न्यूजीलैंड के खिलाफ चिकनगुनिया के कारण टेस्ट सीरीज नहीं खेलने वाले भारतीय टीम के तेज गेंदबाज ने हाल ही में दिल्ली की तरफ से रणजी ट्रॉफी मैच खेलकर मैदान पर वापसी की। दिल्ली और कर्नाटक के बीच रणजी ट्रॉफी के राउंड 3 का मैच ईडन गार्डन्स पर खेला गया था। अगस्त के बाद इशांत का यह पहला प्रतिस्पर्धी मैच था जो दिल्ली के लिए किसी भी हाल में अच्छा नहीं रहा। दिल्ली की टीम को इस मैच में एक पारी से शिकस्त झेलना पड़ी जबकि इशांत को मैच रेफ़री से चेतावनी मिली। इशांत को तब मैच रेफ़री से चेतावनी मिली जब वह दिल्ली रणजी टीम के लिए गेंदबाजी करने भारत की जर्सी पहन कर आए। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के हाल ही में दिशा निर्देशों के मुताबिक किसी भी खिलाड़ी को घरेलू मैच खेलने के दौरान भारतीय टीम की किट पहनने की इजाजत नहीं है। खिलाड़ी को जोन या राज्य द्वारा दी गई जर्सी इन मैचों में पहनना जरुरी है। क्रिकविज।कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली और कर्नाटक के बीच रणजी ट्रॉफी के मुकाबले में मैच रेफ़री की भूमिका निभाने वाले प्रणब रॉय ने अनौपचारिक संदेश इशांत को भेजा और कहा कि वह ऐसी गलती दोबारा न करे। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम का चयन होने में कुछ ही समय बचा है और इशांत के पास चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का यह आखिरी मौका था। उल्लेखनीय है कि चयनकर्ता देवांग गांधी ईडन गार्डन्स पर इशांत और गौतम गंभीर के प्रदर्शन पर नजर रखने के लिए मौजूद थे। जहां गंभीर दोनों पारियों में 0 व 2 रन बनाकर फ्लॉप रहे, वहीं इशांत भी कर्नाटक के बल्लेबाजों पर किसी प्रकार का खौफ नहीं जमा सके। इशांत ने मैच में 21 ओवर किए और सिर्फ एक विकेट हासिल किया। दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी की और 90 रन पर ऑलआउट हो गई। श्रीनाथ अरविंद और दाएं हाथ के स्पिनर कृष्णप्पा गोव्थम ने क्रमशः तीन व चार विकेट लिए। कर्नाटक ने जवाब में पहली पारी में 414 रन बनाए। करुण नायर, रविकुमार समर्थ और मयंक अगरवाल ने कर्नाटक के लिए अर्धशतकीय पारियां खेली जबकि दिल्ली के लिए वरुण सूद ने चार विकेट लिए। इशांत शर्मा को सिर्फ एक विकेट मिला और वह कर्नाटक के बल्लेबाजों पर जरा भी डर बनाते हुए नहीं दिखे। दूसरी पारी में दिल्ली की टीम का लचर प्रदर्शन जारी रहा और पूरी टीम 164 रन पर ऑलआउट होकर एक पारी व 160 रन से हार गई। बहरहाल, इशांत शर्मा के इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टीम में चयनित होने की पूरी उम्मीद है, लेकिन उन्हें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए कड़ी मेहनत करना होगी। भारतीय टीम के प्रमुख कोच अनिल कुंबले और टेस्ट कप्तान विराट कोहली को उम्मीद होगी कि 28 वर्षीय तेज गेंदबाज जल्द ही अपनी लय हासिल करें और इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में खेले जाने वाले पहले टेस्ट में दमदार प्रदर्शन करे।