बिग बैश लीग में मेलबर्न स्टार्स के बल्लेबाज केविन पीटरसन पर पर्थ स्कॉर्चर्स के खिलाफ हुए सेमीफाइनल मुक़ाबले में आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगा। पीटरसन ने मैच के दौरान अंपायर को ‘पूर्ण घिनौना आदमी’ कहा था। इसके बाद उन पर 5000 डॉलर का जुर्माना लगाया गया। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उन पर चार्ज लगाने के बाद कहा कि उन्होंने आचार संहिता का उल्लंघन किया है। “पब्लिक और मीडिया में अनादर करने वाली टिप्पणि की जाती है, तो यह क्रिकेट की दिलचस्पी को खत्म करता है” सेमीफाइनल मुक़ाबले के दौरान पर्थ स्कॉर्चर्स की टीम 137 रनों का लक्ष्य हासिल करने के लिए बल्लेबाजी कर रही थी। उनके ओपनर बल्लेबाज सैम वाइटमैन को विकेटों के पीछे कैच की अपील पर नॉटआउट दिया गया था। इस निर्णय के बाद पीटरसन ने तुरंत कहा “घिनौना, पूर्ण घिनौना।“ इस इंग्लिश खिलाड़ी ने नेटवर्क टेन की कमेंट्री के दौरान यह बात बोली। पीटरसन के अनुसार अंपायर ने कहा “यह ग्लव्स और पैड पर लग सकती थी। और मेरे अनुसार यह गेंद ग्लव्स के बड़े हिस्से पर लगने के बाद गई है।“ यह भी पढ़ें : आईपीएल 2017 से बाहर हुए केविन पीटरसन सेमीफाइनल में स्कॉर्चर्स ने स्टार्स को 7 विकेट से शिकस्त दी थी। यह पर्थ के वाका मैदान पर खेला गया था। मिचेल जॉनसन ने 4 ओवरों की गेंदबाजी के दौरान मात्र 3 रन देकर 4 विकेट झटके और मेलबर्न स्टार्स को 136 रनों के स्कोर पर रोक दिया। लक्ष्य का पीछा करते हुए पर्थ स्कोचर्स ने 19 गेंद शेष रहते मैच जीत लिया था। अंपायर शॉन क्रेग ने बाद में कहा कि मुझे कुछ धीमी आवाज सुनाई दी, और लगा कि गेंद बैट को छूकर नहीं गई है। उन्होंने निर्णय बदलने की इच्छा भी जाहिर करने की बात कही। बक़ौल अंपायर “कई अवसरों पर विश्वास के साथ अपील होती है और आपको सही फैसला देना होता है।“ 24 जनवरी को मैच के बाद पीटरसन पर आरोप लगे और 2 फरवरी को हुई सुनवाई में उन पर जुर्माना लगाया गया। इसके खिलाफ अपील करने के लिए उनके पास 48 घंटों का समय है।