भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) अपनी सीधी और सरल बात के लिए जाने जाते हैं। किसी भी मुद्दे पर वो खुलकर सीधी बात करते हैं। हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान जब उनसे खिलाड़ियों के ऊपर पड़ने वाले प्रेशर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि अगर आप प्रेशर महसूस करते हैं तो फिर मत खेलिए।
दरअसल मॉर्डन क्रिकेट में प्रेशर की काफी ज्यादा बात होती है। इसके अलावा मेंटल हेल्थ के बारे में भी काफी ज्यादा चर्चा होती है। हालांकि कपिल देव इन सब चीजों से इत्तेफाक नहीं रखते हैं। उनके मुताबिक जिस गेम को आप इंज्वॉय करते हैं वहां पर प्रेशर आ ही नहीं सकता है। अगर आप गेम को इंज्वॉय नहीं करेंगे तभी दबाव आपके ऊपर आएगा।
जब आपके पास खेलने का जज्बा होता है तो फिर दबाव नहीं आता है - कपिल देव
कपिल देव ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा 'मैंने कई बार टीवी पर ये सुना है कि आईपीएल में खेलने के लिए खिलाड़ियों पर काफी दबाव होता है। मैं एक ही चीज इसको लेकर कहना चाहूंगा कि अगर आपके ऊपर प्रेशर है तो मत खेलो। किसी के पास अगर खेलने का जज्बा है तो उसके ऊपर दबाव नहीं रहेगा। मुझे ये अमेरिकन चीजें जैसे डिप्रेशन समझ नहीं आती हैं। मैं एक किसान हूं और हम इसलिए खेलते हैं क्योंकि हमें मजा आता है। गेम को इंज्वॉय करने में कैसा प्रेशर।'
आपको बता दें कि कपिल देव ने 1994 में क्रिकेट से संन्यास लिया था। उनकी कप्तानी में भारत ने पहली बार 1983 का वर्ल्ड कप जीता था। इसके बाद अगले 11 साल तक वो और खेले फिर संन्यास ले लिया। 1983 के वर्ल्ड कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ उनकी 175 रनों की पारी को वनडे क्रिकेट की सर्वकालिक महान पारियों में गिना जाता है।