्रदर्शन नहीं कर पाए। लेखक: नीरज मनिवन्नन अनुवादक: हिमांशु कोठारी