आईपीएल अपने दूसरे दशक में प्रवेश कर रहा है और अब तक की सबसे रोमांचक खबर चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स की दो साल के निलंबित के बाद वापसी होने की है। यह दोनो ही दिग्गज आईपीएल टूर्नामेंट में एक बार से धमाकेदार वापसी करने की कोशिश करेंगे। दूसरी ओर आरसीबी आईपीएल 2018 में एक नई शुरुआत करने की उम्मीद कर रहा है और भारत के 2011 के विश्व कप के विजेता कोच गैरी कर्स्टन और पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को क्रमशः अपने बल्लेबाजी और गेंदबाजी कोच के रूप में शामिल किया है। वर्तमान में विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम को आईपीएल के किसी भी संस्करण में सफलता नहीं मिली है। वह सभी फ्रैंचाइजी में से सबसे दुर्भाग्यशाली टीम रही है। 2009, 2011 और 2016 में तीन मौकों पर बैंगलोर उपविजेता रहे हैं और ख़िताब के पास हो कर भी जीत न सके हैं। आरसीबी परंपरागत रूप से एक भरी भरकम बैटिंग क्रम वाली टीम रही है, लेकिन उनके सामान्य गेंदबाजी आक्रमण ने उन्हें हर बार निराश किया है। इस सूची में उन खिलाड़ियों को शामिल किया गया है जिन्होंने टीम पर अपने प्रदर्शन के माध्यम से सकारात्मक प्रभाव डाला है और फ्रैंचाइज़ी के लिए कम से कम 2 सीज़न खेले हैं। नोट: टीम में सात भारतीय क्रिकेटर और चार विदेशी शामिल हैं:
सलामी बल्लेबाज़
# 1 क्रिस गेल
टी 20 के इतिहास में सबसे अधिक विस्फोटक सलामी बल्लेबाजों में से एक, क्रिस गेल, 2011 में रॉयल चैलेंजर्स में डर्क नानेस के चोटिल होने पर शामिल हुए थे। बीच सीजन में टीम में शामिल होने के बाद भी, उन्होंने 12 पारियों में 188 रन की स्ट्राइक रेट के साथ 608 रन बनाए, जिसमें 2 शतक शामिल थे। 2012 और 2013 के अगले दो संस्करणों में, उन्होंने क्रमशः 600 से अधिक रन बनाए और वह भी 150 की स्ट्राइक रेट के साथ। लेकिन पिछले सीज़न में, वह वैसा प्रदर्शन करने में असमर्थ रहे थे और इसके परिणामस्वरूप 2018 की नीलामी से पहले उन्हें फ्रैंचाइजी द्वारा बनाए नही रखा गया था। वह इस साल अप्रैल में किंग्स इलेवन पंजाब की जर्सी में खेलते नज़र आएंगे।
# 2 विराट कोहली
खेल के सभी तीन प्रारूपों के मौजूदा भारतीय कप्तान और आईपीएल के इतिहास में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी विराट कोहली ने बेंगलुरु स्थित इस फ्रैंचाइजी के लिए शानदार प्रदर्शन किया है। दाएं हाथ के इस भारतीय टीम के कप्तान ने 2008 के आईसीसी अंडर -19 विश्व कप जीता और 2008 में नीलामी के बाद आरसीबी द्वारा युवा खिलाड़ी अनुबंध के एक हिस्से के रूप में टीम में शामिल किये गये। आरसीबी के लिये 5-वें नंबर पर बल्लेबाज़ी करने से लेकर बतौर पारी की शुरुआत करने तक कोहली की बतौर खिलाड़ी एक कमाल की कहानी रही है। यह बेहतरीन बल्लेबाज़ बैंगलोर की ओर से शुरू से ही खेलता रहा है, और उनके लिए 148 मैचों में खेल चुके है। उन्होंने 10 संस्करणों में 35.90 की एक प्रभावशाली औसत के साथ आरसीबी के लिये कुल 4,129 रन बनाए हैं।
मध्य क्रम
