कहां खो गया है माही का मिडास टच ? क्या धोनी के दिन लद गए हैं ? ऐसा किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि जिस धोनी को उसके विस्फोटक अंदाज के लिए जाना जाता था। उसी धोनी की आलोचना धीमी बल्लेबाजी के लिए होगी। हाल फिलहाल की कुछ पारियों को देखकर तो क्रिकेट फैंस यहां तक कह रहे हैं कि मानो माही वन-डे नहीं टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हों। वेस्टइंडीज के खिलाफ चौथे वन-डे में धोनी की बल्लेबाजी देखकर 2015 विश्व कप सेमीफाइनल की कड़वी यादें ताजा हो गई। विश्व कप सेमीफाइनल मुकाबले में धोनी ने 94 गेंदों पर 65 रन की पारी खेली थी और टीम इंडिया को उस मैच में हार का सामना करना पड़ा था। जाहिर है ढाई साल पहले धोनी की धीमी बल्लेबाजी पर किसी ने सवाल नहीं उठाए थे, लेकिन अब पिछले दो साल से जिस तरह धोनी की बल्लेबाजी का ग्राफ नीचे आ रहा है, उसे देखकर सवाल उठने लाजमी हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ चौथे वन-डे में धोनी ने 114 गेंदों में 54 रन बनाए, यहां तक कि 100 गेंदे खेलने के बाद भी उनके बल्ले से एक बाउंड्री तक नहीं निकली। इस दौरान धोनी का स्ट्राइक रेट भी 50 से कम का था। चौथे वन-डे में वेस्टइंडीज के खिलाफ हार के लिए धोनी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। आखिरी समय में टीम इंडिया को 30 गेंदों में 31 रन बनाने थे, लेकिन 48वें ओवर तक क्रीज पर रहते हुए भी धोनी से ये संभव नहीं हो पाया। मान लीजिए अगर हम इस मैच को छोड़ भी दें तो भी क्या हाल-फिलहाल में धोनी के बल्ले से ऐसी कोई पारी निकली है, जिसके दमपर टीम इंडिया ने जीत दर्ज की हो। इतना ही नहीं पिछले 2 साल में धोनी के बल्लेबाजी औसत में भी गिरावट आई है। 2014 से 2015 के बीच वन-डे क्रिकेट में धोनी का औसत 48.09 का था, तो वहीं 2016-2017 में ये औसत गिरकर 41.50 का हो गया है। ऐसा लगता है कि धोनी अब वो पहले वाले फिनिशर नहीं रहे। अब पहले की तरह उतनी आसानी से स्ट्राइक रोटेट भी नहीं कर पा रहे, क्या ये उनकी बल्लेबाजी पर बढ़ती उम्र का असर है या फिर उनके अंदर रनों की भूख खत्म हो गई है। ये ऐसे तमाम सवाल हैं जो धोनी का पीछा तब तक नहीं छोड़ेंगे, जब तक वो अपने बल्ले से इनका जवाब ना दे दें। जाहिर है ये आंकड़े टीम मैनेजमेंट के लिए भी चिंता का सबब हैं, वो भी तब जब धोनी की जगह लेने के लिए ऋषभ पंत जैसा युवा खिलाड़ी बेंच पर अपनी बारी का इंतजार कर रहा हो। लगातार गिरती फॉर्म और बढ़ती उम्र के बावजूद भारतीय थिंक टैंक उन्हें कब तक मौके देगा ? क्या धोनी टीम मैनेजमेंट की 2019 वर्ल्ड कप की टीम में फिट बैठते हैं? इसका जवाब मिलने तक ये देखना दिलचस्प होगा।