जसप्रीत बुमराह का अब तक का सफर

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23 साल के गुजरात के इस खिलाड़ी ने साल 2016 में अपने प्रदर्शन से सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपने ही साल में बुमराह ने बता दिया है कि वो सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारत के लिए लंबी रेस के घोड़े हैं। बुमराह का अपरंपरागत एक्शन और उनके यॉर्कर डालने की क्षमता ने उन्हें टीम इंडिया के मुख्य गेंदबाजों की सूची में शामिल किया है। खासकर बुमराह टीम इंडिया के लिए डेथ ओवर में सबसे बड़े हथियार हैं। बुमराह ने 2016 ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना डेब्यू किया था। उन्हें मोहम्मद शमी के चोटिल होने के कारण टीम में जगह मिली थी। बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक वनडे और 3 टी 20 मैच खेले। अपनी डेब्यू सीरीज में ही बुमराह ने अपने प्रदर्शन से कप्तान धोनी का दिल जीता और धोनी ने उन्हें उस सीरीज में टीम इंडिया की सबसे बड़ी खोज बताया था। इसके बाद भारत ने अपने घर में श्रीलंका के खिलाफ घरेलू सीरीज खेली उसमें भी बुमराह का दमदार खेल जारी रहा। वर्ल्ड टी 20 को ध्यान में रखते हुए पहली बार एशिया कप भी टी 20 फॉर्मेट में खेला गया। एशिया कप में भी बुमराह ने शानदार गेंदबाजी का मुजाहिरा किया। इसके बाद वर्ल्ड टी 20 में डेथ ओवर्स में बुमराह एक बार फिर कप्तान धोनी के लिए सबसे उपयोगी साबित हुए। 2016 में अपने इस ड्रीम रन में बुमराह ने किसी को नहीं बख्शा फिर चाहे वो जिम्बाब्वे हो, वेस्टइंडीज या फिर न्यूजीलैंड सभी टीमों के बल्लेबाज युवा जसप्रीत बुमराह के आगे नतमस्तक नजर आए। कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि बुमराह आने वाले समय में टीम इंडिया के ही नहीं विश्व के स्टार गेंदबाजों की सूची में पहले नंबर पर भी हों तो हैरानी नहीं होगी। बुमराह का एक्शन दूसरे गेंदबाजों से बिल्कुल अगल है। 5- घरेलू क्रिकेट से इंटरनेशनल लेवल तक पहुंचने का सफर गुजरात की ओर से घरेलू क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन और उसके बाद आईपीएल में अपने जौहर दिखाने के बाद बमुराह को जनवरी 2016 में टीम इंडिया में जगह मिली। बुमराह ने सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल वनडे मैच खेला था। भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले ही सीरीज 0-4 से गंवा चुका था और आखिरी वनडे मैच वो सिर्फ अपनी बची-खुची इज्जत बचाने के लिए खेल रहा था। अपने पहले ही वनडे मैच में बुमराह ने अपने कोटे के 10 ओवरों में 2 विकेट लेकर 40 रन दिए। बुमराह ने जिन दो खिलाड़ियों का शिकार किया, उसमें ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ और जेम्स फॉकनर के विकेट शामिल थे। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ 50 ओवर में 330 रन बनाए थे और सभी भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई की थी। बुमराह ने अपने पहले अंतर्राष्ट्रीय मैच में 10 ओवर में सिर्फ 4 के इकोनोमी से 40 रन दिए और 2 विकेट भी चटकाए। जो सभी गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन था। उसी दिन 23 जनवरी 2016 को एक स्टार भारतीय गेंदबाज का उदय हुआ। हालांकि बाकी गेंदबाजों के खराब प्रदर्शन के बाद भी भारतीय टीम इस मैच को जीतने में कामयाब रही तो इसके पूरा श्रेय जाता है शतकवीर मनीष पांडे को। वनडे मैच के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही टी 20 सीरीज में बुमराह का प्रदर्शन सराहनीय रहा। बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने पहले ही टी 20 मैच में 3.3 ओवर गेंदबाजी की और 23 रन देकर 3 विकेट चटकाए। इसके बाद अगले दोनों टी 20 मैचों में बुमराह ने 3 विकेट और झटके। भारत ने टी 20 सीरीज में कंगारुओं को 3-0 से क्लीन स्वीप किया और वनडे सीरीज की करारी हार को भूलाते हुए ऑस्ट्रेलिया दौरे को जीत के साथ खत्म किया। 