दिग्गज ऑलराउंडर इरफान पठान को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ ने पठान को 2018-19 सीजन के लिए अपनी टीम का कोच-कम-मेंटर नियुक्त किया है। जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशिक बुखारी ने पत्रकारों से बातचीत में इसका ऐलान किया। उन्होंने कहा कि पठान एक साल तक हमारी टीम के कोच कम मेंटर रहेंगे।जम्मू-कश्मीर पहुंचने पर इरफान पठान ने शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में युवा क्रिकेटरों से बातचीत की और कहा कि अगले स्तर तक पहुंचने के लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी। गौरतलब है इंडियन प्रीमियर लीग के 11वें सीजन की नीलामी में पठान के लिए किसी भी फ्रेंचाइजी ने बोली नहीं लगाई थी। इससे पहले उनका अपनी घरेलू टीम बड़ौदा से भी काफी विवाद चल रहा था। उन्हें बड़ौदा की रणजी टीम की कप्तानी से हटा दिया गया था और टीम से भी बाहर कर दिया गया था। इसके बाद सैय्यद मुश्ताक अली टी20 प्रतियोगिता में भी उनका चयन नहीं हुआ था। इसको लेकर उन्होंने बड़ौदा क्रिकेट संघ पर कई आरोप लगाए थे। पठान ने किसी दूसरे राज्य के टीम की तरफ से खेलने के लिए एनओसी की भी मांग की थी। वो पिछले दो सत्र में बड़ौदा के कप्तान थे।पठान भारतीय टीम के लिए 29 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी20 मैच खेल चुके हैं। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अहमदाबाद में खेला था। जबकि आखिरी वनडे 2012 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। पठान ने साल 2006 में कराची टेस्ट में पाकिस्तान के खिलाफ पहले ही ओवर में हैट्रिक लेने का कारनामा किया था। उन्होंने टेस्ट मैच के पहले ओवर की पहली 3 गेंदों पर ही सलमान बट्ट, यूनिस खान और यूसुफ योहाना (अब मोहम्मद युसुफ) को पवेलियन भेजा था। इसके अलावा नागपुर एकदिवसीय में श्रीलंका के खिलाफ नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 70 गेंदों पर 83 रन की बेहतरीन पारी भी खेली थी। देखने वाली बात होगी कि पठान एक बार फिर से भारतीय टीम के लिए कब खेल पाते हैं।