पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने आईपीएल (IPL) में एक अहम बदलाव की मांग की है। उनका कहना है कि जब 2022 के सीजन से आईपीएल में टीमों की संख्या 10 हो जाए तो फिर एक टीम की प्लेइंग इलेवन में पांच विदेशी प्लेयर्स को खेलने का मौका मिलना चाहिए।
आपको बता दें कि आईपीएल में टीमों की संख्या बढ़कर 10 होने वाली है। दो नई फ्रेंचाइज को और जोड़ा जाएगा। इससे इस टूर्नामेंट में टीमों की संख्या बढ़कर 10 हो जाएगा और ऐसा 2011 के बाद पहली बार होगा।
ईएसपीएन क्रिकइन्फो के शो "म्यूट मी" में आकाश चोपड़ा ने कहा कि वो चाहते हैं कि प्लेइंग इलेवन में विदेशी प्लेयर्स की संख्या को भी बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा "प्लेइंग इलेवन में अगले सीजन से पांच ओवरसीज प्लेयर्स को जगह मिलनी चाहिए। जब 10 टीमों का आईपीएल हो जाए तब आप ऐसा कर सकते हैं। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि इससे टीमों की क्वालिटी बढ़ जाएगी। कई कारणों से आईपीएल दुनिया की बेस्ट टी20 लीग रही है। सबसे बड़ा कारण तो यही है कि यहां पर जबरदस्त क्वालिटी वाले मैचों का आयोजन होता है।"
पांच विदेशी प्लेयर्स के खेलने से आईपीएल की क्वालिटी बढ़ जाएगी - आकाश चोपड़ा
आकाश चोपड़ा के मुताबिक अगर एक टीम की प्लेइंग इलेवन में पांच विदेशी प्लेयर्स को खिलाया जाता है तो फिर इससे लीग की क्वालिटी और बढ़ जाएगी और टीमों की संख्या बढ़ने से मैचों के रोमांच में कोई कमी नहीं आएगी।
उन्होंने आगे कहा "अगर आपके पास पांच विदेशी प्लेयर हैं तो फिर गुणवत्ता से समझौता नहीं होगा। क्योंकि कुछ टीमों के पास बेहतरीन इंडियन प्लेयर हैं लेकिन ज्यादातर टीमों के पास ऐसा नहीं है। ऐसे में अगर आप पांच विदेशी प्लेयर्स को खिलाते हैं तो फिर क्वालिटी को मेनटेन कर सकते हैं।"