# 3 राहुल द्रविड़
विश्व में सबसे अचूक बल्लेबाज राहुल द्रविड़ आज भी आरसीबी के लिए दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज है। 45 वर्षीय इस खिलाड़ी ने आरसीबी के लिए अपने 43 मैचों में 125 से अधिक की शानदार स्ट्राइक रेट के साथ कुल 898 रन बनाये। हालांकि वह फ्रैंचाइजी के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक थे, मगर वह उनके लिये एक आदर्श कप्तान नहीं हो बन सके क्योंकि बतौर कप्तान उनकी सफलता का प्रतिशत मात्र 28% (आरसीबी के किसी भी कप्तान द्वारा सबसे कम) था। गृह मैदान एम चिन्नास्वामी स्टेडियम वाली इस फ्रैंचाइजी के लिए द्रविड़ का सर्वश्रेष्ठ स्कोर राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 75 नाबाद का रहा था, जिसे उन्होंने टूर्नामेंट के पहले संस्करण में बनाया था।
# 4 एबी डीविलियर्स
इस करिश्माई बल्लेबाज को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर द्वारा आईपीएल नीलामी 2011 में 1.1 मिलियन अमरीकी डालर में खरीदा गया। तब से एबी डीविलियर्स ने क्रिस गेल के साथ हाथ मिलकर विपक्षी गेंदबाजों के सीजन दर सीज़न छक्के छुड़ाने का काम किया है। 2012 के सत्र के दौरान उन्होंने एक फिनिशर की भूमिका निभाई, कई बार उन्होंने हार के जबड़े से अपनी टीम के लिए जीत छीन ली। दक्षिण अफ्रीका के इस खिलाड़ी ने कुछ अविश्वसनीय शॉट खेलते हुए एक मैच में विश्व के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक डेल स्टेन के एक ओवर में 23 रन बनाये थे। 157.19 की स्ट्राइक रेट के साथ, ‘मिस्टर 360’ नाम से मशहूर डीविलियर्स ने फ्रैंचाइज़ी के लिए खेले गए 101 मैचों में आरसीबी के लिए 2 शतक और 20 अर्धशतक बनाए हैं। जब भी वह भारत में बल्लेबाजी करने के लिए बाहर आते हैं, एबीडी को दर्शकों द्वारा खड़े हो सम्मान दिया जाता है, यह एक ऐसा विशेषाधिकार है जो क्रिकेट के खेल में बहुत ही कम विदेशी खिलाड़ियों मिलता है।
विकेटकीपर और ऑल राउंडर
# 5 रॉबिन उथप्पा (विकेटकीपर)
वर्तमान सीजन के लिए केकेआर के संभावित कप्तानी उम्मीदवारों में से एक रॉबिन उथप्पा एक समय रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम का हिस्सा थे, जब वह 2009 और 2010 के टूर्नामेंट में इस टीम की ओर से खेलते थे। उथप्पा ने बैंगलोर की ओर से खेले गये 40 मैच में 700 से ज्यादा रन बनाए हैं। वह आरसीबी 2009 के फाइनल तक पहुँचने वाली आरसीबी टीम का हिस्सा थे और 2010 में प्लेऑफ़ तक पहुँचने वाली आरसीबी टीम के लिये भी खेले थे।
# 6 जैक्स कैलिस
पूर्व दक्षिण अफ्रीकाई खिलाड़ी और वर्तमान में कोलकाता नाइट राइडर्स के कोच जैक्स कैलिस अपने करियर के दूसरे चरण में एक उच्च गुणवत्ता वाले टी -20 खिलाड़ी बन गए। वह 2008 से 2010 की अवधि में आरसीबी की टीम का हिस्सा थे। 2008 में खराब सीजन के बाद कैलिस बेहतर खिलाड़ी बन गये और आरसीबी के लिए 2010 के सीजन में 572 रन बनाये। उन्होंने तीन सीज़न में गेंद के साथ 23 विकेट भी लिए थे, जिसके चलते वह आरसीबी टीम के एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन गये थे। आरसीबी के लिए दुर्भाग्य से जब जैक्स कैलिस अपने करियर के चरम पर थे तब उन्होंने क्लब छोड़ दिया। कैलिस को हमेशा टीम अपनी जीत में उनके अहम योगदान के लिए याद करेगी।
तेज़ गेंदबाज़
# 7 मिचेल स्टार्क
मिचेल स्टार्क 2014 से 2016 तक आरसीबी का हिस्सा रहे थे, लेकिन उनके लिए वह केवल दो संस्करणों में खेल पाये और 2016 का पूरा सीज़न वह पैर की चोट से उबरने में असफल होने के चलते नही खेल पाये थे। 2014 में, उन्होंने 7.49 की इकॉनमी के साथ 28.71 की औसत से 14 विकेट लिए, और 2015 में उन्होंने 14.55 की औसत से 20 विकेट लिए और उनकी इकॉनमी 6.76 की रही, और कोहली की अगुवाई वाली टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया। आरसीबी और स्टार्क ने 2017 के आईपीएल सीजन में अपने रास्ते अलग कर लिये हालाँकि 2016 में टीम को प्लेऑफ तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ आठवें संस्करण में स्टार्क ने 15 रन देकर 4 लिये थे, जो कि बैंगलोर की फ्रैंचाइजी के लिए उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
