भारतीय टीम (India Cricket team) के पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) ने क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था आईसीसी (ICC) से गुजारिश की है कि वो टेस्ट और वनडे प्रारूप को बचाने के लिए कदम उठाए।
कपिल देव ने दुनियाभर में बढ़ती टी20 लीग को देखते हुए यह गुजारिश की है। कपिल देव ने कहा, 'मेरे ख्याल से यह खत्म होता जा रहा है। आईसीसी की बड़ी जिम्मेदारी है कि कैसे इस खेल का प्रबंध करेगी। यह बिलकुल उस राह पर जा रहा है जैसे यूरोप में फुटबॉल। वो हर देश के खिलाफ नहीं खेलते। चार साल में एक बार एक-दूसरे के खिलाफ खेलते हैं, तब विश्व कप होता है। क्या हमें भी यही चाहिए कि चार साल में विश्व कप में मैच खेलें और बाकी समय फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलें?'
उन्होंने आगे कहा, 'इसी प्रकार, क्रिकेटर्स सिर्फ आईपीएल या बीबीएल या इस तरह की लीग में ही खेलेंगे? तो आईसीसी को इस पर ध्यान देना होगा कि कैसे वनडे क्रिकेट को जीवित रखें, टेस्ट क्रिकेट सुनिश्चित तरीके से हो। सिर्फ क्लब क्रिकेट न हो।'
कपिल देव ने साथ ही जाहिर किया कि अगर सभी क्रिकेट लीग फुटबॉल के समान लोकप्रिय हो गईं तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बस वर्ल्ड कप तक सीमित रह जाएगा। उन्होंने कहा, 'क्लब क्रिकेट कुछ समय के लिए ठीक है। बिग बैश ठीक है। मगर दक्षिण अफ्रीका लीग आ रही है। यूएई लीग आ रही है। अगर सभी देश क्लब क्रिकेट खेलने चले गए तो फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट केवल वर्ल्ड कप तक सीमित रह जाएगा।'
पता हो कि अगले साल आईपीएल को अतिरिक्त विंडो मिली है। वहीं इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को भी घरेलू फ्रेंचाइजी आधारित लीग के लिए कार्यक्रम मिल जाएगा। इस समय क्रिकेट कैलेंडर काफी व्यस्त हो चला है कि खिलाड़ियों ने प्रारूपों से दूरी बनाना शुरू कर दी है।
हाल ही में बेन स्टोक्स ने वनडे प्रारूप से संन्यास लिया जबकि वो टेस्ट और टी20 क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे। वहीं दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलियाई दौरा रद्द कर दिया, जिससे 2023 विश्व कप में उसके क्वालीफिकेशन पर खतरा मंडरा सकता है।