भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ी इरफान पठान ने चयनकर्ताओं पर जमकर निशाना साधा है। इरफान पठान का आरोप है कि बिना किसी बातचीत के उन्हें भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि चयनकर्ताओं ने मुझे सिर्फ 30 साल की उम्र में बुड्ढा बता दिया। अगर वो अभी भी कहें तो मैं वापसी के लिए तैयार हूं।
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भारतीय टीम में वापसी के लिए तैयार हूं
दिग्गज खिलाड़ी सुरेश रैना के साथ इंस्टाग्राम पर लाइव चैट के दौरान इरफान पठान ने कहा कि चयनकर्ताओं ने मुझे 30 साल की उम्र में बुड्ढा बना दिया। बोर्ड और सेलेक्टर्स की तरफ से कोई बातचीत नहीं की गई। इरफान पठान ने कहा कि बातचीत करना काफी जरुरी है। अगर वो आकर कहते हैं कि इरफान पठान तुम भले ही अब संन्यास ले चुके हो लेकिन एक साल तैयारी करो और फिर तुम्हारे सेलेक्शन पर विचार किया जाएगा तो मैं अब भी सबकुछ झोंक दूंगा। मैं कड़ी मेहनत करके वापसी की तैयारी करुंगा।
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इरफान पठान ने 2003 में किया था डेब्यू
आपको बता दें कि इरफान पठान ने अपना टेस्ट डेब्यू साल 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में किया था। उसके कुछ महीने बाद ही मेलबर्न में उन्होंने अपना वनडे डेब्यू भी किया। उन्होंने अपने करियर में कुल 29 टेस्ट मैच खेले। इसके अलावा 120 वनडे और 24 टी20 मैच भी पठान ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में खेले। अपना आखिरी मैच उन्होंने 2012 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था। इसके अलावा वो आईपीएल में भी कई टीमों का हिस्सा रहे।
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आईपीएल 2020 की नीलामी में जब उनके भाई यूसुफ पठान को किसी भी टीम ने नहीं खरीदा था तो उन्होंने ये मैसेज सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था।
इरफान पठान ने अपना आखिरी प्रतिस्पर्धी मैच 2019 में जम्मू-कश्मीर की तरफ से सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेला था। वो जम्मू-कश्मीर टीम के कोच भी रहे। इस साल जनवरी के पहले हफ्ते में उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास का ऐलान कर दिया था।
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गौरतलब है इरफान पठान काफी शानदार क्रिकेटर थे। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ कराची टेस्ट मैच में पहले ओवर की पहली 3 गेंदों पर ही हैट्रिक लेकर इतिहास रच दिया था। इसके अलावा उन्होंने कई मैच अपने दम पर भारतीय टीम को जिताए हैं। वो जरुरत पड़ने पर आक्रामक बल्लेबाजी करने में भी सक्षम थे और एक बार उन्हें पिंच हिटर के तौर पर आजमाया भी गया था।