आईपीएल (IPL) 2023 में एक नया नियम देखने को मिलेगा। आगामी सीज़न में इंपैक्ट प्लेयर कांसेप्ट लागू किया जा रहा है। यह नियम केवल भारतीय क्रिकेटरों पर ही लागू हो सकता है। आईपीएल के दौरान इंपैक्ट प्लेयर कांसेप्ट का उपयोग कैसे किया जा सकता है, बीसीसीआई ने इस पर अभी तक आधिकारिक नियम नहीं बनाए हैं।
हालांकि, क्रिकबज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सभी फ्रेंचाइजियों को पहले ही बता दिया गया है कि एक विदेशी खिलाड़ी दूसरे विदेशी खिलाड़ी को सबस्टिट्यूट के तौर पर रिप्लेस नहीं कर सकता है। इसके अलावा कोई भी विदेशी क्रिकेटर किसी भारतीय खिलाड़ी की जगह रिप्लेसमेंट के तौर पर नहीं आ सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि विदेशी खिलाड़ी को न शामिल करने पर रोक इसलिए लगाई गई है ताकि आईपीएल मैच में केवल चार विदेशी खिलाड़ियों के भाग लेने का प्राइमरी कांसेप्ट कमजोर न हो। कुछ दिन पहले, बीसीसीआई ने पुष्टि की थी कि इम्पैक्ट प्लेयर कांसेप्ट पेश किया जाएगा, जिसकी शुरुआत आईपीएल के आगामी सीज़न से होगी। बीसीसीआई ने कहा था,
आईपीएल 2023 सीज़न से आईपीएल में एक नया आयाम जोड़ने के लिए एक कांसेप्ट पेश किया जाएगा, जिसमें प्रति टीम एक सबस्टिट्यूट खिलाड़ी आईपीएल मैच में अधिक सक्रिय भाग लेने में सक्षम होगा। इससे संबंधित नियम जल्द ही जारी किए जाएंगे।
बीसीसीआई ने फुटबॉल और कुछ अन्य खेलों से प्रेरणा लेते हुए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT) 2022 के दौरान भी इम्पैक्ट खिलाड़ी का नियम लागू किया था।
सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफी में इम्पैक्ट प्लेयर को लेकर क्या थे नियम
नियमों के मुताबिक दोनों ही टीमें मैच के 14वें ओवर से पहले तक 'इम्पैक्ट प्लेयर' का इस्तेमाल कर सकेंगी और उसके बाद ये नियम लागू नहीं होगा, यानी फील्डिंग करने वाली टीम और बैटिंग करने वाली टीम दोनों को ही 14वें ओवर से पहले ही अपने इम्पैक्ट प्लेयर' को मैदान में उतारना पड़ेगा।
इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर बल्लेबाज या गेंदबाज किसी को भी जरूरत के हिसाब से उतारा जा सकता है। हालाँकि फील्डिंग करने वाली टीम एक समय पर 11 से अधिक खिलाड़ी मैदान पर नहीं रख सकती। ऐसे में जिसकी जगह इम्पैक्ट प्लेयर आएगा, उस खिलाड़ी को बाहर जाना होगा।