आईपीएल के 11वें सीज़न से पहले बीसीसीआई नीलामी और रिटेंशन के लिए सभी टीम के लिए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। साल 2018 का आईपीएल सीज़न शानदार होने वाला है क्योंकि आईपीएल की दो सस्पेंडेड टीम चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स की वापसी होने वाली है। अगले सीज़न के लिए नीलामी 2 दिनों तक बैंगलोर में चलेगी जो 27 और 28 जनवरी को आयोजित होगी। रिटेंशन पॉलिसी के तहत हर टीम ज़्यादा से ज़्यादा 5 खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती है जिनमें नीलामी से पहले की ख़रीद और राइट टू मैच का तरीका शामिल है। 3 खिलाड़यों को नीलामी से पहले ख़रीदा जा सकता है और 2 को राइट टू मैच कार्ड के ज़रिए। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए आईपीएल 2017 वैसा नहीं रहा जैसा कि टीम चाहती थी। विराट कोहली चोट की वजह से पहले कुछ मैच में नहीं खेल पाए थे। इसके अलावा केएल राहुल कंधे की चोट की वजह से बाहर रहे थे। राहुल ने 2016 के आईपीएल सीज़न में शानदार प्रदर्शन किया था, ये सीज़न आरसीबी टीम के लिए सबसे सफल रहा था। पिछले 10 सीज़न की नाकामयाबी को भुलाते हुए टीम भविष्य की तैयारियों में लग गई है ताकि वो आगे अच्छा प्रदर्शन कर सके। यहां हम उन 5 खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं जिन्हे आरसीबी टीम में रिटेन किया जाना चाहिए।
#1 विराट कोहली
रिटेंशन का तरीका –नीलामी से पहले रिटेंशन टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली तब से बैंगलोर टीम का हिस्सा रहे हैं जब से आईपीएल की शुरुआत हुई थी। आरसीबी की तरफ़ से खेलते हुए उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने 37.44 की औसत से 4418 रन बनाए हैं। कोहली आईपीएल में दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उनसे ज़्यादा रन सिर्फ़ सुरेश रैना ने बनाए हैं, रैना के आईपीएल में 4540 रन हैं। यानि विराट कोहली सुरेश रैना से महज़ 122 रन पीछे हैं। उम्मीद है कि कोहली इस रिकॉर्ड को अगले सीज़न में तोड़ पाएंगे। डेनियल वेटोरी के संन्यास के बाद विराट कोहली ने पिछले 5 आईपीएल सीज़न में आरसीबी टीम की कप्तानी की है। बतौर कप्तान कोहली का रिकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने अपनी टीम को 2013 से 2017 तक 70 में से 35 मैच जिताए हैं। आईपीएल 2016 कोहली के लिए सबसे यादगार सीज़न रहा था, उन्होंने 16 पारियों में 81.08 की औसत से 973 रन बनाए थे। वो साल 2016 में एक सीज़न में 4 शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। साल 2011 में बैंगलोर टीम ने सिर्फ़ विराट कोहली को ही टीम में रिटेन किया था। इससे साबित होता है कि वो अपनी टीम के लिए कितने अहम हैं।
#2 एबी डीविलियर्स
रिटेंशन का तरीका –नीलामी से पहले रिटेंशन एबी डीविलियर्स की जितनी तारीफ़ की जाए वो कम हैं। वो एक विस्फोटक बल्लेबाज़, पार्ट टाइम विकेट कीपर और दुनिया के बेहतरीन फ़ील्डर हैं। क्रिकेट में जो अनुभव और ताक़त चाहिए वो उनमें कूट-कूट कर भरा है। डीविलियर्स आरसीबी टीम के 3 स्तंभों में से एक है, बाक़ी 2 स्तंभ विराट कोहली और क्रिस गेल हैं। डीविलियर्स साल 2011 से आरसीबी टीम के हिस्सा रहे हैं, जब उन्हें 1.1 मिलियन डॉलर मैं ख़रीदा गया ता। उन्हें 129 मैच में 38.16 की औसत से 3473 रन बनाए हैं। उनका स्ट्राइक रेट 148.16 है। ये किसी भी 3000 रन बनाने वाले खिलाड़ियों में दूसरा सबसे ज़्यादा स्ट्राइक रेट है। सिर्फ़ क्रिस गेल ही ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका स्ट्राइक रेट 101 आईपीएल मैच में 151.20 है। हांलाकि 2017 का आईपीएल सीज़न में डिविलियर्स कुछ ख़ास कमाल नहीं कर पाए, उन्होंने 9 मैचों में महज़ 216 रन बनाए। इसके बावजूद डिविलियर्स से उम्मीद की जा सकती है कि वो अपना शानदार प्रदर्शन फिर से दिखा सकते हैं। ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि बैंगलौर की टीम उन्हें रिटेन करना चाहेगी।
