हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ संपन्न हुई टी20 सीरीज को भारतीय टीम ने 3-0 से अपने नाम किया। इस श्रृंखला में कई युवा खिलाड़ियों को पहली बार भारतीय टीम में शामिल किया गया, तो भुवनेश्वर कुमार को आराम देकर उनके स्थान पर जयदेव उनादकट को लम्बे अरसे बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में राष्ट्रीय टीम के लिए वापस बुलाया गया। भारत के लिए बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने आखिरी बार साल 2016 में टी20 मैच खेला था। एकदिवसीय मुकाबलों में भी वह भारत की तरफ से आखिरी बार 2013 में खेलते हुए नजर आये थे लेकिन इस साल इंडियन प्रीमियर लीग में बेहतरीन प्रदर्शन कर उन्होंने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की और श्रीलंका के खिलाफ हुए 3 मैचों में उम्दा प्रदर्शन किया। अपनी वापसी को लेकर जयदेव उनादकट ने उम्मीद जताई है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस सीरीज के बाद उन्हें और भी खेलने के मौके मिलेंगे। मुंबई में हुए आखिरी मैच के बाद जयदेव ने कहा कि इस सीरीज के बाद मेरा आत्मविश्वास और भी ज्यादा बढ़ा है। यहाँ से मुझे भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद जगी है, जिसपर मैं आने वाले समय में खरा उतर पाऊंगा। यह सीरीज मेरे करियर का अहम पड़ाव साबित हो सकती है। जयदेव ने इस सीरीज में तीनों मैचों में शिरकत की और 4 विकेट भी हासिल किये। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जयदेव उनादकट ने पहली बार भारत के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ साल 2010 में टेस्ट मैच खेला था। उन्हें पूर्व दिग्गज गेंदबाज ज़हीर खान के स्थान पर टीम में जगह दी गई थी लेकिन उस मैच के बाद उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में एक भी मैच नहीं खेला। अगर बात एकदिवसीय प्रारूप की करे तो जयदेव ने अभी तक केवल 7 वनडे मैचों में शिरकत की है। जयदेव के बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत उन्हें दक्षिण अफ्रीका दौरे पर होने वाले 3 टी20 मैचों में जगह मिल सकती है। टी20 सीरीज की शुरुआत टेस्ट और वनडे सीरीज के बाद अगले साल फरवरी में होगी।