पिछले सीजन में राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स के पास मिडिल ऑर्डर में एक ऐसी बल्लेबाज की कमी दिखी जो मैच का रुख टीम की तरफ मोड़ सके। वहीं उनकी डेथ ओवर की गेंदबाजी भी कमजोर नजर आई। शायद यही वजह रही कि इस बार की नीलामी में उन्होंने 14.5 करोड़ की भारी-भरकम रकम के साथ बेन स्टोक्स को खरीदा। इस बार की नीलामी में स्टोक्स सबसे महंगे खिलाड़ी रहे। इसके साथ ही वो आईपीएल के इतिहास में सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी भी बन गए। आईपीएल के इतिहास में अभी युवराज सिंह सबसे महंगे खिलाड़ी हैं जिनके ऊपर 16 करोड़ की बोली लगी थी। लेकिन अब देखना ये है कि स्टोक्स पुणे की उम्मीदों पर कितना खरा उतर पाते हैं। पुणे ने जितना पैसा सिर्फ स्टोक्स पर लगा दिया उतने पैसे में एक पूरी टीम बन जाए। इससे पुणे पर टाइटल जीतने का और दबाव बढ़ गया होगा। आइए आपको बताते हैं स्टोक्स से सस्ते 11 खिलाड़ी। स्टोक्स को अकेले जितने पैसे मिले है उससे कम पैसे में ये 11 खिलाड़ी नीलाम हुए हैं। स्टोक्स को अकेले इन 11 खिलाड़ियों के बराबर पैसे मिले हैं। इन 11 खिलाड़ियों में 7 भारतीय और 4 विदेशी खिलाड़ी हैं। मार्टिन गप्टिल (किंग्स इलेवन पंजाब-50 लाख) सीमित ओवरों के खेल में बात जब सलामी बल्लेबाज की हो तो इस समय कीवी ओपनर मार्टिन गप्टिल से बेहतर सलामी बल्लेबाज कोई नहीं है। गप्टिल काफी विस्फोटक बल्लेबाज हैं और महज कुछ ओवरों के अंदर ही मैच का पासा पलटने का माद्दा रखते हैं। खासकर ओपनिंग बल्लेबाजी करते हुए वो काफी आक्रामक क्रिकेट खेलते हैं। टी-20 मैचों में गप्टिल 34 की औसत और 130 की स्ट्राइक रेट के साथ 5,000 रन बना चुके हैं। इस बार की नीलामी में एक बात तो उन्हें किसी भी टीम ने नहीं खरीदा। लेकिन अंत में किंग्स इलेवन पंजाब ने उनकी बेस प्राइज 50 लाख देकर उन्हें टीम में शामिल कर लिया। अगर गप्टिल आईपीएल में चल निकले तो निश्चित हो वो अपनी रकम की पाई-पाई का हिसाब चुकता कर देंगे। जेसन रॉय (गुजरात लॉयंस- 1 करोड़) आईपीएल की इस बार की नीलामी में इंग्लिश खिलाड़ियों का बोलबाला रहा। बेन स्टोक्स और टाइमल मिल्स इस सीजन के सबसे महंगे खिलाड़ी रहे। वहीं दूसरे इंग्लिश प्लेयरों के लिए भी अच्छी बोली लगी। हालांकि जॉनी बेरिएस्टो और एलेक्स हेल्स को कोई खरीददार नहीं मिला। लेकिन इयन मॉर्गन और जेसन रॉय आईपीएल में जगह बनाने में कामयाब रही। जेसन रॉय को 1 करोड़ में गुजरात लॉयंस ने खरीदा। जेसन रॉय फटाफट क्रिकेट के बेहतरीन खिलाड़ी हैं। उनके टी-20 करियर पर अगर नजर डालें तो 145 की शानदार स्ट्राइक रेट से 3, 5000 से ज्यादा रन बना चुके हैं। जेसन रॉय सलामी बल्लेबाज हैं और गुजरात लॉयंस की टीम में ब्रेंडन मैक्कलम, एरोन फिंच, और ड्वेन स्मिथ जैसे विस्फोटक सलामी बल्लेबाज पहले से हैं। ऐसे में देखना ये होगा कि जेसन रॉय की टीम में जगह बनती है या नहीं। लेकिन एक बात तो तय है कि इस सीजन में गुजरात लॉयंस के पास सबसे बेहतरीन ओपनर हैं। मनोज तिवारी (राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स-50 लाख) मध्यक्रम की बल्लेबाजी में पिछले सीजन में पुणे की टीम को काफी दिक्कत हुई थी। जितने भी मध्यक्रम के भारतीय बल्लेबाज थे उनका बल्ला नहीं चला था जिससे पुणे की टीम को कई मैचों में हार का सामना करना पड़ा। शायद इसीलिए पुणे की टीम ने राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स को खरीदा ताकि उनकी मध्यक्रम की बल्लेबाजी में गहराई आए। मनोज सैय्यद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में ईस्ट जोन के लिए खेल कर आ रहे हैं। ऐसे में टीम को उनसे काफी उम्मीदे हैं। मनोज भले ही 31 साल के हो चुके हैं लेकिन टी-20 क्रिकेट के वो अब भी बेहतरीन खिलाड़ी हैं। 