ईशान किशन (Ishan Kishan) के कोच उत्तम मजूमदार ने कहा कि अपने वनडे डेब्यू में ईशान किशन के पहली गेंद पर छक्का लगाने से वो हैरान नहीं हैं। उनके मुताबिक ईशान किशन की सफलता में मेडिटेशन का काफी बड़ा योगदान है।
ईशान किशन ने श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे मुकाबले में अपना डेब्यू किया और शानदार पारी खेली। उन्होंने आते ही पहली ही गेंद पर छक्का लगा दिया और 42 गेंद पर 8 चौके और 2 छक्के की मदद से 59 रन बनाए। वो वनडे डेब्यू में पहली ही गेंद पर छक्का लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए।
ईशान किशन ने एक चौंकाने वाला खुलासा भी किया था। उन्होंने बताया था कि क्रीज पर आने से पहले ड्रेसिंग रूम में उन्होंने सबको पहले ही बता दिया था कि वो आते ही छक्का लगाएंगे।
उन्होंने कहा, "सबको ड्रेसिंग रूम में पता था। क्योंकि मैंने पहले ही बता दिया था कि गेंद जहां भी रहेगी जाते ही मैं उस पर छक्का लगाऊंगा। क्योंकि हर चीज मेरे फेवर में थी। मेरा जन्मदिन था, पिच काफी अच्छी थी और मैं अपना पहला वनडे भी खेल रहा था। सबसे खास बात ये थी कि मेरा जन्मदिन था और मैं अपना पहला वनडे खेल रहा था। सब लोग मुझसे रिटर्न गिफ्ट की मांग कर रहे थे और मैं एक अच्छी पारी के जरिए टीम को जीत दिलाकर उन्हें गिफ्ट देना चाहता था।"
ईशान किशन को लेकर उनके कोच का बयान
उनके कोच ने बताया कि ईशान किशन डेली 20 मिनट तक मेडिटेशन करते थे और इसके अलावा वो योगा भी करते थे।
बंगाली डेली आनंदबाजार पत्रिका से बातचीत में उन्होंने बताया "जब से ईशान किशन ने मेडिटेशन करना शुरू किया उनके अंदर का सारा डर खत्म हो गया। उनका कॉन्फिडेंस भी काफी बढ़ गया। अपने वनडे करियर की शुरूआत छक्के से करने के लिए उनके पास वो स्किल था। मैं इस बात से बिल्कुल भी हैरान नहीं था कि उन्होंने पहली ही गेंद पर छक्का लगा दिया। उन्होंने अपने रणजी ट्रॉफी डेब्यू में भी पहली गेंद पर चौका लगाया था।"