स्पिन ऑलराउंडर जयंत यादव (Jayant Yadav) की पांच साल के लम्बे अंतराल के बाद भारतीय टीम में वापसी हुयी और उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में रविंद्र जडेजा के चोटिल होने पर खेलने का मौका मिला। जयंत ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया और चयनकर्ताओं ने उन्हें प्रमुख बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाजों के चोटिल होने के कारण दक्षिण अफ्रीका के दौरे (IND vs SA) के लिए भी टीम में शामिल किया है। जयंत टीम में अश्विन के बाद दूसरे प्रमुख स्पिनर हैं।
जयंत हैरान होने से ज्यादा दक्षिण अफ्रीका टेस्ट के लिए चुने जाने पर "बहुत खुश" थे। वह अच्छी तरह से जानते हैं कि दक्षिण अफ्रीका में हालात स्पिनरों के लिए आदर्श नहीं होंगे, जयंत वर्तमान में खुद को कठिन परीक्षा के लिए तैयार रखने के लिए खुद को मानसिक तौर पर तैयार कर रहे हैं।
टेलीग्राफ से बातचीत में जयंत ने कहा,
फिलहाल, ईमानदारी से कहूं तो मैं किसी अन्य दौरे की तरह ही इस दौरे की भी तैयारी कर रहा हूं। आप इस बात को ध्यान में रख सकते हैं कि वहां स्थितियां अलग होंगी, लेकिन जब तक आप वास्तव में वहां नहीं पहुंचेंगे और जो आपने तैयार किया है उसे लागू करने का प्रयास नहीं करेंगे, तब तक आप वास्तव में नहीं जान पाएंगे।
तो यह पहले मानसिक रूप से समायोजित करने और फिर अपनी स्किल पर ध्यान केंद्रित करने के बारे में अधिक है। मैं जो कुछ भी स्किल के मुताबिक करने की कोशिश कर रहा हूं, वह सब कुछ मेरे दिमाग को पहले परिस्थितियों को देखते हुए तैयार करने के बारे में है। मैं बस इस बात को ध्यान में रख रहा हूं कि जब भी मुझे मौका मिले मुझे अच्छी तैयारी करने और मैदान पर सर्वश्रेष्ठ देने की जरूरत है।
रोहित शर्मा की कप्तानी को लेकर जयंत यादव की प्रतिक्रिया
जयंत यादव ने मुंबई इंडियंस के लिए कई सीजन खेले हैं। हालांकि इस दौरान उन्हें नियमित मैच खेलने को कम ही मिले लेकिन उन्होंने काफी करीब से रोहित शर्मा को कप्तानी करते हुए देखा है और उनके साथ खेले भी हैं। जयंत यादव ने रोहित की कप्तानी के बारे में बात करते हुए कहा,
वह खिलाड़ियों को समझते हैं, उन्हें पूरी आजादी देते हैं। जब भी मैं उनकी कप्तानी में खेला, उन्होंने मुझे उस विशेष स्थिति में जो कुछ भी करना चाहता हूं, वह करने की पूरी आजादी दी। उन्होंने अपने सभी खिलाड़ियों का समर्थन किया है।