बांग्लादेश में इंग्लैंड की कमान संभाल सकते हैं जोस बटलर

इंग्लैंड के सीमित ओवरों के नियमित कप्तान इयोन मॉर्गन के अक्टूबर में बांग्लादेश दौरे पर हिस्सा नहीं लेने के मन को देखते हुए जोस बटलर को तीन मैचों की वन-डे सीरीज के लिए कमान सौंपी जा सकती है। इस बात की जानकारी द टेलीग्राफ के हवाले से मिली है। जोस बटलर एक मर्तबा पाकिस्तान के खिलाफ पिछले वर्ष टीअंतरराष्ट्रीय मैच में कप्तानी कर चुके हैं। इसके अलावा नेतृत्वकर्ता के रूप में उनका अनुभव घरेलू क्रिकेट में ही है। आगामी दौरे से नाम वापस लेने वाले मॉर्गन ने विवादों को जन्म दे दिया है। उनकी हर तरफ से आलोचनाएं हो रही हैं। एलेक्स हेल्स ही एक अन्य इंग्लिश खिलाड़ी हैं जिन्होंने बांग्लादेश दौरे पर नहीं जाने का फैसला किया है। ईसीबी टीम निदेशक ने मॉर्गन को अपना फैसला बदलने के लिए रविवार तक का समय दिया है, लेकिन अगर मॉर्गन का मन नहीं बदलता है तो फिर बांग्लादेश में इंग्लैंड की कमान बटलर संभालते दिखेंगे। मॉर्गन ने पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज के दौरान अपना फैसला टीम के साथियों को बताया था और बांग्लादेश दौरे पर नहीं जाने के लिए उन्होंने सुरक्षा कारणों का हवाला दिया था। कुछ देशों के यात्रा सलाहकारों ने बांग्लादेश में यात्रा नहीं करने का सुझाव दिया है। उनका कहना है कि बांग्लादेश की राजधानी ढाका में 1 जुलाई को विदेशियों को व्यक्तिगत तौर पर आतंकी हमले का शिकार बनाया गया। ऑस्ट्रेलिया ने पिछले वर्ष सुरक्षा कारणों की वजह से बांग्लादेश का दौरा नहीं किया और अब यही डर इंग्लैंड टीम को भी सता रहा है। हालांकि ईसीबी ने बांग्लादेश के सुरक्षा इंतजामों से खुश होकर दौरा जरी रखने की हरी झंडी दे दी थी। मोइन अली और क्रिस जॉर्डन ने बांग्लादेश जाने की इच्छा दिखाई है, टेस्ट कप्तान एलस्टेयर कुक ने भी सुरक्षा समीक्षा के बाद जाने के लिए अपनी सहमति जता दी है। इंग्लैंड ने पिछली बार बांग्लादेश दौरे पर 3-0 से सीरीज अपने नाम की थी। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में बांग्लादेश ने गजब का सुधार किया है और सीमित ओवरों की सीरीज में वह कड़ी प्रतिद्वंदी बनती जा रही है। ऐसे में 26 वर्षीय बटलर के लिए यह सीरीज हलकी जिम्मेदारी नहीं होगी। मॉर्गन ने दौरे पर नहीं जाने का कारण बताया मॉर्गन ने उपमहाद्वीप में पुराने अनुभवों का ध्यान दिलाते हुए बांग्लादेश दौरे पर शामिल नहीं होने का कारण बताया। वह पहले कह चुके हैं, 'हमने 2010 में बंगलोर में आईपीएल मैच खेला था, तब मैदान के बाहर एक बम मिला था। हम तुरंत वहां से बाहर गए और फिर एयरपोर्ट चले गए।' इसके अलावा एक घटना बांग्लादेश की है जब चुनाव के दौरान घरेलू क्रिकेट खेला जा रहा था तब चीजें बहुत हिंसात्मक हो चुकी थी। इयोन मॉर्गन की गैरमौजूदगी का फायदा जॉनी बेयरस्टो को मिल सकता है। वहीं अगर हेल्स ने अपना नाम वापस लिया तो सैम बिलिंग्स या बेन डकेट में से किसी एक को मौका मिल सकता है। मॉर्गन की ब्रिटिश मीडिया ने काफी आलोचना की है। एक लेख में लिखा है कि मॉर्गन ने अपने देश को नीचा दिखाया है और अपना करियर दांव पर लगाया है। इस लेख में उनके आयरलैंड से इंग्लैंड का रुख करने का हवाला भी दिया गया है। पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कहा कि 30 वर्षीय मॉर्गन ने सीरीज में हिस्सा नहीं लेने का मन बनाकर अपना स्तर गिरा लिया है। पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर डेरेक प्रिंगल ने मॉर्गन ने दौरे से हटने की वजह को सार्थक बताया।