महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय टीम का पूर्व कप्तान कहे या फिर मौजूदा कप्तान इस पर क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों को संदेह होने लगता है। जी हाँ भारत के लिए लगातार 9 साल तक कप्तानी करने वाले एमएस धोनी अभी भी मैदान पर टीम को अपने नेतृत्व से चलाते नजर आते हैं। भले ही भारत के सभी फॉर्मेट में कप्तान विराट कोहली हो लेकिन जब बात वनडे और टी20 क्रिकेट हो, तो हम धोनी को अभी भी कप्तानी करते देख सकते हैं। कभी मैदान पर वह अपने वर्तमान कप्तान विराट कोहली को सलाह देते हुए नजर आते हैं, तो कभी मैच की परिस्थिति के अनुसार युवा गेंदबाजों को गेंदबाजी करने में मदद करते हैं। इसका उदहारण हाल ही में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए एकदिवसीय सीरीज के पहले मैच देखने को मिला। जब धोनी स्टंप माइक पर कप्तान कोहली से लेकर रोहित शर्मा और गेंदबाजों में युज्वेंद्र चहल से लेकर कुलदीप यादव को अपनी राय देते हुए सुनाई दिए। सोशल मीडिया पर एमएस धोनी द्वारा पहले मैच में सभी को राय देने की विडियो तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें सबसे पहले उन्होंने युज्वेंद्र चहल को गेंदबाजी करते हुए प्रोत्साहित किया और उसके बाद हार्दिक पांड्या को उन्होंने कहा कि ज्यादा आगे गेंदबाजी मत करो, थोडा लेंथ को पीछे ही रखो। इन सभी के बाद विराट कोहली के साथ फील्डिंग की सजावट करने के दौरान उन्होंने कहा कि अभी पीछे फील्डर को रखना फायदेमंद नहीं है, जब बल्लेबाज रन के लिए जायेगा तब लगा लेंगे। दक्षिण अफ़्रीकी कप्तान फाफ डू प्लेसी को स्पिन के जाल में फांसने के लिए उन्होंने भारतीय स्पिन गेंदबाजों को अंदर गेंद करने के लिए बोला लेकिन डू प्लेसी ने कवर की तरफ शॉट खेला और तभी एमएस धोनी ने चहल को इशारा करते हुए कहा कि अंदर करने से वह कवर की तरफ शॉट खेल रहा है।
सभी गेंदबाजों को अपने तरीके से चलाने के बाद एमएस धोनी ने फील्डरों को भी शाबाशी दी और इस लिस्ट में सबसे पहले भारतीय कप्तान रहे, जिनको धोनी ने उनके निक नेम से बुलाते हुए कहा कि 'शाबाश चीकू' और फिर से गेंदबाजों में हार्दिक पांड्या को उन्होंने कहा कि यह गेंद काफी अच्छा है लेकिन थोड़ा लेंथ को अपनी तरफ रखेगा, तो बल्लेबाज मुश्किल में होगा 'बस थोड़ा सा ही'। एमएस धोनी मैदान पर सभी भारतीय खिलाड़ियों को उनके निक नेम से बुलाते नजर आते हैं। विराट कोहली को चीकू, युज्वेंद्र चहल को चहली और कुलदीप यादव को कुल्ली या कुल्या बुलाते हुए दिखते हैं। इस मैच में एमएस धोनी ने स्पिन गेंदबाजों को हर गेंद पर सलाह दी, जिसके कारण दोनों स्पिनरों ने शानदार प्रदर्शन किया और दक्षिण अफ्रीका को 269 रनों पर रोक दिया, जिसे भारतीय टीम ने कप्तान विराट कोहली के शतक की बदौलत आसानी के साथ हासिल कर लिया।गौरतलब करने वाली बात ये रही कि हर बार की तरह इस मैच में भी विजयी रन महेंद्र सिंह धोनी ने लगाया। एमएस धोनी ने भारत के लिए कप्तानी भले ही एक साल पहले ही छोड़ दी हो लेकिन आज भी वह भारतीय टीम के कप्तान और मैदान पर युवा खिलाड़ियों के सलाहकार के रूप में भी नजर आते हैं।