# 8 विनय कुमार
आरसीबी के इतिहास में सर्वाधिक विकेट लेने वाले विनय कुमार ने बेंगलुरू फ्रैंचाइज़ी के लिए 80 विकेट लिए। 2010 में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ उनके 4-0-40-4 के आंकड़े अब भी इस टी -20 लीग में उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा है। वह आरसीबी के सर्वश्रेस्ठ प्रदर्शनकर्ताओं में से एक है और फ्रेन्चाइजी के साथ पांच साल के कार्यकाल के दौरान, वह अंतिम ओवरों में टीम के मुख्य गेंदबाज़ रहे हैं, और उनके आरसीबी टीम से जाने के बाद आज भी टीम उचित गेंदबाजी संयोजन प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रही है।
# 9 श्रीनाथ अरविंद
श्रीनाथ अरविंद, रॉयल चैलेंजर्स के एक बेहद कम आंके जाने वाले गेंदबाज रहे हैं, जिनका प्रदर्शन हमेशा अपनी टीम के और अधिक बड़े नामों के चलते दबते रहा है। अरविंद 2011 में बैंगलोर स्थित फ्रैंचाइजी की ओर से सर्वाधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी थे और उन्होंने आईपीएल में कई वर्षों से प्रभावित किया है। उस सत्र में उन्होंने 13 मैचों 21 विकेट लिये थे।
स्पिनर
# 10 अनिल कुंबले
अनिल कुंबले को दूसरे सीजन के बीच में टीम के एक ख़राब सत्र के दौरान अचानक कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी गयी और जब से उन्होंने पदभार संभाला था, टीम के भाग्य में अचानक बदलाव आने लगा था। इस दिग्गज स्पिनर ने अपनी टीम का एक आदर्श तरीके से नेतृत्व किया, जिससे उन्हें टूर्नामेंट के फाइनल पहुंचने में मदद मिली। 47 साल का यह पूर्व भारतीय लेग स्पिनर आईपीएल के इतिहास में आरसीबी के लिए दूसरा सबसे अधिक विकेट लेने वाला खिलाड़ी है, और उनके नाम 51 आईपीएल मैचों में 53 विकेट हैं। कुंबले का 2009 में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 3.1 ओवरों में 1-5 का गेंदबाजी आंकड़ा, अब भी टूर्नामेंट में एक भारतीय द्वारा सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है। कुंबले आज भी आरसीबी के लिए सर्वश्रेठ कप्तान हैं, क्योंकि उनका जीत का प्रतिशत सबसे अधिक 54.28 का रहा है, वहीं कोहली का 53.73 और डेनियल विटोरी का 53.57 का रहा है।
# 11 युज़वेन्द्र चहल
पिछले कुछ समय से आरसीबी टीम में यह लेग स्पिनर अपनी टीम की गेंदबाजी के प्रमुख आधार रहे हैं। उनकी विकेट लेने की क्षमता उनकी सबसे बड़ी ताक़त है, और मुश्किल स्थिति में कोहली के प्रमुख गेंदबाज़ रहे है। आईपीएल के 2014 के संस्करण में आरसीबी ने उन्हें सिर्फ 10 लाख रुपये में खरीदा था और उन्होंने टीम में तुरंत अपनी जगह बनाई। फ्रैंचाइज़ी के लिए कुछ शानदार प्रदर्शन करने के बाद उन्होंने राष्ट्रीय चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया। आरसीबी के लिए खेलते हुए, वह 2015 के सीजन में तीसरे सर्वाधिक विकेट लेने वाले और अगले साल 2016 में दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी बने। लेखक: वरुण ऐथल अनुवादक: राहुल पांडे