कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन से अनबन के बाद अब भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा रणजी ट्रॉफी के अगले सत्र में केरल की टीम से खेलते नजर आ सकते है। रॉबिन ने अपने राज्य की टीम को छोड़ने का मन बना लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले रणजी सत्र में उथप्पा को बीच टूर्नामेंट में हटाने के चलते उन्होंने अपनी नाराजगी केएससीए के प्रति जाहिर की है। केरल क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारी ने स्पोर्ट्सस्टार से कहा, 'हमने इस अवसर पर रॉबिन उथप्पा से बातचीत का मन बनाया था। दोनों तरफ से रॉबिन को खेलने को लेकर मुहर लग गयी है।' उन्होंने आगे कहा, 'रॉबिन से अभी हम समझौते की बात करने वाले हैं। अगर कर्नाटक राज्य की टीम उनको खेलने की अनुमति देती है तो उथप्पा केरल की टीम से जरुर खेलतें नजर आएँगे।' आपकों बता दे कि रॉबिन उथप्पा ने 130 फर्स्ट क्लास मैचों में 41.28 की औसत से 8793 रन बनाये है, लेकिन वह आजतक भारत के लिए टेस्ट मैचों में शिरकत नहीं कर पाए हैं। रॉबिन ने भारत के लिए 2006 में अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय वन-डे मैच खेला था। उथप्पा ने लगातार अपने प्रदर्शन में सुधार किया है। वह भारतीय टीम में वापसी करने के लिए बेताब हैं, लेकिन नए युवा खिलाडियों और अनुभवी खिलाड़ियों के कारण उनको मौका नहीं मिल पा रहा है। केरल की टीम ने उथप्पा को टीम में शामिल करने का सही कदम उठाया है। उथप्पा के प्रदर्शन इंडियन प्रीमियर लीग में भी शानदार रहा है। वह कोलकाता के लिए बेहतरीन ख़िलाड़ी रहे है। केरल ने रॉबिन के साथ-साथ उनसे पहले अंतर्राष्ट्रीय कोच को अपने हेड कोच के रूप में शामिल किया है। डेव व्हाटमोर, जिन्होंने श्रीलंका, बांग्लादेश जैसी टीम को क्रिकेट के गुण सिखाये हैं। वह अब केरल के आने वाले रणजी सत्र में कोच होंगे। उथप्पा को भी केरल की राज्य टीम में चयन करना केसीए के लिए अच्छा रहेगा।