आयरलैंड की टीम अमेरिका दौरे पर जाने वाली पहली पूर्ण सदस्य टीम बन गई है। इससे पहले यूएसए की सरजमीं पर किसी भी पूर्ण सदस्य देश ने नहीं खेला था। कोरोना समस्या और कुछ केसों के बाद भी आयरलैंड की टीम ने अमेरिका का दौरा करने का निर्णय लिया। यूएस और आयरलैंड के बीच सीमित ओवर सीरीज में सीरीज खेली जाएगी।
हाल ही में अमेरिका की टीम में कुछ बदलाव देखने को मिले थे। मोनांक पटेल को कप्तानी सौंपी गई थी। इससे टीम के प्रदर्शन पर कितना असर पड़ेगा। यह देखने वाली बात होगी। पहले टी20 सीरीज खेली जाएगी और बाद में वनडे मुकाबले खेले जाने हैं।
आयरलैंड के यूएस दौरे का कार्यक्रम इस तरह है
22 दिसम्बर, पहला टी20 मैच, फ्लोरिडा
23 दिसम्बर, दूसरा टी20 मैच, फ्लोरिडा
26 दिसम्बर, पहला वनडे मैक, फ्लोरिडा
28 दिसम्बर, दूसरा वनडे मैच, फ्लोरिडा
30 दिसम्बर, तीसरा वनडे मैच, फ्लोरिडा
पहला टी20 मुकाबला 22 दिसम्बर को ही खेला जाना है। ऐसे में दोनों टीमों ने कमर भी कस ली है। देखना यह होगा कि इस मैच में कौन सी टीम बाजी मारती है। जसकरण मल्होत्रा और उप-कप्तान आरोन जोन्स के बिना अमेरिकी टीम खेलेगी, जबकि तेज गेंदबाज रस्टी थेरॉन पीठ की चोट के कारण नहीं खेल पाएंगे। आयरलैंड अपने धाकड़ टी20 खिलाड़ी केविन ओ'ब्रायन के बिना शुरुआत करेगी, जिन्हें टी20 विश्व कप ग्रुप चरणों में खराब प्रदर्शन के प्रत्यक्ष परिणाम के रूप में श्रृंखला के लिए अनदेखा किया गया था। उस समय नामीबिया से एक चौंकाने वाली हार ने उन्हें सुपर 12 में जगह दी थी।
हालांकि आयरलैंड की टीम में कोई कमी नहीं देखी जा सकती है। अनुभव के मामले में भी यह टीम अमेरिका से आगे नजर आती है। ऐसे में कहा जा सकता है कि आयरिश टीम का का पलड़ा मुकाबले में भारी है। इसके अलावा बेस्ट खेलने वाली टीम को जीत मिलेगी।