टीम इंडिया के दिग्गज तेज गेंदबाज इशांत शर्मा (Ishant Sharma) ने अपने करियर को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि अपने करियर के दौरान कभी भी आंकड़ों से उन्हें इतना लगाव नहीं रहा और ना ही इस पर उन्होंने कभी ध्यान दिया। इशांत के मुताबिक उन्हें काफी बाद में जाकर ये एहसास हुआ कि लंबे करियर के लिए आंकड़ों के काफी मायने होते हैं।
इशांत शर्मा की अगर बात करें तो वो भारतीय क्रिकेट के दिग्गज गेंदबाजों में से एक हैं। इशांत ने अपने करियर में 105 टेस्ट मुकाबले खेले और इस दौरान 32.41 की औसत और 61.61 के स्ट्राइक रेट से 311 विकेट चटकाए। इसके अलावा वनडे में उन्होंने कुल मिलाकर 80 मुकाबले खेले और इस दौरान 115 विकेट लिए। टी20 इंटरनेशनल में उनके नाम 14 मैचों में 8 विकेट हैं। इशांत ने अपना आखिरी टेस्ट मुकाबला नवंबर 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था और तबसे वो इंडियन टीम से बाहर चल रहे हैं।
मैं पहले आंकड़ों को इतनी अहमियत नहीं देता था - इशांत शर्मा
इशांत शर्मा के मुताबिक वो क्रिकेट केवल अपनी खुशी के लिए खेलते थे और उन्हें पैसे या फिर औसत की कोई चिंता नहीं रहती थी। उन्होंने जियो सिनेमा पर इंटरव्यू के दौरान कहा,
ईमानदारी से कहूं तो आंकड़े मुझे उत्साहित नहीं करते हैं। मेरे अदंर खेलने की इच्छा काफी ज्यादा थी। मुझे क्रिकेट खेलकर काफी खुशी मिलती थी। यहां तक कि टेनिस बॉल क्रिकेट में जहां मुझे 500 रुपए भी मिलते थे तो मैं खुशी-खुशी खेलता था। मुझे ऐसा लगता था कि मैं दुनिया का सबसे अमीर इंसान हूं। पहले 30 टेस्ट मैचों तक मैंने स्ट्राइक रेट या औसत को इतनी अहमियत नहीं दी थी। हालांकि मेरे करियर के काफी बाद में जाकर मुझे ये एहसास हुआ कि अगर आपको लंबा खेलना है तो फिर आंकड़ों के काफी ज्यादा मायने हो जाते हैं।