महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में झूलन गोस्वामी (Jhulan Goswami) किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। उनको दिग्गज खिलाड़ी माना जाता है। इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम वनडे वह विदाई मैच के रूप में खेल रही हैं। साथी खिलाड़ियों ने इस मैच को यादगार बनाने का निर्णय लेते हुए उनको मैच समर्पित किया। कप्तान हरमनप्रीत कौर उनको टॉस के समय अपने साथ पिच पर लेकर पहुंची।
टॉस के अलावा टीम हडल में भी झूलन को विदाई दी गई। इस मौके पर झूलन ने एक स्पीच भी दी। ब्रॉडकास्टर से भी गोस्वामी ने बातचीत की। टीम इंडिया ने श्रृंखला को पहले ही सील कर दिया है। दो दशकों तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हुए भारत का नाम करने वाली झूलन गोस्वामी के लिए भी यह एक आदर्श विदाई होगी।
हरमनप्रीत को झूलन द्वारा गले लगाने से पहले आँसू में देखा गया था, भारत के कप्तान ने महान क्रिकेटर के लिए यादगार काम किया और टॉस के लिए अपने साथ लेकर गईं। इंग्लैंड की कप्तान एमी जोन्स ने सिक्का उछाला, जबकि झूलन ने हेड कहा था। इंग्लैंड ने टॉस जीता और जोन्स ने झूलन से हाथ मिलाया, इस दौरान हरमनप्रीत कौर उनके पास ही खड़ी थीं।
इस खेल के महानतम खिलाड़ियों में से एक के रूप में झूलन अपने करियर को अलविदा कह रही हैं। उन्होंने भारत के लिए 12 टेस्ट, 204 एकदिवसीय और 68 टी20 में भाग लिया और 353 अंतरराष्ट्रीय विकेट (अंतिम मैच से पहले के विकेटों के आंकड़े) झटके, जो महिला क्रिकेट में एक गेंदबाज द्वारा सबसे अधिक हैं। उनके एकदिवसीय विकेट सबसे ज्यादा आए हैं। गोस्वामी ने इस प्रारूप में 253 विकेट झटके। वर्ल्ड कप में उन्होंने 43 वनडे विकेट झटके, जो एक बड़ा रिकॉर्ड है।