क्रिकेट जगत में इन दिनों चर्चा का सबसे बड़ा विषय दीप्ति शर्मा (Deepti Sharma) द्वारा चार्ली डीन (Charlie Dean) को रन आउट करना बना हुआ है। दीप्ति ने अपना गेंदबाजी एक्शन बीच में रोका और नॉन स्ट्राइकर छोर पर चार्ली डीन को रन आउट कर दिया।
भारतीय महिला टीम की पूर्व तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। झूलन ने कहा कि उन्हें पक्का नहीं पता कि दीप्ति ने चार्ली को रन आउट करने से पहले चेतावनी दी थी कि नहीं।
बता दें कि भारत और इंग्लैंड महिला के बीच लॉर्ड्स पर तीसरा वनडे खेला जा रहा था। इंग्लैंड की पारी के 44वें ओवर की चौथी गेंद डाली जानी थी। दीप्ति शर्मा अपना रन अप लेकर आईं और स्टंप्स के पास आकर रुक गईं। दीप्ति ने पीछे मुड़कर नॉन स्ट्राइकर्स छोर की गिल्लियां बिखेर दी। चार्ली डीन तब क्रीज के बाहर थीं। मैदानी अंपायरों ने तीसरे अंपायर की मदद लेकर रन आउट दिया। भारत ने 16 रन से मैच जीतकर तीन मैचों की सीरीज में इंग्लैंड का 3-0 से क्लीन स्वीप किया।
दिग्गज तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी ने कहा, 'मेरे ख्याल से चेतावनी दी थी। मगर मुझे पक्का नहीं पता। मुझे इसलिए ध्यान नहीं क्योंकि मैं शॉर्ट थर्ड मैन पर खड़ी थी, जो कि नॉन स्ट्राइकर्स छोर से थोड़ा दूर है। कप्तान और अंपायर के बीच क्या बातचीत हुई, मुझे 100 प्रतिशत जानकारी नहीं है। मगर दीप्ति ने जो कुछ किया, वो गलत नहीं है। हमने सभी चीजें कानून के अंतर्गत की। एमसीसी ने भी इस पर सफाई दी थी। क्योंकि गेंद डालने से पहले बल्लेबाज का क्रीज से बाहर निकलना क्रिकेट में कानूनी नहीं है तो मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ गलत है।'
नॉन स्ट्राइकर छोर पर रन आउट करने से पहले चेतावनी देना जरूरी नहीं है, लेकिन दीप्ति ने दावा किया कि उन्होंने चेतावनी दी थी जबकि डीन ने कहा कि उन्हें कोई चेतावनी नहीं मिली। इस पर सवाल खडे़ हुए कि भारत ने खेल भावना नहीं दिखाई। हालांकि, रन आउट पूरी तरह से नियमों के अंतर्गत ही था।
गोस्वामी ने कहा, 'मेरे ख्याल से यह बिलकुल ठीक है। मुझे इसमें कुछ गलत नहीं लगा क्योंकि आईसीसी ने स्पष्ट किया है कि यह कानूनी तरीके से आउट है। कुछ भी गैर कानूनी नहीं है। आपको कुछ गैरकानूनी लगा? हमने कुछ नहीं किया। हमने सभी चीजें कानून के अंतर्गत की। मुझे इसका जरा भी पछतावा नहीं है।'
मैच के बाद एमसीसी ने कहा था कि रन आउट ने उत्साहजनक मैच का असामान्य अंत किया। मगर उन्होंने ध्यान दिलाया कि इसमें सही अंपायरिंग हुई और कुछ ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है।