जिम्बाब्वे (Zimbabwe) के खिलाड़ी ब्रेंडन टेलर (Brendan Taylor) ने अपने 17 वर्षीय करियर को उच्च स्तर पर जाकर अलविदा कहने का निर्णय लिया। आयरलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे मैच (IRE vs ZIM) के बाद वह खेलते हुए नजर नहीं आएँगे। हालांकि उनकी उम्र 34 साल ही है और अभी कुछ समय तक वह और खेल सकते थे। आयरलैंड के खिलाफ मैच में अंतिम बार मैदान पर बैटिंग के लिए जाते समय उनको गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया।
तीसरे वनडे मैच के लिए ब्रेंडन टेलर बतौर ओपनर खेलने के लिए गए और मैदान में प्रवेश के दौरान उनको सम्मान दिया गया। मैदान में जाते ही उन्हें खुद की टीम के खिलाड़ी मिले जो दोनों तरफ खड़े होकर तालियाँ बजा रहे थे और टेलर इस सम्मान को स्वीकार करते हुए आगे बढ़ गए। इसके बाद पिच तक पहुँचते ही आयरलैंड के खिलाड़ी भी मिले। दोनों और खड़े होकर आयरिश खिलाड़ियों ने भी टेलर को गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया। इस दौरान वे टेलर के करियर के सम्मान में तालियाँ बजाते रहे और यह बल्लेबाज इसे स्वीकार कर आगे बढ़ गया।
हालांकि करियर के अंतिम मैच में खेलने के लिए मैदान पर उतरे ब्रेंडन टेलर का खेल अच्छा नहीं रहा। वह इस मुकाबले में बैटिंग करते हुए प्रभावित नहीं कर पाए और महज 7 रन बनाकर आउट हो गए। जिम्बाब्वे की टीम के लिए उन्होंने कई मैचों में बेहतरीन पारियां खेलकर जीत दिलाई है। जिम्बाब्वे की टीम के लिए उनके जाने से एक खालीपन जरुर आएगा और उनके स्थान को भर पाना भी आसान कार्य नहीं होगा।
टेलर ने रविवार को ही अपने आखिरी मैच के बारे में इन्स्टाग्राम पर ऐलान करते हुए लिखा था कि भारी मन से मैं यह घोषणा कर रहा हूं कि कल मेरे प्यारे देश के लिए मेरा आखिरी मैच है। इसने मुझे विनम्र होना सिखाया है, हमेशा खुद को याद दिलाया कि मैं कितना भाग्यशाली था कि इतने लंबे समय तक जिस स्थिति में था, उसमें रहा। शान से बैज पहनना और सब कुछ मैदान पर छोड़ देना सिखाया। मेरा लक्ष्य हमेशा टीम को बेहतर स्थिति में लेकर जाना रहा है। मैं सबसे पहले 2004 में आया था और उम्मीद है कि मैंने सब कुछ कर दिया है।