आयरलैंड और अफगानिस्तान को आईसीसी द्वारा टेस्ट टीम का दर्जा मिल चुका है। दोनों टीमों को पिछले सप्ताह ही 11वें और 12वें टीम के रुप में टेस्ट खेलने वाली टीमों में शामिल हुईं थी, लेकिन अब यह बात समने आ रही है कि आयरलैंड की टीम को अपना पहला टेस्ट मैच खेलने के लिए 2019 तक का इंतजार करना पड़ सकता है। ऐसा किसी और ने नहीं बल्कि खुद क्रिकेट आयरलैंड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वॉरेन डेट्रोम ने कहा है। उन्होंने बीबीसी डॉट कॉम से कहा "अगर ईमानदारी से बात करें तो अभी बहुत सारे पहलुओं पर काम करना है। हम कभी इतना लम्बा इंतजार करना नहीं चाहेंगे लेकिन हमें सुनिश्चित अवसर का इंतजार करना पड़ेगा"। बांग्लादेश के 2000 में 10वां सदस्य बनने के 17 साल बाद इन दोनों टीमों को आईसीसी में पूर्ण दर्जा मिला है और अब पूर्ण सदस्यों की संख्या बढ़कर 12 हो गयी है। वैसे तो आयरलैंड 1993 से ही आईसीसी का एसोसिएटेड सदस्य था मगर पिछले कुछ वर्षों में काफी जबरदस्त खेल दिखाया है। इस दौरान आयरलैंड ने पाकिस्तान, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज जैसे टीमों को मात दी है। टेस्ट टीम का दर्जा मिलने से पूर्व ही यह बात चल रही थी कि आयरलैंड 2019 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में अपना पहला टेस्ट मैच खेल सकता है। डेट्रोम में भी पिछले हफ्ते कहा था कि वो इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में खेलना चाहते हैं। सभी टीमों का कार्यक्रम पहले से निश्चित है इस वजह से आयरलैंड को इंतजार करना पड़ सकता है। वॉरेन ने कहा "हम 5 दिनों का मैच अभी तक नहीं खेले हैं लेकिन हमारी टीम इसके लिए तैयार है। इतिहास गवाह रहा है कि नई टीम अपना पहला टेस्ट मैच अपने घरेलू मैदान पर बड़ी टीम के खिलाफ खेलती है लेकिन सभी टीमें पहले से तय कार्यक्रम में व्यस्त हैं इसलिए आने वाले 1 साल तक हमारा खेल पाना मुश्किल ही होगा"। अभी सभी टेस्ट टीमें अपने कार्यक्रम में व्यस्त हैं, आयरलैंड और अफगानिस्तान दोनों बोर्ड यह बात पिछले हफ्ते ही खारिज कर चुकें हैं कि दोनों टीमें आपस में मैच नहीं खेलेंगी।