दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ी इरफान पठान ने किसी दूसरी घरेलू टीम की तरफ से खेलने के लिए बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन से एनओसी मांगा है। पठान और बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के बीच काफी समय से तनातनी चल रही है और उनको बड़ौदा की टीम की तरफ से खेलने के मौके भी नहीं दिए जा रहे हैं। इसके बाद पठान ने दूसरी टीम की तरफ से खेलने का फैसला किया है और इसके लिए उन्होंने बीसीए से एनओसी मांगा है। कुछ दिन पहले पठान ने बीसीए को मेल कर एनओसी मांगा था जिसकी एक कॉपी इंडियन एक्सप्रेस के पास है। इमेल में लिखा है 'बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन के साथ वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए मैंने ये फैसला किया है। मुझे लगता है कि अगर मैं दूसरी टीम की तरफ से खेलता हूं तो मेरा क्रिकेट करियर ज्यादा बेहतर तरीके से आगे जा सकता है और मैं अपनी पूरी क्षमता के साथ खेल सकता हूं। मैं काफी विनम्रतापूर्ण तरीके से बीसीए को ये मेल लिख रहा हूं। उन्होंने मुझे 17 साल टीम की तरफ से खेलने का मौका दिया। इसके लिए मैं बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन का सदैव आभारी रहुंगा। मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि ये जो 17 साल मैंने बीसीए के लिए खेला वो मेरे करियर के सबसे यादगार लम्हो में से एक है'। गौरतलब है इरफान पठान पिछले 17 साल से बड़ौदा की टीम का हिस्सा थे। उन्होंने 16 साल की उम्र में 2000/01 में बड़ौदा के लिए अपना डेब्यू किया था और उन्होंने कुल मिलाकर 113 मैच खेले (इसमें बड़ौदा, इंडिया, इंडिया ए और वेस्ट जोन के मैच शामिल हैं) पठान ने कुल मिलाकर 496 रन बनाए और 28.64 की औसत से 365 विकेट भी लिए। सीजन की शुरुआत में उन्हें बड़ौदा टीम का कप्तान और मेंटर भी बनाया गया था लेकिन 2 मैच के बाद ही उन्हें रणजी टीम से बाहर कर दिया गया। यहां तक कि सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्हें बड़ौदा टीम में भी नहीं चुना गया। उन्हें टीम में नहीं चुने जाने का कारण अभी तक सामने नहीं आया है। पठान ने कहा है कि एनओसी मिल जाने के बाद ही वो इस पर बात करेंगे।