30 से भी ज्यादा औसत से वो टी-20 क्रिकेट में 2500 से ज्यादा रन बना चुके हैं। अपने पूरे करियर में उन्होंने लगातार अच्छी गेंदबाजी कि और निश्चित ही उनके टीम में आने से पुणे की मिडिल ऑर्डर की बल्लेबाजी मजबूत होगी। वहीं रणजी मैच में वो अपनी टीम की कप्तानी भी कर चुके हैं जिससे पुणे की टीम को और भी फायदा होगा। पुणे की टीम को अगर कप्तानों की टीम कहा जाए तो गलत नहीं होगा। स्टीव स्मिथ, महेंद्र सिंह धोनी, फाफ डू प्लेसिस और अब मनोज तिवारी भी इस लिस्ट में जुड़ गए हैं। इशांक जग्गी (कोलकाता नाइट राइडर्स-10 लाख) इस बार की नीलामी में कई दिग्गज खिलाड़ियों की बोली नहीं लगी वहीं कुछ ऐसे क्रिकेटर रहे जो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में गुमनाम होने के बावजूद जगह बनाने में कामयाब रहे। इन्हीं में से एक खिलाड़ी रहे इशांक जग्गी जिन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स ने सिर्फ 10 लाख रुपए में खरीदा। इशांक जग्गी इस वक्त अच्छी फॉर्म में चल रहे हैं अगर उनके टी-20 करियर पर नजर डालें तो उनका औसत 30 से ज्यादा है। हाल ही में सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में ईस्ट जोन की तरफ से खेलते हुए उन्होंने 3 अर्धशतक जड़े। यही वजह रही कि ईस्ट जोन ने ये टूर्नामेंट अपने नाम किया। मुश्ताक अली टू्र्नामेंट में उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए केकेआर की टीम ने उन्हें खरीदने में कोई झिझक नहीं की। हालांकि कोलकाता नाइट राइडर्स की बल्लेबाज काफी मजबूत है। टीम में पहले से ही कई दिग्गज बल्लेबाज मौजूद हैं लेकिन इशांक जग्गी के टीम में आ जाने से टीम की बल्लेबाजी और मजबूत होगी। कोरी एंडरसन (दिल्ली डेयरडेविल्स- 1 करोड़) इस बार की नीलामी में सबकी निगाहें ऑलराउंडर खिलाड़ियों के ऊपर लगी हुई थीं। सभी फ्रेंचाइजी एक अच्छे ऑलराउंडर को टीम में शामिल करना चाहती थीं। यही वजह रही कि बेन स्टोक्स इस आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी बने। लेकिन बेन स्टोक्स के अलावा भी कुछ ऑलराउंडर ऐसे हैं जो काफी अच्छा क्रिकेट खेलते हैं। इन्हीं में से एक हैं न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर बल्लेबाज कोरी एंडरसन जिन्हें इस बार 1 करोड़ में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने खरीदा। कोरी एंडरसन वनडे क्रिकेट में 36 गेंदों पर शतक जड़ चुके हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो कितने विस्फोटक बल्लेबाज हैं। हालांकि चोट की वजह से वो टीम से अंदर-बाहर होते रहे। स्टोक्स के लिए जहां 14.5 करोड़ की बोली लगी तो कोरी एंडरसन 1 करोड़ में बिके। इस लिहाज से देखें तो एंडरसन कतई महंगे खिलाड़ी नहीं हैं। अगर एंडरसन पूरी तरह से फिट रहे तो उनसे बढ़िया ऑलराउंडर इस आईपीएल में देखने को नहीं मिलेगा। गेंद और बल्ले से एंडरसन टीम के काफी काम आ सकते हैं। बल्लेबाजी में एंडरसन कुछ ओवरों के अंदर ही मैच का पासा पलटने का माद्दा रखते हैं। यही वजह रही कि कार्लोस ब्रेथवेट और क्रिस मॉरिस जैसे ऑलराउंडरों के होने के बावजूद दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन पर दांव लगाया। अब देखना ये है कि दिल्ली की टीम उनका अच्छे से कैसे उपयोग कर पाती है और वे इस पर कितना खरा उतर पाते हैं। आदित्य तारे (दिल्ली डेयरडेविल्स-25 लाख) पिछले सीजन में आदित्य तारे को सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने 1.2 करोड़ में खरीदा था। लेकिन इस बार की नीलामी से पहले सनराइजर्स ने उन्हें रिलीज कर दिया। 