कर्नाटक ने दिल्ली के फिरोज शाह कोटला स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में महाराष्ट्र को 9 विकेट से हराकर विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में प्रवेश कर लिया है। पहले बल्लेबाजी करते हुए महाराष्ट्र की टीम मात्र 44.3 ओवरो में मात्र 160 रन बनाकर आल आउट हो गई। कर्नाटक की टीम ने इस लक्ष्य को सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के 81 और कप्तान करुण नायर के नाबाद 70 रनों की बदौलत 1 विकेट खोकर 31वें ओवर में हासिल कर लिया। फाइनल में कर्नाटक का मुकाबला सौराष्ट्र और आन्ध्रा के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल की विजेता टीम से होगा। इससे पहले महाराष्ट्र की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन उनका ये फैसला बिल्कुल गलत साबित हुआ। महज 2 रन के स्कोर पर ही टीम को पहला झटका लग गया। सलामी बल्लेबाज रितुराज गायकवाड़ 1 रन बनाकर आउट हो गए। हालांकि इसके बाद कप्तान राहुल त्रिपाठी और श्रीकांत मुंधे के बीच दूसरे विकेट के लिए 57 रनों की अच्छी साझेदारी हुई लेकिन 59 के स्कोर पर राहुल त्रिपाठी 16 रन बनाकर आउट हो गए। 95 रनों पर तीसरा विकेट गिरने के बाद महाराष्ट्र की पारी पूरी तरह से बिखर गई। टीम एक के बाद एक लगातार विकेट गंवाती चली गई और 44.3 ओवर में 160 रन बनाकर आउट हो गई। श्रीकांत मुंधे ने सबसे ज्यादा 50 रनों की पारी खेली और नौशाद शेख ने भी 42 रन बनाए। कर्नाटक के लिए कृष्णप्पा गौतम ने 10 ओवरो में 26 रन देकर 3 विेकेट चटकाए। कर्नाटक के लिए ये लक्ष्य ज्यादा बड़ा नहीं था और उन्होंने महज 1 विकेट खोकर ही इसे आसानी से हासिल कर लिया। कप्तान करुण नायर और मयंक अग्रवाल ने पहले विकेट के लिए 155 रनों की बेहतरीन साझेदारी कर टीम की जीत सुनिश्चित कर दी। मयंक अग्रवाल 81 रन बनाकर आउट हुए और वे अब विजय हजारे ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। मयंक अग्रवाल के नाम अब 633 रन हो गए हैं और उन्होंने दिनेश कार्तिक का रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने पिछले सीजन में 607 रन बनाए थे। वहीं मयंक अग्रवाल ने विजय हजारे ट्रॉफी के एक सीजन में सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड भी बनाया। इस सीजन में वो अब तक 15 छक्के लगा चुके हैं और उन्होंने श्रीवत्स गोस्वामी के 14 छक्कों का रिकॉर्ड तोड़ा। संक्षिप्त स्कोर महाराष्ट्र: 160/10 (श्रीकांत मुंधे 50, कृष्णप्पा गौतम 26/3) कर्नाटक:164/1 (मयंक अग्रवाल 81, करुण नायर 70*)