4- लंकाई टाइगर बुमराह के आगे हुए ढेर shilanka ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुमराह के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए, उन्हें टीम में बरकरार रखा गया और श्रीलंका के खिलाफ घरेलू सीरीज में मौका दिया गया। लंका के खिलाफ भी उन्होंने अपने गेंदबाजी का डंका बजाया। तीनों टी 20 मैचों में बुमराह के प्रदर्शन पर नजर डालें, तो पहले मैच में 4 ओवर गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 19 रन दिए लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। इसके बाद दूसरे टी 20 मैच में बुमराह ने 3 ओवर गेंदबाजी की और 17 रन देकर और 2 विकेट झटके। तीसरे और आखिरी मैच में उन्होंने 1 ओवर में 10 रन दिए और 1 विकेट हासिल किया। भारत ने श्रीलंका के खिलाफ ये सीरीज 2-1 से जीती। श्रीलंका के खिलाफ बुमराह के प्रदर्शन को देखते हुए कप्तान धोनी ने कहा था कि उन्हें एक लंबे टी 20 सीजन के लिए एक शानदार युवा गेंदबाज मिल चुका है। 3- भारत ने छठी बार जीता एशिया कप asia cup अपनी इसी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए बुमराह 2016 के एशिया कप टी 20 में उतरे। यहां पर उन्होंने टीम इंडिया को चैंपियन बनाने में अहम योदागन दिया। एशिया कप के 5 मैचों में बुमराह ने 18 ओवर गेंदबाजी करते हुए 93 रन दिए और 6 विकेट हासिल किए। इस दौरान उनका इकोनोमी रेट 5.167 का रहा। बुमराह नई गेंद के साथ भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं। टीम को जल्दी ब्रेक थ्रू दिलाकर मैच में टीम की पकड़ मजबूत रखते हैं। इतना ही नहीं वो डेथ ओवर्स में काफी कारगर साबित होते हैं। भारत छठी बार एशिया कप चैंपियन बना। एशिया कप जीतने के साथ भारत को सिर्फ 1 ट्रॉफी ही नहीं मिली, बल्कि बुमराह के रूप में एक चैंपियन गेंदबाज भी मिला। 2- वर्ल्ड टी 20 में भी बुमराह का जलवा बरकरार रहा bumrah t20 वर्ल्ड टी 20 में भी बुमराह का प्रदर्शन अच्छा रहा। उन्होंने बांग्लादेश को छोड़कर सभी टीमों के खिलाफ विकेट चटकाए। बांग्लादेश के खिलाफ खेला गया वो मुकाबला हार्दिक पांड्या की दमदार गेंदबाजी के लिए याद किया जाता है। हार्दिक ने रोमांचक मुकाबले में अच्छी गेंदबाजी कर भारत को 1 रन से जीत दिलाई। हालांकि इसी मैच में हमें जसप्रीत बुमराह के 19वें ओवर को भी याद रखना होगा। जब बुमराह ने 19वें ओवर में सधी हुई गेंदबाजी करते हुए सिर्फ 6 रन दिए और आखिरी ओवर में डिफेंड करने के लिए पांड्या ने 10 रन दिए। गौरतलब है कि इस मैच में बुमराह की शुरुआत अच्छी नहीं रही और वो 3 ओवर में 28 रन दे चुके थे। लेकिन इसके बाद चौथे ओवर में उन्होंने सिर्फ 6 देकर जबरदस्त वापसी की। वर्ल्ड टी 20 में भारत का ड्रीम रन सेमीफाइनल में जाकर खत्म हुआ। जहां वेस्टइंडीज के खिलाफ बुमराह ने 4 ओवर में 42 रन दिए और उन्हें क्रिस गेल के रूप में सिर्फ 1 विकेट मिला। हालांकि बुमराह का ये प्रदर्शन इतना ज्यादा खराब भी नहीं था क्योंकि इस हाई प्रोफाइल मुकाबले में दोनों टीमों ने मिलाकर लगभग 400 रन बनाए थे। भारत की ओर से आशीष नेहरा को छोड़कर वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने सभी गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और आखिरकार वर्ल्ड टी 20 के सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज ने भारत को 7 विकेट से मात दी। 1- अन्य टूर्नामेंटों में जसप्रीत बुमराह का प्रदर्शन picture-1_2nd-t20-india-vs-west-indies_28-august-2016-1472403155-800 वर्ल्ड टी 20 के बाद भारत ने जिम्बाब्वे का दौरा किया। जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले ही वनडे मैच में जसप्रीत बुमराह ने 9.5 ओवर में सिर्फ 28 रन देकर 4 विकेट चटकाए। दूसरे वनडे मैच में बुमराह ने 6 ओवर में 27 रन देकर 1 विकेट अपने नाम किया और इसके बाद तीसरे वनडे मैच में बुमराह ने 22 रन देकर 4 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया। बुमराह के इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार से भी नवाजा गया। बुमराह के दमदार प्रदर्शन के चलते भारत ने वनडे सीरीज 3-0 से अपने नाम की। इसके बाद जिम्बाब्वे के खिलाफ ही टी 20 सीरीज में बुमराह ने पहले टी 20 में 2 विकेट लेकर 24 रन दिए। दूसरे टी 20 में 11 रन देकर 3 विकेट लिए और तीसरे मैच में हालांकि उन्हें कोई विकेट नहीं मिला, उन्होंने इस मैच में 23 रन दिए। भारत ने इस सीरीज पर 2-1 से कब्जा जमाया। इसके बाद भारत और वेस्टइंडीज के बीच पहले टी 20 मैच में दो शतकीय पारियां भी खेली गई और दोनों टीमों की ओर से लगभग 500 रन बने। इस मैच में भी जसप्रीत बुमराह ने 47 रन देकर 2 विकेट झटके। जिसके साथ ही बुमराह टी 20 में एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज भी बने। बुमराह ने डिर्क नैनिस को पछाड़कर एक साल में सबसे ज्यादा 28 टी 20 विकेट अपने नाम किए।