भारतीय महिला क्रिकेट टीम (India Women Cricket Team) अपने घर में 2007 के बाद से ऑस्ट्रेलिया (Australia Women Cricket Team) को वनडे मुकाबले में मात देने में नाकाम रही। हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) के नेतृत्व वाली भारतीय टीम को मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के तीसरे व अंतिम वनडे में 190 रन के विशाल अंतर की शिकस्त सहनी पड़ी। भारतीय टीम 0-3 के क्लीन स्वीप को टालने में नाकाम रही।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए कप्तान हरमनप्रीत कौर का फॉर्म चिंता का विषय बना हुआ है, जो आखिरी मुकाबले में केवल 3 रन बनाकर पवेलियन लौट गईं। भारतीय बल्लेबाज जेमिमा रॉड्रिग्स आलोचनाओं से घिरी हरमनप्रीत कौर के समर्थन में आईं और कहा कि हर खिलाड़ी खराब दौर से गुजरता है। मौजूदा सीरीज में भारतीय कप्तान ने 3 मैचों में 17 रन बनाए।
जेमिमा रॉड्रिग्स ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'वो भी दिन थे, जब मैं रन नहीं बना रही थी और हरमनप्रीत दी मेरे लिए रन बना रही थीं। यह सभी खिलाड़ियों के साथ होता है। यह मायने नहीं रखता कि आप कितने महान खिलाड़ी हैं। प्रत्येक खिलाड़ी इस दौर से गुजरता है। जब हैरी दी रन नहीं बना रही हैं तो मेरी यह जिम्मेदारी है कि उनके हिस्से के रन बनाऊं। मुझे हर किसी के लिए टीम में रन बनाने होंगे ताकि टीम को जीत मिलने में मदद पहुंचे।'
भारतीय टीम के लिए चिंता का एक और विषय है खराब फील्डिंग। भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के दौरान काफी कैच छोड़े, लेकिन दूसरे वनडे में उनका असली संघर्ष देखने को मिला। भारत ने दूसरे वनडे में 7 कैच छोड़े।
जेमिमा ने फील्डिंग को लेकर कहा, 'हमें स्वीकार करना होगा कि हमने क्या किया। हमने विशेषकर फील्डिंग में खराब प्रदर्शन किया और इसे सुधारने के लिए हमें कड़े प्रयास करने होंगे। भारतीय महिला क्रिकेट टीम के फील्डिंग का स्तर इतना खराब नहीं रहा है। हमें दमदार वापसी करनी होगी।'
भारतीय टीम को वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप झेलना पड़ा। अब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 जनवरी से तीन टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज खेली जाएगी।