19 सितंबर को जब आईपीएल 2020 की शुरुआत हुई थी, उसके बाद से ही फैन्स अपने चहेते क्रिकेटर की झलक देखने के लिए बेताब थे, क्योंकि इस खिलाड़ी ने आईसीसी क्रिकेट विश्वकप 2019 के बाद से ही इस खेल से दूरी बना ली थी और उसके बाद अभी कुछ दिन पहले ही उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। आप उस क्रिकेटर का नाम तो समझ ही गए होंगे, हम जिनकी बात कर रहे हैं।
जी हां, हम बात कर रहे हैं भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी की, जिन्होंने अपनी कप्तानी के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम को आईसीसी की सभी बड़ी ट्रॉफी का हकदार बनाया। हालांकि धोनी ने आईसीसी क्रिकेट विश्वकप 2019 के बाद से ही क्रिकेट से दूरी बना ली थी और अभी बीते अगस्त माह में ही उन्होंने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया था। जिसके बाद उनके फैन्स काफी ज्यादा मायूस हो गए थे।
लेकिन आईपीएल के शुरू होने के बाद, जब महेंद्र सिंह धोनी की मैदान पर वापसी हुई, तो फैन्स के चेहरे खिल गए लेकिन महेंद्र सिंह धोनी और उनकी टीम ने जिस तरह का प्रदर्शन किया है। उसने सीएसके और धोनी दोनों के ही फैन्स को काफी निराश किया है। यही नहीं धोनी के निराशाजनक प्रदर्शन को लेकर एक हद तक यह भी कहा जा सकता है कि उनकी ढलती उम्र का असर अब उनके प्रदर्शन पर दिख रहा है।
ऐसे में आज हम आपको ऐसे तीन बड़े कारण बताने जा रहे हैं, जिसकी वजह से कहा जा सकता है कि अब महेंद्र सिंह धोनी के बल्ले में पहले जैसी वह धार नहीं रही या फिर उनका प्रदर्शन लगातार गिरता जा रहा है और उन्हें अब क्रिकेट से दूरी बना लेनी चाहिए।
#3 लंबे समय से क्रिकेट से दूरी
महेंद्र सिंह धोनी लगभग एक साल से भी ज्यादा समय से क्रिकेट से दूर थे। उन्होंने भले ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा अभी कुछ दिन पहले ही की हो लेकिन वह आईसीसी क्रिकेट विश्वकप 2019 के खत्म होने के बाद से ही इस खेल से दूर चल रहे हैं और उसके बाद हुई भारतीय सीरीज में भी उनहें टीम का हिस्सा नहीं बनाया गया।
जबकि आईपीएल में वापसी के बाद लोगों को उम्मीद थी कि महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट के इस छोटे प्रारूप में जमकर रन बनाएंगे। तो ऐसे में फैन्स की इस उम्मीद पर भी पानी फिरा है। एमएस धोनी ने अभी तक आईपीएल 2020 में सीएसके की कप्तानी करते हुए तीन मैच खेले हैं और इन तीन मैचों में उन्होंने 141 के स्ट्राइक रेट से महज 44 रन ही बनाए हैं। यही नहीं उनके इस गिरते प्रदर्शन की वजह से सीएसके को दो मैचों में हार का सामना भी करना पड़ा।
#2 ढलती उम्र का असर
लगभग 39 साल के हो चुके महेंद्र सिंह धोनी पर अब उनकी बढ़ती हुई उम्र का भी असर लगातार दिख रहा है, जिसका सबसे ज्यादा असर उनके प्रदर्शन पर पड़ता दिख रहा है। महेंद्र सिंह धोनी लगभग 39 साल के हो चुके हैं और काफी लंबे समय बाद जब वह मैदान पर उतरे, तो उनकी फिटनेस में भी काफी ज्यादा फर्क नजर आया।
महेंद्र सिंह धोनी ने जहां राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच में 29 रन बनाए, तो वहीं इसके बाद दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ भी उनका बल्ला कुछ खास नहीं चला। इस मैच में भी धोनी ने केवल 15 रन बनाए और रबाडा को अपना विकेट दे बैठे। जबकि आईसीसी 2019 विश्वकप के दौरान भी धोनी की बढ़ती उम्र का असर नजर आया था। जब न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में उन्होंने 72 गेदों में 50 रन की पारी खेली और फिर रन आउट होते ही भारतीय टीम के मैच जीतने की उम्मीदें भी खत्म हो गई थीं। जबकि उनके जोड़ीदार रविंद्र जडेजा ने उस मैच में बेहतरीन पारी खेली थी। जडेजा ने इस मैच में 59 गेदों में 77 रनों की धुंआधार पारी खेली थी लेकिन वह भारत को जीत नहीं दिला सके।
#1 दूसरी पारी की तैयारी में धोनी
महेंद्र सिंह धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बेशुमार नाम कमा चुके हैं और कुछ दिनों पहले ही उन्होंने अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर को अलविदा कहा था। वहीं अब लगता है कि वह आईपीएल से हटकर जिंदगी की दूसरी पारी खेलने के लिए बिल्कुल तैयार हैं और शायद यही कारण है कि इस सीजन आईपीएल में उनकी धार फीकी नजर आ रही है। 2019 विश्व कप के बाद से महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट फैंस की नजरों से ओझल हो गए लेकिन उन्हें कई दफा ट्रैक्टर चलाते, तो कभी अपने फॉर्म हाउस पर परिवार के साथ वक्त बिताते देखा गया।
धोनी कई कंपनियों के ब्रांड एंबेसडर हैं, यही नहीं वह खुद भी व्यवसाय की दुनिया में एक बड़ा नाम बन चुके हैं। उनका ब्रांड सेवन (Seven) मौजूदा मार्केट में सबसे बेहतरीन प्रोडक्ट्स के लिए जाना जाता है। इसके अलावा माही भारत और विदेशों में क्रिकेट ट्रेनिंग और कोचिंग सेंटर खोलने का काम कर रहे हैं जहां प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान कर उन्हें तराशने का काम होगा। जाहिर है कि महेंद्र सिंह धोनी अपनी दूसरी पारी की तैयारी कर चुके हैं और इसका असर उनके प्रदर्शन पर साफ दिख रहा है।