2017 की नीलामी में दिल्ली डेयरडेविल्स ने महज 25 लाख में खरीदा। जिससे आदित्य तारे थोड़ निराश जरुर होंगे। लेकिन एक विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर वो दिल्ली डेयरडेविल्स के काफी काम आ सकते हैं। घरेलू क्रिकेट में आदित्य तारे ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया फिर भी इस बार की नीलामी में उनके लिए सिर्प 25 लाख की बोली लगी। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि लगभग हर टीम में अच्छे विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। यहां तक कि दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम में 4 विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। ऐसे में देखना ये होगा कि तारे की टीम में जगह कहां बनती है। 4 विकेटकीपर होने की वजह से तारे को अंतिम 11 में जगह मिलना मुश्किल ही होगा। ये भी देखने वाली बात होगी कि वो एक भी मैच खेल पाते हैं या नहीं। पवन नेगी (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर- 1 करोड़) पवन नेगी भी इस बार निराश होंगे क्योंकि पिछले सीजन में दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें 8.5 करोड़ की भारी-भरकम रकम के साथ खरीदा था। लेकिन टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था इसलिए दिल्ली की टीम ने उन्हें इस बार रिलीज कर दिया। इस सीजन की नीलामी में वो 8.5 करोड़ से सीधा 1 करोड़ पर आ गए। कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने उन्हें एक करोड़ में खरीदा। नेगी को टीम में शामिल करने की वजह ये रही होगी कि युजवेंद्र चहल को कंपनी देने के लिए टीम में कोई अच्छा स्पिनर नहीं है। इसलिए नेगी और युजवेंद्र चहल मिलकर स्पिन गेंदबाजी का जिम्मा संभाल सकते हैं। वहीं नेगी बल्लेबाजी भी काफी आक्रामक करते हैं। हालांकि आरसीबी की तरफ से एक स्पिन गेंदबाज के तौर पर खेलने में थोड़ा खतरा भी है क्योंकि आरसीबी अपने आधे से ज्यादा मैच अपने होम ग्राउंड चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेलेगी। चिन्नास्वामी का ग्राउंड ज्यादा बड़ा नहीं है ऐसे में स्पिनरों के पास गलती का कोई भी मौका नहीं रहेगा। एक स्पिनर को बैंगलोर की पिच पर सफल होने के लिए आपको लेग स्पिन गेंदबाजी करनी पड़ेगी जो कि गेंद को पूरी तरह घुमा सके और बल्लेबाज को बीट कर सके। युवजेंद्र चहल ऐसी ही गेंदबाजी करते हैं। नेगी बल्लेबाजी और स्पिन गेंदबाजी दोनों ही तरह से टीम के काफी काम आ सकते हैं। कगिसो रबाडा (दिल्ली डेयरडेविल्स-5 करोड़) वर्ल्ड क्रिकेट में मिचेल स्टार्क के बाद कगिसो रबाडा इस समय दूसरे सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाज हैं। रबाडा को इस बार दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने 5 करोड़ में खरीदा है और वो अपना पहला आईपीएल खेलेंगे। 