मध्यक्रम की बल्लेबाजी में पिछले सीजन में पुणे की टीम को काफी दिक्कत हुई थी। जितने भी मध्यक्रम के भारतीय बल्लेबाज थे उनका बल्ला नहीं चला था जिससे पुणे की टीम को कई मैचों में हार का सामना करना पड़ा। शायद इसीलिए पुणे की टीम ने राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स को खरीदा ताकि उनकी मध्यक्रम की बल्लेबाजी में गहराई आए। मनोज सैय्यद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में ईस्ट जोन के लिए खेल कर आ रहे हैं। ऐसे में टीम को उनसे काफी उम्मीदे हैं। मनोज भले ही 31 साल के हो चुके हैं लेकिन टी-20 क्रिकेट के वो अब भी बेहतरीन खिलाड़ी हैं। 30 से भी ज्यादा औसत से वो टी-20 क्रिकेट में 2500 से ज्यादा रन बना चुके हैं। अपने पूरे करियर में उन्होंने लगातार अच्छी गेंदबाजी कि और निश्चित ही उनके टीम में आने से पुणे की मिडिल ऑर्डर की बल्लेबाजी मजबूत होगी। वहीं रणजी मैच में वो अपनी टीम की कप्तानी भी कर चुके हैं जिससे पुणे की टीम को और भी फायदा होगा। पुणे की टीम को अगर कप्तानों की टीम कहा जाए तो गलत नहीं होगा। स्टीव स्मिथ, महेंद्र सिंह धोनी, फाफ डू प्लेसिस और अब मनोज तिवारी भी इस लिस्ट में जुड़ गए हैं।