झूलन गोस्वामी (Jhulan Goswami) के लंबे इंटरनेशनल करियर का सुखद समापन हुआ। उनके आखिरी मैच में ना केवल भारतीय टीम (Indian Cricket Team) ने जीत हासिल की बल्कि झूलन गोस्वामी ने खुद जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए 2 विकेट चटकाए। मैच के बाद उन्होंने कहा कि पहले लोग उतना वुमेंस क्रिकेट को नहीं देखते थे लेकिन 2017 के वर्ल्ड कप के बाद इसमें काफी बदलाव आ गया।
दरअसल 2017 के वुमेंस वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय टीम फाइनल में पहुंची थी। सेमीफाइनल मुकाबले में हरमनप्रीत कौर की जबरदस्त 171 रनों की पारी की बदौलत जिस तरह से भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया था, उसकी चर्चा आज भी होती है। फाइनल मैच में इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टीम को रोमांचक तरीके से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि उसके बाद से टीम इंडिया बड़े लेवल पर अच्छा प्रदर्शन करने लगी और टीम की खिलाड़ियों ने अपने खेल से सबका ध्यान आकर्षित किया।
किसी ने भी नहीं सोचा था कि हम फाइनल में पहुंच जाएंगे - झूलन गोस्वामी
झूलन गोस्वामी ने भी 2017 के वर्ल्ड कप को वुमेंस क्रिकेट में मील का पत्थर बताया है। उन्होंने स्काई स्पोर्ट्स पर बातचीत के दौरान कहा,
2017 के वर्ल्ड कप में हमारी टीम ने जबरदस्त वापसी की थी और कड़ा मुकाबला किया था। किसी ने भी नहीं सोचा था कि हम फाइनल खेलने जा रहे हैं। जिस तरह से हमने टूर्नामेंट खेला था वो काफी अलग था। वहां से भारत में वुमेंस क्रिकेट धीरे-धीरे काफी आगे बढ़ गया।
आपको बता दें कि भारतीय महिला टीम ने धमाकेदार खेल का प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड को तीसरे और अंतिम वनडे मैच में 16 रनों से हरा दिया। टीम इंडिया पहले खेलते हुए 169 रन बनाकर आउट हो गई। जवाब में खेलते हुए इंग्लैंड की टीम 153 रन ही बना पाई। भारतीय टीम ने ये सीरीज 3-0 से अपने नाम की और इंग्लैंड को क्लीन स्वीप कर दिया।