21 साल का ये युवा तेज गेंदबाज आईपीएल में अपना जलवा बिखेरने को तैयार है। रबाडा की पेस काफी अच्छी है जिससे बल्लेबाजों को काफी दिक्कत होती है। लेकिन एक चीज जो उन्हें बाकी दूसरे गेंदबाजों से अलग करती है वो है गेंद पर उनका नियंत्रण। चाहे नई गेंद से स्विंग हो या डेथ ओवरों में यॉर्कर और स्लोअर गेंद, रबाडा हर एक गेंद को काफी बेहतरीन तरीके से करते हैं। वो एक कंपलीट टी-20 गेंदबाज हैं। दिल्ली डेयरडेविल्स ने उनके रुप में काफी अच्छे गेंदबाज को चुना है जो कि इस आईपीएल में उनका सबसे बड़ा मैच विनर खिलाड़ी साबित हो सकता है। अनिकेत चौधरी (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर- 2 करोड़) भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट मैच शुरु होने से पहले अनिकेत चौधरी को भारतीय बल्लेबाजों को प्रैक्टिस करवाने के लिए बुलाया गया। अनिकेत को खास तौर पर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज मिचेल स्टार्क की गेंदबाजी को खेलने की तैयारी करवाने के लिए बुलाया गया। स्पोर्ट्सकीड़ा से खास बातचीत में अनिकेत ने बताया कि स्टार्क उनके आदर्श गेंदबाज हैं और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम में वो स्टॉर्क की कमी को पूरा करने की कोशिश करेंगे। अनिकेत ने बताया कि पूरे सेशन के दौरान वो सिर्फ विराट कोहली को नहीं आउट कर पाए। उन्होंने ये भी बताया कि नीलामी से पहले उनकी इच्छा था कि वो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से खेलें। नीलामी के बाद अब वो अपनी ड्रीम टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर में हैं और उन्हें विराट कोहली को अब गेंदबाजी भी नहीं करनी पड़ेगी। अनिकेत अपना पहला आईपीएल खेलेंगे अब देखना ये है कि स्टार्क की कमी को वो कितना पूरा कर पाते हैं। थंगरासु नटराजन (किंग्स इलेवन पंजाब-3 करोड़) तमिलनाडु प्रीमियर लीग 2016 के स्टार खिलाड़ी थंगरासु नटराजन से सभी को उम्मीद थी कि आईपीएल नीलामी में उनके लिए बड़ी बोली लगेगी और हुआ भी ऐसा। किंग्स इलेवन पंजाब ने 3 करोड़ की बोली लगाकर उन्हें टीम में शामिल कर लिया। किंग्स इलेवन के मेंटोर वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि नीलामी से पहले वो इस युवा गेंदबाज के बारे में अच्छी तरह से पता कर चुके थे इसीलिए उन्होंने इतनी बड़ी बोली लगाई। थंगरासु नटराजन की बेस प्राइज महज 10 लाख थी लेकिन नीलामी में कई टीमों के बीच उन्हें पाने की होड़ लग गई। आखिर में किंग्स इलेवन पंजाब ने 3 करोड़ देकर उन्हें टीम में शामिल किया। नटराजन लेफ्ट ऑर्म पेसर हैं और यॉर्कर काफी अच्छी डालते हैं और स्पीड भी उनकी अच्छी है। इसके अलावा उनका गेंदबाजी एक्शन काफी कुछ मुस्तफिजुर रहमान जैसा है। टी-20 में उनकी गेदों पर रन बनाना किसी भी बल्लेबाज के लिए मुश्किल होगा। प्रवीण ताम्बे (सनराइजर्स हैदराबाद-10 लाख) ब्रैड हॉग के बाद आईपीएल की नीलामी में शामिल प्रवीण ताम्बे दूसरे सबसे ज्यादा उम्र वाले खिलाड़ी रहे। ब्रैड हॉग को जहां कोई खरीददार नहीं मिला तो ताम्बे को डिफेंडिंग चैंपियन हैदराबाद ने उनकी बेस प्राइज 10 लाख देकर एक और आईपीएल का हिस्सा बनने का मौका दिया। 45 साल के ताम्बे में अब भी गजब की फुर्ती है और वो काफी अच्छी स्पिन गेंदबाजी करते हैं। यही वजह रही कि थोड़ी सी जद्दोजहद के बाद सनराइजर्स ने उन्हें खरीद ही लिया। हालांकि अंतिम 11 के लिए युवा राशिद खान सनराइजर्स की पहली पसंद हो सकते हैं लेकिन प्रवीण ताम्बे का अनुभव टीम के काफी काम आएगा। वहीं टीम में मुथैया मुरलीधरन जैसा कोच भी है। ताम्बे एक विकेटटेकिंग गेंदबाज हैं और रन भी काफी कम देते हैं ऐसे में टी-20 क्रिकेट में उनकी उपयोगिता बढ़ जाती है। अब देखना ये है कि सनराइजर्स उन्हें किस तरह इस्तेमाल कर पाती है। लेखक-श्रीहरि अनुवादक-सावन गुप्ता