#3 युज़वेंद्र चहल
रिटेंशन का तरीका –नीलामी से पहले रिटेंशन पिछले कुछ सीज़न से लेग स्पिन गेंदबाज़ युज़वेंद्र चहल आरसीबी टीम के एक अहम गेंदबाज़ रहे हैं। उनके विकेट लेनी की क्षमता ही उनकी सबसे बड़ी ताक़त है, यही वजह है कि कुछ नाज़ुक मौक़े पर विराट कोहली उन्हें मौक़ा देते हैं। साल 2014 में आरसीबी टीम ने चहल को 10 लाख की बेस प्राइस पर ख़रीदा था, चहल अपनी टीम के लिए काफ़ी क़िफ़ायती साबित हुए और महज़ 4 सीज़न में 70 विकेट हासिल किए। इस प्रदर्शन की बदौलत उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मौक़ा मिला। टीम इंडिया के लिए खेले गए 13 टी-20 मुक़ाबले में उन्होंने 7.31 की औसत से 22 विकेट हासिल किए गए हैं। आरसीबी की तरफ़ से खेलते हुए साल 2015 में वो तीसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी बने और 2016 में वो तीसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बने और पर्पल कैप पाने से महज़ 2 विकेट से चूक गए।
#4 केएल राहुल
रिटेंशन का तरीका –राइट टू मैच केएल राहुल मौजूदा पीढ़ी के क्रिकेटर्स में एक बेहतरी सलामी बल्लेबाज़ हैं। आरसीबी ने राहुल को साल 2016 में ख़रीदा था और इसका फ़ायदा उठाते हुए राहुल ने शानदार खेल दिखाया। उन्होंने इस सीज़न में 14 पारी में 44.11 की औसत से 397 रन बनाए जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 146.49 रन था। केएल राहुल टेस्ट और टी-20 में टीम इंडिया के अहम खिलाड़ी बन गए हैं। साल 2017 में कंधे की चोट की वजह से वो आईपीएल नहीं खेल पाए थे। रिकी पोंटिंग भी मानते हैं कि राहुल की ग़ैर मौजूदगी की वजह से आरसीबी इस टूर्नामेंट को जीतने में नाकाम रही। श्रीलंका के ख़िलाफ़ उनका मौजूदा फॉम बैंगलौर टीम के लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकता है।
#5 क्रिस गेल
रिटेंशन का तरीका –राइट टू मैच अगर टी-20 क्रिकेट की बात करें तो क्रिस गेल किसी भी तार्रुफ़ के मोहताज नहीं हैं। उनकी विस्फोटक बल्लेबाज़ी बैंगलौर टीम की जान है। साल 2011 में डर्क नैनस की जगह उन्हें आरसीबी टीम में लाया गया था। जब वो फ़ॉर्म में होते हैं तो अकेले ही टीम को मैच जिता सकते हैं। उनका टी-20 रिकॉर्ड शानदार है। 320 टी-20 मैच में उन्होंने 40.94 की औसत से 11056 रन बनाए हैं, इनमें उनका स्ट्राइक रेट 149.02 था। वो अकेले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने टी-20 में 20 शतक लगाया है। उन्होंने टी-20 में सबसे ज़्यादा (819) छक्के लगाए हैं। उनका 175 रन का निजी स्कोर टी-20 में अब तक का सबसे स्कोर है। हाल में ही समाप्त हुई बांग्लादेश प्रीमियर लीग में गेल सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने थे। उन्होंने 11 पारियों में 485 रन बनाया था जिसमें फ़ाइनल में लगाई हुआ शतक शामिल है। उनका मौजूदा फ़ॉर्म बैंगलौर टीम के लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकता है। लेखक – विपुल गुप्ता अनुवादक – शारिक़ुल होदा