आईपीएल में मुंबई इंडियंस से अपनी पहचान बनाने वाले तेज़ गेंदबाज जसप्रीत बुमराह आज भारतीय टीम के भविष्य माने जा रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि बुमराह के भारतीय टीम में आने से टीम की गेंदबाजी काफी हद तक बेहतर हो गई है। और आने वाले समय में बुमराह भारतीय टीम को काफी ऊंचाई पर ले जा सकते हैं।
जनवरी 2016 से ये गेंदबाज ज़बरदस्त फॉर्म में है और उसका जीता जागता नमूना हम मौजूदा दौर में चल रहे ज़िम्बाब्वे दौरे में देख सकते हैं। तीन मैचों की सीरीज़ में बुमराह ने 9 विकेट झटके हैं, जिसमें 2 मैचों में उन्होंने 4-4 विकेट हासिल किए हैं।
एनडीटीवी से बात करते हुए बुमराह ने कहा “जब गेंद घूमती है तो हमारे लिए काफी अच्छा होता है, और उसकी मदद से हम गेंदबाज़ी में विविधता भी कर सकते हैं। आज के मैच में विकेट से हमें उतनी मदद नहीं मिल पा रही थी जितनी के पिछले दो मैचों में मिली थी”।
“अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट अंतर्राष्ट्रीय ही होता है चाहे वो ज़िम्बाब्वे हो या कोई और दूसरी टीम। हमारे लिए सबसे अच्छी बात ये है कि हमारा दिन अच्छा गुज़र रहा है और फैसले हमारे पक्ष में जा रहे हैं। हम सब पूरी मेहनत कर रहे हैं कि खुद में और भी बेहतर सुधार ला सकें” इस युवा गेंदबाज ने कहा।
एक पोस्ट मैच प्रैस कोन्फ्रेंस के दौरान बुमराह ने ये भी माना कि, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में उन्हें आज जो भी सफलताएँ हासिल हो रही हैं वो सिर्फ और सिर्फ आईपीएल और फ़र्स्ट क्लास क्रिकेट के अनुभव की वजह से है। “पहले मैं गेंद में विविधता नहीं ला पाता था पर जबसे आईपीएल और फ़र्स्ट क्लास क्रिकेट में खेलना शुरू किया मुझे कोच की मदद से ये सारी चीज़ें सीखने को मिली”।
इस तेज़ गेंदबाज को देखकर अब ऐसा लगने लगा है कि जो भारतीय टीम कभी गेंदबाजी और खास कर डेथ ओवरों में गेंदबाजी करने में असफल रहा करती थी, अब जाकर वो अपनी उस कमजोरी पर काबू पाना सीख चुकी है।
Published 16 Jun 2016, 16:02 IST