सचिन और कोहली के बीच तुलना कहाँ तक जायज़ है?

क्रिकेट की दुनिया में जब भी बात सबसे धुंआधार बल्लेबाज़ की होती हैं तो सबसे पहले ज़हन में नाम आता हैं मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का। लेकिन बदलते वक्त के साथ एक और खिलाड़ी हैं जो बहुत तेजी से सचिन की तरह ही अपनी धुंआधार बल्लेबाज़ी और स्टाइल के चलते खेल प्रेमियों के दिल में घर बनाते जा रहा है औऱ वो कोई औऱ नहीं बल्कि टीम इंड़िया के टेस्ट कैप्टन विराट है। इन दोनों ही खिलाड़ियों ने अपने खेल से एक अलग पहचान बनाई हैं। एक तरफ सचिन हैं जिन्हें क्रिकेट का भगवान कहा जाता हैं तो दूसरी तरफ कोहली जिन्हे टीम इंडिया का अब तक का सबसे चुस्त प्लेयर कहा जाए तो गलत नहीं होगा। आजकल इन दोनों ही नामों की चर्चा एक साथ बार बार हो रही हैं लेकिन किसी अच्छी वजह से नहीं बल्कि लोग अब इन दोनों प्लेयर की तुलना करने लगे हैं। वैसे ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जब किन्ही दो खिलाड़ियों की तुलना की जा रही हो या क्रिकेट में दो खिलाड़ियो की तुलना की जा रही हो।इससे पहले 90 के दशक में खुद सचिन ही वो खिलाड़ी रहे हैं जिनकी तुलना लिटिल मास्टर गावस्कर से की जाती रही हैं लेकिन इस बार खास बात इसीलिए है क्योंकि ये तुलना सिर्फ खेलप्रेमी ही नहीं कर रहे बल्कि इस बार इसमें कई दिग्गज खिलाड़ी भी शामिल है। कुछ वक्त पहले ही विराट कोहली के बारे में बात करते हुए जाने माने आलराउंडर इमरान खान खुद विराट के टैलेंट औऱ टेक्नीक की तारीफ कर चुके हैं । इतना ही बल्कि तारीफ के साथ खुद इमरान ने ही कोहली की तुलना सचिन से कर डाली । इमरान का कहना है कि विराट का टैम्प्रामेंट सचिन से बेहतर हैं । कोहली कई चुनौतिपूर्ण स्थितियों में बेहतरीन प्रदर्शन कर चुके हैं जिसमें शायद सचिन उतना बेहतर नहीं कर पाते । सिर्फ इमरान ही एक ऐसै खिलाड़ी नहीं है जो ये सोचते है बल्कि लंबे समय तक सचिन के ओपनिंग पार्टनर रहे सौरव गांगुली भी खुद को इन दोनो प्लेर्यस के बीच तुलना करने से दूर नहीं रख पाए । कुछ वक्त पहले ही एक न्यूज चैनल से बात करते हुए सौरव ने कहा कि वो 1992 से एकदिवसीय क्रिकेट खेल रहे हैं औऱ इस फार्मेट को बहुत अच्छे से जानते हैं लेकिन जिस तरह से विराट क्रिकेट खेलते हैं उतने बेहतर तरीके से खेलते हुए उन्होने आज तक किसी खिलाड़ी को खेलते नही देखा यहां तक की सचिन को भी नहीं । जब किसी ऐसे प्लेयर की तरफ से इस तरह की बात सामने आए जिसने सचिन के साथ लम्बे वक्त तक खेला हो तो लोगों का ध्यान इस तरफ जाना लाज़मी है। खैर इन सब के बीच कोहली औऱ सचिन के खेल की बात की जाए तो दोनों के खेल में काफी कुछ समानताएं भी है । लम्बे समय तक भारतीय क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर नंबर एक बल्लेबाज रहे हैं औऱ इस वक्त की बात की जाए तो फिलहाल विराट कोहली हर फार्मेट में टीम के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ हैं । यदि बात रिकार्ड की करें तो इनके रिकार्ड भी काफी कुछ एक जैसे हैं । अपने अब तक के 51 टेस्ट मैचों में कोहली ने 48.28 के औसत से 3959 रन बनाए हैं जिसमें 14 शतक भी शामिल हैं। वहीं बात सचिन की करें तो उन्होंने अपने करियर के 51 वें टेस्ट मैच तक 49.77 के औसत से 3534 रन बनाए जिसमें 11 शतक शामिल है । वही एकदिवसीय मैच में कोहली सचिन के रिकॉर्ड भी तोड़ चुके हैं। कोहली ने अपने 176 एक दिवसीय मैचों में 7500 से ज्यादा रन बनाए हैं जबकि सचिन ने अपने 176 एकदिवसीय मैचों में 6000 रन बनाए है। अब सवाल ये हैं कि क्या ये तुलना जायज है? एक बार गावस्कर ने कहा था कि इस तरह कि तुलना खेल में सही नहीं खासकर तब जब आप तुलना दो अलग जनरेशन औऱ ऐरा के प्लेयर्स के बीच कर रहे हों। इस तरह की तुलना खिलाड़ियो पर गैरज़रूरी प्रेशर को बढ़ाती है। वहीं खुद कोहली अपनी तुलना सचिन से किए जाने पर इसे ग़लत बता चुके है कह चुके है वो काफी असहज महसूस करते है इस तरह कि तुलना पर। एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में कोहली कह चुके हैं उन्हे खेलते हुए कुछ ही वक्त हुआ है वही सचिन से तुलना हर मायने में गैर वाजिब हैं औऱ सचिन एक महान प्लेयर हैं जिन्होने 24 साल तक देश के लिए खेला और उनकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती । वही दूसरी तरफ सचिन की बात करें तो हमेशा की तरह वो विराट के खेल की तारीफ करते ही नज़र आते हैं ।यहां तक कि वो ये भी कह चुके हैं कि कोहली एक ऐसै खिलाड़ी है जो उनके ही नहीं बल्कि खुदके रिकार्ड भी तोड़ने का माद्दा रखते हैं ।अपने हाल के ही इंटरव्यू में सचिन इस बात को खरिज कर चुके हैं कि उनके औऱ विराट के खेलने का स्टाइल एक जैसा हैं । सचिन के मुताबिक विराट का अपना अलग स्टाइल हैं जो कि उनके स्टाइल से बिलकुल अलग हैं । हांलाकि ये दोनो खिलाड़ी कितनी भी सफाई देते रहे लेकिन प्रशंसको की अपनी ही एक अलग सोच हैं जिसे बदल पाना इन दोनों के लिए मुश्किल हैं ऐसे में इन दोनों खिलाड़ियों के तुलना होना बंद हो जाए ये उम्मीद करना ही मुश्किल हैं । जैसे जैसे खेल आगे बढेगा औऱ विराट के नए नए रिकार्ड सामने आते जाएंगे इस तरह कि तुलना औऱ बढ़ सकती है । नोट: कोहली के रिकॉर्ड मुंबई टेस्ट के पहले के हैं, मुंबई टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने बेहतरीन दोहरा शतक जड़ा।