जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने पहली बार भारतीय T20I टीम (India Cricket Team) की कमान संभाली और आयरलैंड (Ireland Cricket Team) पर सीरीज जीत दिलाई। खुद बुमराह ने 11 महीने के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में दमदार वापसी भी की। उनकी गेंदबाजी में वही धार और पैनापन नजर आ रहा है, जिससे बल्लेबाज खौफ में रहते थे।
आयरलैंड के खिलाफ दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में बुमराह ने 4 ओवर का अपना स्पेल पूरा किया और एक मेडन सहित 15 रन देकर दो विकेट लिए। बुमराह के स्पेल की खास बात यह रही कि उन्होंने 24 गेंदों में एक भी बाउंड्री नहीं खर्च की। बेहद किफायती गेंदबाजी करने के साथ-साथ बुमराह ने मार्क अडेयर और बैरी मैकार्थी को अपना शिकार बनाया।
बुमराह की दमदार गेंदबाजी के साथ भारत ने मुकाबला 33 रन से जीता। डब्लिन के मालहाइड में खेले गए दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करके निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 185 रन बनाए। जवाब में आयरलैंड की टीम 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 152 रन बना सकी।
आयरलैंड पर सीरीज फतह करने के बाद कप्तान बुमराह ने कहा, 'मैच जीतकर अच्छा महससू हो रहा है। मैं दौड़कर आया और थोड़ी ज्यादा तेज गेंद डाली। हम स्कोरबोर्ड पर अच्छा स्कोर टांगना चाहते थे और हमें लगा था कि पिच आगे चलकर धीमी पड़ेगी। ऐसा ही हुआ, पिच धीमी पड़ी।'
बुमराह ने टीम सेलेक्शन के बारे में बात करते हुए कहा, 'कभी प्लेइंग 11 का चयन मुश्किल हो जाता है क्योंकि सभी खिलाड़ी विश्वास से भरे हैं और नेट्स पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। कप्तान के रूप में मुझे इससे ज्यादा क्या चाहिए। हम सभी का एक जैसा सपना है, भारत के लिए खेलना।'
बुमराह ने वापसी के बाद होने वाली अपेक्षा के बारे में बात करते हुए कहा, 'मैं अपेक्षा के बारे में ज्यादा नहीं सोचता। अगर आप इस बोझ के साथ खेलेंगे तो दबाव में रहेंगे। आपको सीखना होता है कि उम्मीदों का कैसे प्रबंध करें और इसे किनारे रखें। मैं वापसी करके खुश हूं और इससे ज्यादा कुछ नहीं मांग सकता हूं।'